हरियाणा के मंत्री का अपनी सरकार की हाउसिंग योजना पर सवाल: राव नरबीर सिंह ने उठाए गंभीर मुद्दे
हरियाणा के उद्योग मंत्री राव नरबीर सिंह ने अपनी ही सरकार की प्रमुख हाउसिंग योजना ‘दीनदयाल उपाध्याय अफोर्डेबल हाउसिंग योजना’ पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इस योजना को महंगी बताते हुए कहा कि यह योजना आम आदमी के लिए सस्ती नहीं है। राव नरबीर सिंह का यह बयान एक महत्वपूर्ण मोड़ पर आया है, जब राज्य में गरीबों के लिए आवास की उपलब्धता को लेकर बहुत चर्चा हो रही थी। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि इस योजना में सुधार की आवश्यकता है और इसे गरीबों की पहुंच में लाने के लिए इसमें कुछ बदलाव किए जाने चाहिए।
यह घटना उस समय हुई जब राव नरबीर सिंह शनिवार को गुरुग्राम के फर्रुखनगर में एक कार्यक्रम के दौरान लोगों से मिल रहे थे। इस दौरान उन्होंने इस योजना की खामियों को उजागर किया और इसके बारे में लोगों से अपनी चिंता भी साझा की। उन्होंने कहा, “दीनदयाल उपाध्याय अफोर्डेबल हाउसिंग योजना महंगी है और इसके मकान आम आदमी की पहुंच से बाहर हैं।”
राव नरबीर सिंह का बयान: आम आदमी के लिए यह योजना महंगी
राव नरबीर सिंह ने कहा कि इस योजना के मकान गरीबों के लिए सस्ती दरों पर उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। इस योजना के तहत बनने वाले घरों की कीमतें बढ़ने के कारण आम आदमी के लिए इस योजना का लाभ लेना मुश्किल हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि जब सरकार ने इस योजना को शुरू किया था, तब उनका उद्देश्य था कि गरीबों को सस्ते घर उपलब्ध कराए जाएं, लेकिन मौजूदा हालत में इस योजना के मकान आम जनता के बजट में नहीं आते।
राव नरबीर सिंह का भविष्यवाणी: गरीबों के लिए नई योजना आएगी
राव नरबीर सिंह ने विश्वास दिलाया कि उनकी सरकार तीसरी बार सत्ता में आई है और इस बार सरकार गरीबों के लिए नई योजना लेकर आएगी। उन्होंने कहा कि सरकार गरीबों के लिए एक ऐसी योजना तैयार करेगी, जिसमें उन्हें अफोर्डेबल और सस्ती कीमत पर घर मिल सकेंगे। राव ने यह भी कहा कि इस योजना में सुधार किए जाएंगे ताकि दीनदयाल योजना गरीबों के लिए अधिक सुलभ हो।
2014 में शुरू हुई थी दीनदयाल योजना
हरियाणा में दीनदयाल उपाध्याय अफोर्डेबल हाउसिंग योजना 2014 में शुरू की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य था कि गरीबों और जरूरतमंदों को सस्ते और सुलभ घर उपलब्ध कराए जाएं। इस योजना के तहत सरकार ने सामान्य कॉलोनी के लाइसेंस शुल्क को कम किया था, ताकि डेवलपर्स को सस्ती कीमत पर आवासीय कॉलोनियां विकसित करने का प्रोत्साहन मिले। इस योजना के तहत मकानों की कीमतें बाजार दरों से 40 फीसदी तक कम होने का दावा किया गया था।
दीनदयाल योजना का बढ़ता खर्च
लेकिन अब राव नरबीर सिंह ने यह स्वीकार किया कि इस योजना के तहत मकानों की कीमतें बढ़ गई हैं, जो गरीबों के लिए मुश्किल हो सकती हैं। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम में पिछले दो सालों में प्रॉपर्टी की कीमतों में दो गुना बढ़ोतरी हो चुकी है। पहले अफोर्डेबल सोसाइटी में 15 से 17 लाख रुपये में 1 बीएचके फ्लैट मिल जाता था, लेकिन अब वही फ्लैट 35 लाख रुपये तक पहुंच चुका है। राव ने यह भी कहा कि दिल्ली व अन्य क्षेत्रों में हो रही विकास कार्यों के कारण प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ गई हैं, और यह गरीबों के लिए चिंता का विषय बन गया है।
दीनदयाल योजना के तहत BPL के लिए छूट
दीनदयाल उपाध्याय योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे (BPL) जीवन यापन करने वाले लोगों के लिए 15 फीसदी छूट का प्रावधान रखा गया था। इसके अलावा सामान्य कॉलोनियों के लाइसेंस में 25 फीसदी की कमी भी की गई थी। यह योजना गरीबों को सस्ती दरों पर मकान उपलब्ध कराने के लिए बनाई गई थी, लेकिन अब राव नरबीर सिंह ने यह स्वीकार किया कि योजनाओं की कीमतें बढ़ने से गरीबों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
राव नरबीर सिंह की सरकार की नई दिशा
राव नरबीर सिंह का मानना है कि अब सरकार को और अधिक योजनाओं की आवश्यकता है, जो गरीबों को सस्ते घर उपलब्ध करा सकें। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को योजना के मूल्य निर्धारण में सुधार करना होगा ताकि गरीबों को आसानी से घर मिल सकें। इसके लिए सरकार जल्द ही नई योजना तैयार करेगी, जिससे गरीबों को उनका हक मिल सके।
राव नरबीर सिंह का गुरुग्राम दौरा
राव नरबीर सिंह ने गुरुग्राम के फर्रुखनगर में कार्यक्रम के दौरान कहा कि पिछले कुछ सालों में राज्य की प्रॉपर्टी बाजार में काफी वृद्धि हुई है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि अब एक सामान्य नागरिक के लिए सस्ती आवास योजना का लाभ उठाना कठिन हो गया है। वे इस मुद्दे पर सरकार से सुधार की उम्मीद करते हैं और जल्द ही सुधारात्मक कदम उठाने का भरोसा दिलाया।