
कैथल, हरियाणा – कैथल जिले के रुद्रा कॉलोनी में खाली पड़े प्लॉटों पर कब्जा करने के एक प्रयास ने इलाके में खलबली मचा दी है। यह मामला इस समय एक प्रमुख विवाद का कारण बन चुका है, जिसमें स्थानीय प्रॉपर्टी डीलर, कॉलोनीवासियों, काॅलोनाइजर, समाजसेवी और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल हुए हैं। इन सभी ने मिलकर इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए एक बैठक आयोजित की, और उसके बाद एसपी से मिलने के लिए उनके कार्यालय पहुंचे। इस घटना के बाद यह मामला और भी गंभीर हो गया है, और इसको लेकर सभी पक्षों ने कड़े निर्णय लिए हैं।
रुद्रा कॉलोनी में कब्जा करने का प्रयास
रुद्रा कॉलोनी में स्थित खाली पड़े प्लॉटों पर कुछ बाहरी लोगों ने जबरन कब्जा करने का प्रयास किया था। यह घटना बुधवार को हुई थी, जब रोहतक से आए कुछ लोगों ने इन प्लॉटों पर नींव भरने की कोशिश की। इस कार्रवाई को स्थानीय लोग गलत मानते हैं और इसे कॉलोनी की शांति के लिए खतरे के रूप में देख रहे हैं। कॉलोनी में कई लोग इस तरह की कार्रवाई को बर्दाश्त करने के खिलाफ हैं और इसके खिलाफ आवाज उठाई है।
बैठक में किस-किस ने लिया हिस्सा?
सुनसिटी के कम्युनिटी हॉल में हुई इस बैठक में कई प्रमुख लोग शामिल हुए, जिनमें राजनीतिक दलों के नेता, कॉलोनी के निवासी, समाजसेवी और प्रॉपर्टी डीलर शामिल थे। बैठक में कांग्रेस नेता सुदीप सुरजेवाला, भाजपा नेता अशोक गोयल, सुरेश गर्ग नौच, रामप्रताप गुप्ता, जजपा नेता राजू ढुल पाई, विजय सैनी, कृष्ण सैनी पहलवान, सुरेश सैनी, कॉलोनीवासी रोहित कालड़ा, नरेश बालू, कृष्ण वर्मा, सोनू वर्मा, नाथी राम जेई, विनय सर्राफ, सोनू सेठ, बलवान अटेला जैसे लोग शामिल हुए।
बैठक के दौरान सभी ने इस घटना को लेकर अपनी नाखुशी व्यक्त की और प्रशासन से इसे तुरंत रोके जाने की मांग की। इन नेताओं और कॉलोनीवासियों का कहना था कि यह घटना उनके लिए अस्वीकार्य है और इस तरह की घटनाओं को फिर से होने से रोका जाना चाहिए।
क्या कहा नेताओं और कॉलोनीवासियों ने?
बैठक में शामिल नेताओं और कॉलोनीवासियों ने जोर देकर कहा कि जिस तरह से रोहतक से आए बाहरी लोगों ने जबरन प्लॉटों पर कब्जा करने का प्रयास किया, वह बिल्कुल गलत था। उनका कहना था कि अगर इस प्रकार की घटनाएं भविष्य में फिर से होती हैं, तो उन्हें किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा।
कांग्रेस नेता सुदीप सुरजेवाला ने कहा, “यह घटना कॉलोनी के लिए खतरनाक है, और अगर इस प्रकार की घटनाएं दोबारा हुईं तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” भाजपा नेता अशोक गोयल ने भी इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, “हम सभी को मिलकर इस मुद्दे का समाधान करना होगा और किसी भी बाहरी व्यक्ति को कॉलोनी में घुसने की अनुमति नहीं देनी चाहिए, जो यहां की शांति को खतरे में डालें।”
जजपा नेता राजू ढुल पाई ने कहा, “यह घटना समाज के लिए अच्छा उदाहरण नहीं है और हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि इस तरह की घटनाएं फिर से न हों। अगर कोई बाहरी व्यक्ति हमारे इलाके में आए और हिंसा करने की कोशिश करे, तो उसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
सभी लोगों ने एकमत होकर यह निर्णय लिया कि अगर भविष्य में किसी बाहरी व्यक्ति ने गुंडों के दम पर प्लॉटों पर कब्जा करने की कोशिश की, तो उसे कड़ी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ेगा।
कॉलोनी में सुरक्षा और प्रशासन से अपील
बैठक में शामिल लोगों ने प्रशासन से अपील की कि वह इस मुद्दे को गंभीरता से ले और कॉलोनी में सुरक्षा बढ़ाए। इस मामले में पुलिस और प्रशासन को तुरंत हस्तक्षेप करने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हों। कॉलोनीवासियों ने कहा कि प्रशासन को ऐसे बाहरी लोगों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, जो यहां की शांति को भंग करने का प्रयास कर रहे हैं।
बैठक में यह भी तय किया गया कि अगर कोई बाहरी व्यक्ति फिर से कॉलोनी में घुसने का प्रयास करता है, तो उसे ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा। कॉलोनीवासियों ने इस निर्णय को लेकर पूरी तरह से एकजुटता दिखाई और यह भी कहा कि इस मुद्दे को लेकर किसी भी प्रकार की सख्ती बरतने से वे पीछे नहीं हटेंगे।
कब्जा करने का प्रयास क्यों हुआ?
यह सवाल अब सबसे ज्यादा उठ रहा है कि आखिरकार इस प्रकार का कब्जा करने का प्रयास क्यों किया गया। कई लोग मानते हैं कि यह सब उस विवाद का हिस्सा हो सकता है, जो कॉलोनी में प्लॉटों की खरीद-फरोख्त को लेकर चल रहा है। ऐसे में बाहरी लोग शायद यह समझ रहे थे कि यदि उन्होंने कब्जा कर लिया, तो वे अधिक पैसे कमा सकेंगे। लेकिन स्थानीय लोगों के लिए यह केवल एक अवैध और हिंसक कदम था, जिसे किसी भी हाल में सहन नहीं किया जा सकता।
प्रशासन का रुख और आगे की कार्रवाई
पुलिस और प्रशासन को अब इस मामले में कार्रवाई करने की आवश्यकता है। अधिकारियों ने बताया कि इस घटना की पूरी जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने इस मुद्दे को लेकर स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि किसी भी स्थिति में हिंसा का रास्ता नहीं अपनाया जाएगा।
अधिकारियों ने यह भी कहा कि कॉलोनी में सुरक्षा बढ़ाई जाएगी और ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए कड़ी निगरानी रखी जाएगी। पुलिस ने यह भी कहा कि अगर मामले में किसी प्रकार का विवाद होता है, तो उसे कानूनी तरीके से हल किया जाएगा और किसी को भी कानून को हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।