जुलाना मंडी में कांटे की गड़बड़ी पर भड़कीं विधायक विनेश फोगाट: दो क्विंटल तक वजन में अंतर, किसानों के नुकसान पर जताई चिंता
The Airnews | जुलाना (हरियाणा)
रिपोर्टर: Yash | संपादन: The Airnews Team
हरियाणा की राजनीति में सक्रियता और स्पष्टवादिता के लिए जानी जाने वाली कांग्रेस विधायक विनेश फोगाट एक बार फिर जनता की समस्याओं के प्रति अपनी सजगता का परिचय देती नजर आईं। सोमवार को जुलाना की नई अनाज मंडी में हुए औचक निरीक्षण के दौरान विधायक विनेश फोगाट ने मंडी में तौल व्यवस्था की जांच की। उन्होंने पाया कि मंडी में गेहूं की तौल के लिए इस्तेमाल हो रहे कांटे (वजन तौलने की मशीनें) में भारी गड़बड़ी है। एक ही ट्रॉली का वजन दो अलग-अलग कांटों पर करने पर दो क्विंटल तक का फर्क पाया गया, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है।
औचक निरीक्षण में सामने आई सच्चाई
जुलाना की अनाज मंडी में लगातार मिल रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए विधायक विनेश फोगाट अचानक मंडी पहुंचीं। मंडी परिसर में मौजूद किसानों और मंडी कर्मचारियों से बात करने के बाद उन्होंने खुद गेहूं से भरी एक ट्रॉली का वजन दो अलग-अलग कांटों पर कराया। इस प्रक्रिया के दौरान यह चौंकाने वाली बात सामने आई कि दोनों कांटों पर वजन में लगभग दो क्विंटल तक का अंतर पाया गया।
किसानों को मजबूरन बाहर तौल करवाने की नौबत
विनेश फोगाट ने मंडी अधिकारियों से स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि मंडी के कांटे सही तरीके से काम नहीं कर रहे हैं तो किसानों को अपनी उपज बाहर तौलवानी पड़ रही है, जिससे उनकी जेब पर सीधा असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह सीधे तौर पर किसानों के अधिकारों और मेहनत पर कुठाराघात है।
विनेश फोगाट का बयान:
“कांटों की यह अनियमितता किसानों के साथ अन्याय है। मंडी में रोजाना लाखों रुपये की फसल आती है और इस तरह के अंतर से उनका भारी नुकसान हो रहा है।”
मार्केट कमेटी अधिकारी से तीखी नोकझोंक
निरीक्षण के दौरान विधायक और मार्केट कमेटी के उप सचिव सिकंदर सांगवान के बीच तीखी बातचीत भी देखने को मिली। जब सांगवान ने स्टाफ की कमी का हवाला देते हुए अपनी सफाई दी तो विधायक ने तल्ख अंदाज में सवाल किया – “सीजन खत्म होने के बाद स्टाफ आएगा क्या?“
इस पर अधिकारियों ने जवाब दिया कि स्टाफ की डिमांड सरकार को भेजी जा चुकी है और जल्द ही उसे पूरा कर लिया जाएगा।
जांच में मिली गंभीर अनियमितता: कांटे दिखा रहे थे अलग-अलग वजन
फोगाट ने मौके पर मौजूद किसानों और मंडी कर्मियों के सामने ही आदेश दिए कि एक ट्रॉली का वजन दोनों कांटों पर करवाया जाए। चिड़ी गांव के किसान विनोद की गेहूं से भरी ट्रॉली का वजन जब दोनों कांटों पर हुआ तो एक कांटे ने लगभग 50.4 क्विंटल और दूसरे ने 48.3 क्विंटल वजन दिखाया। यह करीब दो क्विंटल का अंतर मंडी व्यवस्था की खामियों की पोल खोलने के लिए काफी था।
मंडी अधिकारियों की दलीलें और विधायक की चेतावनी
अधिकारियों ने सफाई दी कि बीते दिन शाम को ही कांटों का मूल्यांकन करवाया गया था और सभी मशीनों को सही बताया गया था। इस पर फोगाट ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि रोजाना शाम को कांटों की जांच होनी चाहिए और यदि कोई खराबी पाई जाती है तो उसे तुरंत ठीक कराया जाए।
विधायक की जनहित में अपील
विधायक फोगाट ने मंडी परिसर में उपस्थित सभी किसानों से अपील की कि वे अपनी तौल के दौरान कोई गड़बड़ी देखें तो उसकी शिकायत तुरंत मार्केट कमेटी को करें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि यदि मंडी में कोई भी अनियमितता पाई गई, तो वह खुद सामने आकर कार्रवाई करवाएंगी।
मंडी में लापरवाही का खामियाजा किसानों को
जुलाना मंडी में कांटों की खराबी की वजह से किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य नहीं मिल रहा है। इस प्रकार की गड़बड़ी न केवल किसानों को आर्थिक रूप से कमजोर करती है बल्कि मंडी में पारदर्शिता की कमी को भी उजागर करती है।
प्रशासनिक लापरवाही पर गहरा सवाल
विधायक द्वारा उठाया गया सवाल यह भी था कि यदि मंडी का सीजन चल रहा है और उसी दौरान स्टाफ की कमी है, तो यह किसी प्रशासनिक विफलता से कम नहीं। सवाल यह उठता है कि क्या सरकार और प्रशासन को यह पहले से नहीं पता था कि इस समय किसानों की भीड़ बढ़ेगी?
तकनीकी सुधार की जरूरत
विनेश फोगाट ने यह सुझाव भी दिया कि मंडी में आधुनिक डिजिटल कांटे लगाए जाएं जिनमें गड़बड़ी की गुंजाइश कम हो और डेटा सीधे रिकॉर्ड हो सके। इसके साथ ही एक ऑनलाइन पोर्टल या मोबाइल एप्लिकेशन के ज़रिए तौल की पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए।