सस्पेंस में लिपटी सुबह: सोनीपत के फ्लिपकार्ट डिलीवरी हब में हथियारबंद लूट

सस्पेंस में लिपटी सुबह: सोनीपत के फ्लिपकार्ट डिलीवरी हब में हथियारबंद लूट, नकदी और मोबाइल लेकर फरार हुए बदमाश
The Airnews | सोनीपत | 13 अप्रैल 2025
हरियाणा के सोनीपत जिले में शनिवार की सुबह एक खौफनाक वारदात ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए। जिले के जीवन विहार क्षेत्र स्थित फ्लिपकार्ट डिलीवरी हब में तीन नकाबपोश हथियारबंद बदमाश घुस आए और कर्मचारियों को पिस्तौल की नोक पर बंधक बनाकर 1.68 लाख रुपए नकद और तीन मोबाइल फोन लूटकर फरार हो गए। यह वारदात न केवल सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि कैसे संगठित अपराधी अब बड़े ब्रांड्स और उनके लॉजिस्टिक सेंटर्स को निशाना बना रहे हैं।
घटना का समय और स्थान: हड़कंप मचाने वाला दिन
घटना 13 अप्रैल 2025 को सुबह करीब 8:30 बजे की है, जब अधिकांश कर्मचारी अपने रोज़मर्रा के काम में व्यस्त थे और दिनचर्या सामान्य रूप से चल रही थी। जीवन विहार के गजल होटल के पीछे स्थित फ्लिपकार्ट डिलीवरी हब पर यह घटना घटी। यह केंद्र पूरे क्षेत्र में हजारों ग्राहकों को डिलीवरी सेवाएं प्रदान करता है और यहां प्रतिदिन लाखों का लेन-देन होता है।
सुबह-सुबह तीन युवक डिलीवरी हब पर पहुंचे। उनकी चाल-ढाल सामान्य नजर आई, लेकिन हाथों में हथियार देख कर्मचारियों के होश उड़ गए। तीनों बदमाशों ने नकाब पहन रखा था ताकि उनकी पहचान न हो सके।
कैश रूम बना निशाना: टीम लीडर मोहित के सामने तानी गई पिस्तौल
जैसे ही बदमाश अंदर घुसे, उन्होंने सीधा रुख कैश रूम की ओर किया, जहां उस समय टीम लीडर मोहित कैश काउंटर पर बैठा हुआ था। मोहित सहित अन्य कर्मचारी पूरी तरह स्तब्ध रह गए जब तीनों युवकों ने उन पर पिस्तौल तान दी और धमकी दी कि अगर किसी ने शोर मचाया तो अंजाम गंभीर होंगे।
कर्मचारी डर के मारे अपनी जगह से हिल भी नहीं सके। बदमाशों ने कैश काउंटर से करीब 1 लाख 68 हजार रुपये की नकदी अपने बैग में भरी और वहां रखे कर्मचारियों के मोबाइल भी लूट लिए।
लूटे गए मोबाइल फोन की जानकारी: तीन कर्मचारियों की निजी संपत्ति भी छिनी
लूटपाट के दौरान बदमाशों ने तीन कर्मचारियों के फोन भी छीन लिए। शिकायतकर्ता सुनील कुमार के अनुसार, लूटे गए फोन निम्नलिखित थे:
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रवि का Oppo कंपनी का मोबाइल फोन
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प्रदीप का Samsung Galaxy M11
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गौरव का Oppo Reno 10
इन मोबाइल फोनों में न केवल कर्मचारियों की व्यक्तिगत जानकारी थी, बल्कि हब से संबंधित कई गोपनीय जानकारियां भी हो सकती हैं। पुलिस अब इन फोनों को ट्रेस करने के लिए तकनीकी टीम की सहायता ले रही है।
कर्मचारियों में डर का माहौल: सुरक्षा की मांग
इस घटना के बाद डिलीवरी हब के कर्मचारियों में जबरदस्त दहशत फैल गई है। कई कर्मचारियों का कहना है कि इससे पहले उन्होंने कभी इतनी नजदीक से पिस्तौल नहीं देखी थी। कर्मचारियों ने कंपनी से सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने की मांग की है।
यह हब काफी बड़ा है और दिनभर यहां आम लोगों की आवाजाही बनी रहती है, ऐसे में सीसीटीवी कैमरे, सुरक्षा गार्ड और अन्य निगरानी तंत्र की अनिवार्यता अब और ज्यादा महसूस की जा रही है।
शिकायत और पुलिसिया कार्रवाई: तेजी से शुरू हुई जांच
घटना की जानकारी मिलते ही ASI विकास पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू की। शिकायत दर्ज होते ही BNS की धारा 309(4), 311 और Arms Act की धाराएं 25-54-59A के तहत मुकदमा संख्या 103 दर्ज कर लिया गया।
फॉरेंसिक टीम को भी घटनास्थल पर बुलाया गया। पूरे हब की छानबीन की गई, फिंगरप्रिंट लिए गए और सीसीटीवी फुटेज कब्जे में ली गई है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही बदमाशों की पहचान कर ली जाएगी।
फॉरेंसिक टीम और तकनीकी जांच: सबूतों की तलाश में जुटी पुलिस
फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने घटनास्थल से कई नमूने एकत्र किए हैं, जिनमें फिंगरप्रिंट, पांव के निशान और अन्य भौतिक साक्ष्य शामिल हैं। पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है ताकि यह पता चल सके कि बदमाश किस रास्ते से आए और किस दिशा में भागे।
इसके अलावा पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं यह लूटपाट किसी अंदरूनी जानकारी पर आधारित तो नहीं थी। क्या बदमाशों को पहले से पता था कि सुबह कैश काउंटर में इतनी बड़ी राशि रखी जाती है?
फ्लिपकार्ट की प्रतिक्रिया: नहीं आया आधिकारिक बयान
अब तक फ्लिपकार्ट की ओर से इस घटना पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार कंपनी के ज़ोनल अधिकारी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और स्थानीय प्रबंधन को सुरक्षा उपायों को सख्त करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्थानीय प्रशासन और आम जनता की प्रतिक्रिया
घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय लोग भी भारी संख्या में मौके पर इकट्ठा हो गए। कई लोगों ने कहा कि यह क्षेत्र पहले शांत और सुरक्षित माना जाता था, लेकिन अब बदमाश खुलेआम दिनदहाड़े वारदातों को अंजाम देने लगे हैं।
स्थानीय पार्षदों और सामाजिक संगठनों ने पुलिस से मांग की है कि क्षेत्र में गश्त बढ़ाई जाए और डिलीवरी हब जैसे संस्थानों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए।
पहले भी हो चुकी हैं इस तरह की घटनाएं
यह पहला मौका नहीं है जब किसी डिलीवरी हब को लूट का निशाना बनाया गया हो। इससे पहले भी देश के विभिन्न हिस्सों में इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जहां ऑनलाइन कंपनियों के गोदामों और डिलीवरी सेंटरों को निशाना बनाकर बड़ी राशि की लूट की गई है।
इससे स्पष्ट होता है कि अपराधी अब उन स्थानों पर फोकस कर रहे हैं जहां नकदी का आवागमन होता है और सुरक्षा के नाम पर केवल सीसीटीवी कैमरे ही मौजूद होते हैं।




