सीसीटीवी में कैद पुलिस की दबंगई: सिविल ड्रेस में युवक को थप्पड़, धमकी और फिर सस्पेंड – सोनीपत में मचा बवाल”
The Airnews | सोनीपत | 02 मई 2025
हरियाणा के सोनीपत जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जिसमें पुलिस की दबंगई कैमरे में कैद हो गई। दो पुलिसकर्मियों ने एक युवक को सिविल ड्रेस में रोककर बाइक की चेकिंग के बहाने न केवल धमकाया, बल्कि उसके साथ मारपीट भी की। पूरी घटना CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हो गई, जिसके सामने आने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। एसपी ने दोनों पुलिसकर्मियों को तुरंत सस्पेंड कर दिया है, लेकिन पीड़ित और आमजन की मांग है कि आरोपियों पर आपराधिक मुकदमा चलाया जाए।
घटना का समय और स्थान
यह घटना सोनीपत के महावीर ज्वेलर्स के सामने घटित हुई, जब बबलू नामक युवक, जो पास ही स्थित श्रीराम ज्वेलर्स की दुकान पर काम करता है, बैंक जाने के लिए निकला था। सुबह करीब 10:35 बजे दो व्यक्ति, जो सिविल ड्रेस में थे, ने उसे रोका और उसकी बाइक के कागजात मांगने लगे।
पहचान पूछने पर भड़के पुलिसकर्मी
बबलू ने जब उनसे उनकी पहचान पूछी तो दोनों ने खुद को सीआईए स्टाफ का बताकर आईडी कार्ड दिखाने से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद उन्होंने युवक को डराने-धमकाने की कोशिश की और जबरदस्ती उसकी बाइक छीनकर थाने ले जाने की बात कहने लगे।
दुकान ले गया युवक, पुलिसकर्मी और भड़के
बबलू ने परिस्थिति पर भरोसा न करते हुए बाइक को थाने न ले जाकर सीधे अपने दुकान मालिक के पास ले जाना उचित समझा। लेकिन इससे दोनों पुलिसकर्मी भड़क उठे। एक पुलिसकर्मी ने युवक की कॉलर पकड़कर उसे खींचना शुरू कर दिया और दूसरा थप्पड़ जड़ते हुए धमकाने लगा।
घटना CCTV में कैद, ऑडियो भी साफ
पूरी वारदात दुकान के बाहर लगे CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है। कैमरे की फुटेज में देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी किस तरह से युवक को गालियां दे रहे हैं, थप्पड़ मार रहे हैं और कॉलर पकड़कर घसीटने की कोशिश कर रहे हैं। इतना ही नहीं, बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग में भी पुलिसकर्मी की धमकियां साफ सुनी जा सकती हैं।
सुनील नामक पुलिसकर्मी कहता है – “तेरी ऐसी कार्रवाई बैठा देंगे कि समझ नहीं आएगा। बिना कागज वाली बाइक वाले ही गोली मारते हैं।”
महिला पुलिसकर्मी के हस्तक्षेप पर भी नहीं रुके
वहां पर मौजूद एक महिला पुलिसकर्मी ने जब बीच-बचाव की कोशिश की, तो सुनील ने उसे भी डांटते हुए कहा – “साइड हो जाओ।” इस दौरान भी वह युवक को धमकाता रहा। जब आसपास के लोगों ने हस्तक्षेप किया, तो भी उसने झूठे आरोप लगाकर धमकाने की कोशिश की।
दुकान मालिक के आने पर भी धमकी जारी
जब दुकान मालिक मौके पर पहुंचे और स्थिति को शांत करने की कोशिश की, तब भी पुलिसकर्मी सुनील ने कहा – “एक बार थाने लेकर जाएंगे, जबरदस्ती लेकर जाएंगे। नरम है तो क्या खा जाएंगे इसको?”
एसपी ने की सख्त कार्रवाई – दोनों पुलिसकर्मी सस्पेंड
सोनीपत के एसपी को जब पूरी घटना की जानकारी और CCTV फुटेज सौंपी गई, तो उन्होंने फौरन कार्रवाई करते हुए दोनों पुलिसकर्मियों – एसपीओ सुनील और एसपीओ चांद को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया।
इस पूरे मामले पर एसीपी राहुल देव ने बयान देते हुए कहा – “हमारे संज्ञान में मामला आते ही जांच शुरू कर दी गई है। दोनों पुलिसकर्मियों को ड्यूटी से निलंबित कर दिया गया है, और आगे की कार्रवाई जारी है।”
पीड़ित बबलू की मांग – हो आपराधिक मुकदमा दर्ज
बबलू का कहना है कि अगर उसका दुकान मालिक मौके पर न आता तो पुलिसकर्मी उसे जबरदस्ती थाने ले जाकर झूठा केस डाल सकते थे या फिर पैसे की वसूली कर सकते थे। उसने मांग की है कि सिर्फ सस्पेंशन काफी नहीं है, बल्कि आरोपियों पर आपराधिक केस दर्ज किया जाए।
“मुझे डराया गया, धमकाया गया, जबरदस्ती बाइक छीनने की कोशिश की गई और सार्वजनिक स्थान पर थप्पड़ मारा गया। यह सिर्फ सस्पेंशन का मामला नहीं है – मुझे न्याय चाहिए।”
क्या कहता है कानून – सिविल ड्रेस में पूछताछ की सीमा
कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार, सिविल ड्रेस में कोई भी पुलिसकर्मी बिना वर्दी और उचित पहचान पत्र दिखाए किसी आम नागरिक को न तो रोक सकता है, न ही उसके साथ जोर-जबरदस्ती कर सकता है। बिना पहचान पत्र दिखाए की गई जांच अवैध मानी जाती है।
जनता में रोष – पुलिस पर उठे सवाल
इस घटना के बाद सोशल मीडिया और स्थानीय बाजार में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों का कहना है कि सिविल ड्रेस में पुलिस की यह हरकत “वसूली का नया तरीका” लगती है।
“अगर यह सब कैमरे में न आता, तो कौन मानता कि पुलिस ने थप्पड़ मारा और धमकाया?”
पुलिस प्रशासन पर दवाब – मामला बना केस स्टडी
यह घटना हरियाणा पुलिस विभाग के लिए एक संवेदनशील केस स्टडी बन चुकी है। अब लोगों की मांग है कि इस तरह के मामलों में केवल विभागीय कार्रवाई न हो, बल्कि आरोपियों पर FIR दर्ज कर न्यायिक कार्रवाई की जाए।