



मानहानि मामला: कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा के खिलाफ वकील संजीव तक्षक ने भेजा ₹1 करोड़ का नोटिस
हरियाणा के चरखी दादरी में 15 अप्रैल 2025 को आयोजित जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में एक विवाद उत्पन्न हुआ, जब अधिवक्ता संजीव तक्षक को कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा द्वारा कथित रूप से अपमानित किया गया। इस घटना के परिणामस्वरूप, संजीव तक्षक ने मंत्री के खिलाफ ₹1 करोड़ का मानहानि नोटिस भेजा है और प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO), मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष से अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है।
घटना का विवरण
अधिवक्ता संजीव तक्षक, जो पिछले 15 वर्षों से वकालत कर रहे हैं और सामाजिक मुद्दों पर सक्रिय हैं, ने ओवरलोडिंग और अवैध खनन के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई थी। यह शिकायत 15 अप्रैल 2025 को जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक के एजेंडा में शामिल थी, जिसकी अध्यक्षता कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा कर रहे थे।
तक्षक का आरोप है कि जब उन्होंने अपनी शिकायत प्रस्तुत करनी चाही, तो मंत्री ने उन्हें “तू गुंडा है क्या” जैसे अपमानजनक शब्द कहे और बैठक से बाहर निकाल दिया। उन्होंने इस व्यवहार को न केवल अपने आत्मसम्मान पर आघात बताया, बल्कि इसे लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं और जनभागीदारी की भावना के खिलाफ भी माना।
कानूनी कार्रवाई
इस घटना से आहत होकर, संजीव तक्षक ने कृषि मंत्री को ₹1 करोड़ का मानहानि नोटिस भेजा है, जिसमें 15 दिनों के भीतर जवाब देने की मांग की गई है। उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय, मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर मंत्री के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है। तक्षक ने यह भी कहा है कि यदि निर्धारित समय में नोटिस का जवाब नहीं दिया गया, तो वे न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे।
मंत्री की प्रतिक्रिया
कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने इस मामले पर अभी तक कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, उन्होंने बैठक के दौरान ओवरलोडिंग और अवैध खनन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही थी। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा था कि ओवरलोडिंग और अवैध खनन के मामलों में प्रशासन और पुलिस विभाग मिलकर कार्रवाई करेंगे।