तूफ़ान, बारिश और आग से बर्बाद हुई फसल – अभय चौटाला ने सरकार से की मुआवज़े की माँग
The Airnews | Reported by Sahil Kasoon | Chandigarh | 19 April 2025
किसानों के लिए इनेलो की खुली चेतावनी – मुआवज़ा दो, नहीं तो सड़कों पर संघर्ष होगा
इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला ने प्रदेश के किसानों की बिगड़ती स्थिति पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने शुक्रवार को चंडीगढ़ से एक प्रेस बयान में कहा कि तूफान, बारिश और आग की वजह से हरियाणा के कई जिलों में खड़ी फसल बर्बाद हो चुकी है, और सरकार को बिना देरी के तुरंत विशेष गिरदावरी करवाकर 61 हज़ार रुपये प्रति एकड़ मुआवज़ा देना चाहिए।
सवाल सरकार से – जब रैली के लिए दे सकते हो, तो किसानों के लिए क्यों नहीं?
चौटाला ने सवाल उठाया कि जब हरियाणा सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के नाम पर किसानों को मुआवज़ा देकर रैली के लिए जमीन हासिल कर सकती है, तो अब असलियत में जब किसान संकट में हैं, तब उन्हें मुआवज़ा क्यों नहीं दिया जा सकता? उन्होंने कहा –
“अगर सरकार ने जल्द मुआवज़ा नहीं दिया, तो इनेलो पार्टी किसानों के साथ खड़ी होकर सड़कों पर आंदोलन करेगी।”
किन जिलों में हुआ कितना नुकसान?
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अंधड़, बारिश और तूफ़ान ने हरियाणा के लगभग सभी कृषि ज़िलों को प्रभावित किया है।
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पंचकुला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, करनाल, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, भिवानी, फतेहाबाद और सिरसा – इन सभी जिलों में लाखों टन गेहूं की फसल को नुकसान पहुँचा है।
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मंडियों में पड़ा 30 लाख टन से अधिक गेहूं अभी तक नहीं उठाया गया और बारिश से पूरी तरह भीग चुका है।
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आग लगने से जल चुकी फसलें:
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हिसार: दर्जनों एकड़
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सिरसा: 400 एकड़
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कैथल: 135 एकड़
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कुरुक्षेत्र: 170 एकड़
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झज्जर: 200 एकड़
कुल मिलाकर 1000 एकड़ से अधिक फसल आग में राख हो गई।
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अन्नदाता को चौतरफा मार
अभय चौटाला ने बताया कि एक ओर किसानों की फसलें खेतों में बिछ गईं, दूसरी ओर मंडियों में बगैर टेंट के खुले में रखी फसल भीग कर खराब हो गई, और तीसरी तरफ आग लगने की घटनाओं ने किसानों की मेहनत को राख कर दिया है।
इनेलो का दो टूक संदेश:
“सरकार अगर वाकई किसानों की हितैषी है तो उसे सिर्फ भाषण नहीं, व्यवहारिक राहत देनी चाहिए। मुआवज़ा देना कोई दया नहीं, किसानों का अधिकार है।”