460 पाकिस्तानी नागरिकों को प्रदेश से निकालने के आदेश, सोशल मीडिया पर सख्त निगरानी
The Airnews | रिपोर्ट: Yash | स्थान: चंडीगढ़/हरियाणा
प्रस्तावना
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में आक्रोश है और सरकारें एक्शन मोड में आ चुकी हैं। इसी कड़ी में हरियाणा सरकार ने भी बड़ा फैसला लिया है। प्रदेश में रह रहे 460 पाकिस्तानी नागरिकों को निकालने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। इसके साथ ही पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
गृह मंत्री अमित शाह के फोन के बाद एक्शन में आई हरियाणा सरकार
शुक्रवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का फोन कॉल आया, जिसके बाद हरियाणा के गृह विभाग को त्वरित योजना बनाने का निर्देश दिया गया। गृह विभाग अब यह रणनीति बना रहा है कि किन चरणों में, किन दस्तावेजों के आधार पर और किस प्रक्रिया से इन पाकिस्तानी नागरिकों को प्रदेश से बाहर किया जाएगा।
सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज हैं अधिकांश हिंदू शरणार्थी
सरकारी दस्तावेजों के अनुसार, इन 460 पाकिस्तानी नागरिकों में से अधिकांश हिंदू परिवार हैं, जो पाकिस्तान में प्रताड़ना झेलने के बाद भारत आए थे और लंबे समय से हरियाणा के विभिन्न जिलों में रह रहे हैं।
इनमें से कई लोगों ने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन भी कर रखा है, लेकिन अभी तक केंद्र से उन्हें नागरिकता देने का अंतिम निर्णय नहीं आया है।
हिंदू संगठनों का विरोध प्रदर्शन आज कई शहरों में
पहलगाम हमले में निर्दोष लोगों की हत्या से आक्रोशित हिंदू संगठनों ने आज शनिवार को हरियाणा के कई जिलों में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। इनमें जींद, भिवानी, कुरुक्षेत्र, कैथल, यमुनानगर सहित अन्य शहर शामिल हैं।
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग किया जाए और आतंकी संगठनों के खिलाफ कड़ा एक्शन हो।
सोशल मीडिया पर बढ़ी निगरानी: भड़काऊ कंटेंट शेयर करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
हरियाणा सरकार ने पहलगाम घटना के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी निगरानी बढ़ा दी है। गृह विभाग की साइबर विंग को निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी व्यक्ति भड़काऊ पोस्ट या अफवाह फैलाने वाला कंटेंट सोशल मीडिया पर डालता है, तो सीधे उसके खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी।
सरकार का मानना है कि इस प्रकार के संवेदनशील मुद्दों पर अफवाहें या भड़काऊ संदेश माहौल को खराब कर सकते हैं, इसलिए जीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपनाई गई है।
460 पाकिस्तानी नागरिक कौन हैं और कहां रहते हैं?
हरियाणा के विभिन्न जिलों में रहने वाले इन 460 पाकिस्तानी नागरिकों में से अधिकतर 1971 के बाद पाकिस्तान से आए शरणार्थी हैं।
वे पिछले कई सालों से भारत में रह रहे हैं और स्थानीय समाज में मिल-जुलकर जीवन बिता रहे हैं।
हालांकि, कुछ राजनीतिक और सुरक्षा कारणों से अब उन्हें अन्यत्र स्थानांतरित करने या बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
विपक्ष की प्रतिक्रिया: मानवीय नजरिए से सोचने की मांग
हालांकि सरकार ने सुरक्षा के लिहाज से यह निर्णय लिया है, लेकिन विपक्षी दलों ने इसे मानवीय दृष्टिकोण से देखने की अपील की है।
कुछ नेताओं ने कहा है कि इन परिवारों ने पाकिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न झेलकर भारत में शरण ली थी, ऐसे में इन्हें “आतंकी संदर्भों” में देखने की बजाय उचित न्यायिक प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए।
प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
राज्य सरकार ने सभी जिला प्रशासन को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। प्रमुख धार्मिक स्थलों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पुलिस की गश्त और निगरानी बढ़ा दी गई है।
सुरक्षा एजेंसियां संभावित संवेदनशील इलाकों की पहचान कर रही हैं और वहां सीसीटीवी और सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों की तैनाती की जा रही है।