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Saturday, November 8, 2025

करनाल में कनाडा भेजने के नाम पर युवक से 14 लाख की ठगी

करनाल में कनाडा भेजने के नाम पर युवक से 14 लाख की ठगी: फर्जी वीजा और बाउंस चेक के जाल में फंसा परिवार

The Airnews | करनाल | 2000 Words Exclusive Report

हरियाणा के करनाल जिले में विदेश भेजने के नाम पर ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसने एक पूरे परिवार को न सिर्फ आर्थिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी झकझोर कर रख दिया है। इस मामले में इंस्टाग्राम के माध्यम से संपर्क बनाकर एक तथाकथित इमिग्रेशन एजेंट ने करनाल निवासी गुरबाज सिंह और उसके परिवार से 14.40 लाख रुपए ठग लिए।


इंस्टाग्राम से शुरू हुई ठगी की पटकथा

गुरबाज सिंह, जो करनाल के कलंदरी गेट क्षेत्र का निवासी है, ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि इस पूरे फर्जीवाड़े की शुरुआत इंस्टाग्राम से हुई। उसकी पत्नी के भाई गुरप्रीत सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो देखी जिसमें आरोपी साहिल शर्मा खुद को एक इमिग्रेशन एजेंट बताते हुए कनाडा भेजने की स्कीम की जानकारी दे रहा था।

वीडियो में दिए गए नंबर पर संपर्क करने के बाद गुरप्रीत ने गुरबाज से साहिल की बात करवाई। इसके बाद पहली मुलाकात करनाल के कर्ण लेक क्षेत्र में हुई, जहां आरोपी ने खुद को इमिग्रेशन एक्सपर्ट बताया और वर्क विजिटर परमिट पर कनाडा भेजने का दावा किया।


भरोसा बना और फिर लाखों की डील

साहिल शर्मा ने बताया कि वह दो महीने के भीतर वीजा प्रोसेस करा देगा। इसके लिए उसने गुरप्रीत सिंह से पासपोर्ट, आधार कार्ड और 10वीं की मार्कशीट मांगी। उसने कहा कि ‘फाइल लांच’ कर दी गई है और दो महीने में वीजा मिल जाएगा।

इस प्रक्रिया के लिए 11.25 लाख रुपये की डील तय हुई, जिसमें वीजा, टिकट, होटल बुकिंग और अन्य खर्च शामिल थे। पहले तो गूगल पे के माध्यम से 7500 और 15,000 रुपये दिए गए। फिर आरोपी ने मोहाली के रेगेन्टा प्लेस होटल में बुलाकर एक साथ 11.25 लाख रुपये नकद में ले लिए।


टिकट और अन्य खर्चों के नाम पर ठगे और पैसे

इसके बाद आरोपी ने टिकट बुकिंग के नाम पर अलग से 1.60 लाख रुपये अरोड़ा एसोसिएट्स ट्रैवल्स के खाते में ट्रांसफर करवाए। इसके साथ ही 95,000 रुपये एक अन्य व्यक्ति मोहित कुमार को और 10,000 रुपये गूगल पे से दिए गए। इस तरह कुल 14.40 लाख रुपये आरोपी ने विभिन्न माध्यमों से हड़प लिए।


फर्जी टिकट और रद्द वीजा का सच

आरोपी ने गुरबाज को 4 जून 2024 की एक टिकट भेजी और कहा कि दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 से टोरंटो की फ्लाइट है। विश्वास करते हुए गुरबाज सिंह और गुरप्रीत सिंह अपने परिवार के साथ एयरपोर्ट पहुंच गए। लेकिन वहां पहुंचने पर उन्हें पता चला कि वीजा रद्द हो चुका है और यात्रा संभव नहीं है। यह खबर सुनते ही परिवार के होश उड़ गए।


चेक का खेल और बाउंस का जाल

घटना के बाद आरोपी ने पीड़ित को चंडीगढ़ बुलाया और वहां 6 लाख रुपये नकद में वापस किए। बाकी रकम जल्द देने का वादा करते हुए उसने 4 लाख रुपये का HDFC बैंक का चेक दिया। लेकिन जब 12 सितंबर 2024 को चेक बैंक में लगाया गया तो वह बाउंस हो गया।

इतना ही नहीं, आरोपी ने दो और चेक दिए – 2 लाख रुपये के दोनों चेक 13 जनवरी और 15 जनवरी 2025 को लगाए गए लेकिन वे भी बाउंस हो गए। अब आरोपी धमकियों पर उतर आया है और कहता है, “जो करना है कर लो, मैं एक पैसा नहीं दूंगा और अगर पुलिस में शिकायत की तो सिरसा में तेरे खिलाफ केस करवा दूंगा।”


पुलिस में शिकायत और मामला दर्ज

पीड़ित गुरबाज सिंह ने अंततः पुलिस की शरण ली और करनाल सिटी थाना में शिकायत दर्ज करवाई। जांच अधिकारी सुखबीर सिंह ने बताया कि गुरबाज की शिकायत पर धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है।


सोशल मीडिया के माध्यम से बढ़ रही ठगी

यह मामला इस बात का जीता-जागता प्रमाण है कि कैसे सोशल मीडिया का दुरुपयोग करके मासूम लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर एजेंट बनने का ढोंग करके, विदेशी सपने दिखाकर लोगों से पैसे ऐंठे जा रहे हैं।


जांच की दिशा और पुलिस की भूमिका

करनाल पुलिस अब इस पूरे प्रकरण की गहराई से जांच कर रही है। पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि क्या आरोपी पहले भी इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम दे चुका है।

साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि क्या इसमें कोई ट्रैवल एजेंसी या अन्य व्यक्ति भी शामिल हैं। बैंक अकाउंट्स, चेक डिटेल्स और कॉल रिकॉर्डिंग की मदद से सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं।

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