झज्जर में कॉलेज लेक्चरर से डेढ़ लाख की साइबर ठगी: पानी का कनेक्शन काटने का झांसा देकर भेजा लिंक, क्लिक करते ही मोबाइल हुआ हैक
The Airnews | Jhajjar | रिपोर्ट: Sahil Kasoon
हरियाणा के झज्जर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां बादली क्षेत्र स्थित एक कॉलेज में कार्यरत लेक्चरर को साइबर ठगों ने पानी का कनेक्शन काटने का भय दिखाकर ठगी का शिकार बना लिया। इस पूरी घटना में ठगों ने लिंक भेज कर न केवल मोबाइल हैक कर लिया, बल्कि खाते से 1.5 लाख रुपये भी उड़ा लिए। मामले की शिकायत मिलते ही पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घटना का पूरा विवरण:
जहांगीरपुर निवासी मंजीत, जो बादली के कॉलेज में लेक्चरर के पद पर कार्यरत हैं, ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्हें एक अनजान नंबर से पानी का कनेक्शन काटे जाने संबंधी एक मैसेज मिला। मैसेज में लिखा था कि यदि तुरंत पानी का बिल जमा नहीं किया गया, तो कनेक्शन काट दिया जाएगा।
मंजीत को यह सूचना भयभीत कर गई। उन्होंने तुरंत उक्त नंबर पर कॉल किया। कॉल पर मौजूद व्यक्ति ने खुद को जल आपूर्ति विभाग से जुड़ा अधिकारी बताया और कहा कि बिल दोबारा भरना जरूरी है। इसके लिए मंजीत को एक लिंक भेजा गया, जो एक ऐप डाउनलोड करने के लिए था।
लिंक क्लिक करते ही मोबाइल हैक:
लेक्चरर मंजीत के अनुसार, उनके साथ बादली कॉलेज में ही कार्यरत उनके साथी रमेश, जो दादरी जिले के निवासी हैं, ने अपने फोन से उक्त कॉल की पुष्टि करने के लिए बात की। इसके बाद उसी फोन पर ऐप लिंक भेजा गया। जब रमेश ने लिंक पर क्लिक किया, तो उनका मोबाइल फोन तुरंत हैक हो गया।
कुछ ही पलों में रमेश के बैंक खाते से 1 लाख 40 हजार रुपये की राशि निकाल ली गई। मंजीत और रमेश ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और तकनीकी सहायता से जांच शुरू कर दी है।
साइबर ठगी का नया तरीका:
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि साइबर अपराधी अब रोजमर्रा की जरूरी सेवाओं जैसे पानी, बिजली आदि के नाम पर लोगों को भ्रमित कर रहे हैं।
ठगी की प्रमुख विशेषताएं:
- पानी कनेक्शन काटने का झांसा
- अनजान नंबर से आया SMS और कॉल
- ऐप डाउनलोड लिंक भेजा गया
- लिंक क्लिक करते ही फोन हैक
- खाते से डेढ़ लाख रुपये की निकासी
पुलिस की कार्रवाई:
झज्जर पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की संबंधित धाराओं और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि साइबर सेल को इस केस की जांच सौंप दी गई है और आरोपी जल्द गिरफ्त में होंगे। साथ ही लोगों से अपील की गई है कि अनजान लिंक पर कभी भी क्लिक न करें और किसी भी प्रकार की शंका होने पर तुरंत पुलिस या साइबर हेल्पलाइन पर संपर्क करें।
सुरक्षा के लिए सुझाव:
- किसी भी सरकारी सेवा से जुड़ी सूचना के नाम पर आए अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
- कोई भी ऐप या सॉफ्टवेयर सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट या स्टोर से ही डाउनलोड करें।
- बैंक संबंधित किसी भी जानकारी को कभी भी किसी के साथ साझा न करें।
- साइबर अपराध की शिकायत 1930 हेल्पलाइन या www.cybercrime.gov.in पर करें।