
गुरुग्राम में होटल मालिक की गोली मारकर हत्या: कोल्ड ड्रिंक के बहाने आए बदमाशों ने 12 बजे रात में बरसाईं गोलियां, इलाके में दहशत
The Airnews | गुरुग्राम | 2000 Words Exclusive Report
हरियाणा के गुरुग्राम जिले से मंगलवार देर रात एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। पटौदी-कुलाना रोड पर स्थित ‘झोपड़ी होटल’ में तीन अज्ञात बदमाशों ने कोल्ड ड्रिंक लेने के बहाने होटल में घुसकर मालिक दीपेंद्र उर्फ मोनू जाटोली की गोली मारकर हत्या कर दी। यह पूरी वारदात रात 12 बजे के आसपास की है, जब होटल में ज्यादा भीड़ नहीं थी।
स्थानीय लोगों और पुलिस के अनुसार, तीनों युवक होटल में कोल्ड ड्रिंक मांगते हुए घुसे और कुछ ही सेकेंड में फायरिंग कर दी। गोलियां इतनी नजदीक से मारी गईं कि मोनू की मौके पर ही मौत हो गई।
घटनास्थल पर दहशत का माहौल
जैसे ही गोलियों की आवाजें आईं, होटल में मौजूद कर्मचारी और आसपास के लोग दौड़ते हुए पहुंचे, लेकिन तब तक हमलावर वहां से फरार हो चुके थे। तीनों बदमाश एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर फरार हुए। घटना की सूचना मिलते ही पटौदी थाना पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू की।
CCTV कैमरे थे बंद – साजिश की बू?
पुलिस जांच में सामने आया है कि होटल में लगे सभी CCTV कैमरे घटना के समय बंद थे। इससे पुलिस को संदेह है कि यह हत्या पूर्व नियोजित थी और किसी ने जानबूझकर कैमरे बंद करवाए ताकि कोई फुटेज रिकॉर्ड न हो सके। होटल के आसपास लगे अन्य CCTV कैमरों की मदद से पुलिस बदमाशों की पहचान करने की कोशिश कर रही है।
मृतक की पहचान और पुराना आपराधिक इतिहास
मृतक की पहचान दीपेंद्र उर्फ मोनू जाटोली के रूप में हुई है, जो झोपड़ी होटल का मालिक था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि मोनू के भाई का नाम कुछ साल पहले गांव में हुए इंद्रजीत हत्याकांड में आया था। पुलिस को संदेह है कि यह हमला उसी रंजिश से जुड़ा हो सकता है।
अवैध गतिविधियों की भी चर्चा
स्थानीय निवासियों का कहना है कि होटल में अवैध रूप से शराब पिलाने और जुआ खेलने जैसी गतिविधियां होती थीं। इसके चलते कई बार झगड़े और फायरिंग की घटनाएं पहले भी सामने आई थीं। हालांकि इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन यह तथ्य जांच के दायरे में है।
परिजनों की चुप्पी, पुलिस के सवाल
घटना के बाद मोनू के परिजनों ने मीडिया से बात नहीं की है। पुलिस उनके बयान दर्ज करने की कोशिश कर रही है ताकि हत्या के पीछे के कारणों की पुष्टि की जा सके।
पुलिस अब इन सवालों के जवाब तलाश रही है:
- क्या यह हमला पुरानी रंजिश का परिणाम था?
- क्या मोनू के भाई के हत्याकांड से इसका सीधा संबंध है?
- होटल के CCTV कैमरे अचानक क्यों बंद हुए?
- क्या होटल में कोई गैरकानूनी गतिविधि चल रही थी?
घटनास्थल से जुटाए गए सबूत
फॉरेंसिक टीम ने होटल से गोलियों के खोल, खून के निशान, शराब की बोतलें, गिलास और कुछ कपड़े बरामद किए हैं। पुलिस ने इन सबूतों को सील कर जांच के लिए भेज दिया है। आसपास के चश्मदीदों से पूछताछ की जा रही है और संदिग्धों की पहचान के लिए स्केच भी तैयार किया जा रहा है।
सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली और गुरुग्राम जैसे विकसित शहर की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक तरफ रात के समय खुले होटल में सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं थी, वहीं दूसरी ओर CCTV कैमरे बंद मिलना एक बड़ी लापरवाही को दर्शाता है।
अब तक की कार्रवाई
गुरुग्राम पुलिस ने इस हत्याकांड की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। होटल के पूर्व कर्मचारियों, मालिक के परिचितों और इलाके के संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपी गिरफ्त में होंगे।