
कैथल में ठगी का आरोपी गिरफ्तार: जर्मनी भेजने के नाम पर हड़पे 12.50 लाख, रुपए मांगने पर दी थी धमकी
The Airnews | कैथल | 9 अप्रैल 2025
हरियाणा के कैथल जिले से एक बड़ा ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें एक व्यक्ति ने एक परिवार को उनके बेटे को जर्मनी भेजने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी का शिकार बनाया। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान कलायत निवासी लक्ष्मी नारायण उर्फ विनोद के रूप में हुई है। उसके पास से पुलिस ने 20 हजार रुपए की नकदी भी बरामद की है।
जर्मनी भेजने का सपना बना दुःस्वप्न
कैथल जिले के गांव सजूमा निवासी श्रीपाल ने कलायत थाना में शिकायत दी थी कि उसका बेटा कुलदीप विदेश—विशेष रूप से जर्मनी—जाना चाहता था। इसी सिलसिले में कुलदीप और उसके परिवार ने एजेंट लक्ष्मी नारायण, उसकी पत्नी सुशीला और एक अन्य व्यक्ति विलेश से संपर्क किया, जो कलायत के ही रहने वाले हैं।
तीनों ने कुलदीप को भरोसा दिलाया कि वे उसे जर्मनी भेज सकते हैं और उससे सभी आवश्यक दस्तावेज ले लिए। इसके बाद अप्रैल और मई 2024 के दौरान कुलदीप से 12.50 लाख रुपए की भारी रकम वसूली गई।
बार-बार झांसे में रखा
शिकायत के अनुसार जब एक निर्धारित समय बीत गया और कुलदीप को विदेश नहीं भेजा गया, तो परिवार ने एजेंटों से बात की। आरोपियों ने यह कहकर टालना शुरू किया कि “थोड़ा समय और लगेगा,” या “आपके पेपर्स प्रोसेस में हैं।” यह क्रम कई महीनों तक चलता रहा। इस दौरान न केवल समय बितता गया, बल्कि परिवार की चिंता और संदेह भी गहराते गए।
धमकी बन गई डरावनी हकीकत
जब श्रीपाल और उसके परिवार ने आरोपियों से साफ शब्दों में अपने रुपए लौटाने की मांग की, तो बात बिगड़ने लगी। आरोप है कि लक्ष्मी नारायण और उसके साथियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी और कहा कि “अगर ज्यादा परेशान किया तो अंजाम बुरा होगा।” इससे परिवार दहशत में आ गया और उन्होंने कानून की शरण लेने का फैसला किया।
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
शिकायत मिलने के बाद कलायत पुलिस थाना सक्रिय हो गया और मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की गई। पुलिस प्रवक्ता प्रवीन श्योकंद ने बताया कि आरोपी लक्ष्मी नारायण को गिरफ्तार कर लिया गया है और न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। उसके पास से कुछ नकद राशि भी बरामद हुई है जो ठगी की रकम का हिस्सा मानी जा रही है।
अन्य आरोपियों की तलाश जारी
इस ठगी केस में आरोपी की पत्नी सुशीला और सहयोगी विलेश की भी भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। पुलिस की टीमें अब उनकी तलाश में जुटी हुई हैं। जल्द ही उनके खिलाफ भी कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।
आमजन में रोष और चिंता
यह मामला सामने आने के बाद कैथल जिले के लोगों में रोष है। कई स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले ऐसे गिरोहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
विदेश भेजने के नाम पर ठगी: एक बढ़ती समस्या
हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में युवाओं का विदेश जाने का सपना अब शातिर ठगों के लिए कमाई का जरिया बन गया है। ये ठग इंटरनेट, सोशल मीडिया और स्थानीय एजेंटों के जरिए भोले-भाले लोगों को जाल में फंसाते हैं।
ऐसे मामलों में युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जाता है, और परिवार आर्थिक और मानसिक रूप से टूट जाते हैं। इस केस ने एक बार फिर इस बढ़ती समस्या की तरफ ध्यान खींचा है।