पत्नी और दादा ने किया सैल्यूट, स्पीकर और CM की पत्नी भी हुईं शामिल ?

हरियाणा के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की श्रद्धांजलि सभा: पत्नी और दादा ने किया सैल्यूट, स्पीकर और CM की पत्नी भी हुईं शामिल
The Airnews | करनाल | विशेष रिपोर्ट
हरियाणा के शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को आज करनाल में भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम करनाल के डॉ. मंगलसेन ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया, जहां उनके परिवार, रिश्तेदारों, राजनेताओं और आमजन की उपस्थिति में उन्हें नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई।
विनय नरवाल के दादा और पत्नी हिमांशी ने उनकी तस्वीर के सामने सैल्यूट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दृश्य ने उपस्थित सभी लोगों को भावुक कर दिया। मंच पर विनय की पत्नी हिमांशी के सिर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी की पत्नी सुमन सैनी ने स्नेहपूर्वक हाथ रखा और उन्हें ढांढस बंधाया।
भावुक पल, टूटा परिवार
श्रद्धांजलि सभा में विनय की पत्नी हिमांशी लगातार भावुक नजर आईं। इस दौरान विनय के पिता राजेश नरवाल ने अपनी बहू को सांत्वना दी। सभा में शामिल हर व्यक्ति की आंखें नम थीं। मंच पर विनय की तस्वीर पर फूल चढ़ाकर उन्हें अंतिम प्रणाम किया गया।
राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व की उपस्थिति
सभा में हरियाणा विधानसभा के स्पीकर हरविंद्र कल्याण, कांग्रेस नेताओं और भारतीय नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। स्पीकर हरविंद्र कल्याण ने मंच पर पहुंचकर विनय के परिवार की महिलाओं को गले लगाकर उनका दुख बांटने की कोशिश की। वहीं नौसेना के अफसरों ने सैन्य सम्मान के साथ विनय को अंतिम विदाई दी।
110 किलोमीटर दौड़कर श्रद्धांजलि देने पहुंचा युवक
गन्नौर के गांधीनगर से एक युवक विनय को श्रद्धांजलि देने के लिए 110 किलोमीटर दौड़कर करनाल पहुंचा। यह अद्भुत दृश्य सभी को भावुक कर गया और विनय की वीरता की मिसाल बन गया।
शहादत की पीड़ा: 16 अप्रैल को हुई थी शादी
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की 16 अप्रैल को शादी हुई थी। वे अपनी पत्नी हिमांशी के साथ हनीमून मनाने गए थे। इसी दौरान 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया। गोली लगने से उनकी शहादत हो गई। 23 अप्रैल को करनाल में सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार हुआ, जहां उनकी बहन और चचेरे भाई ने उन्हें मुखाग्नि दी थी।
सरकार की ओर से सहायता की घोषणा
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने विनय के परिवार को 50 लाख रुपये की सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी। यह घोषणा शहीद के बलिदान को सम्मानित करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
संवेदनाओं के साथ राष्ट्र ने किया नमन
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की शहादत ने न केवल हरियाणा, बल्कि पूरे देश को झकझोर दिया है। उनकी वीरता, कर्तव्यपरायणता और बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। करनाल में हुई यह श्रद्धांजलि सभा केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि देश के सपूत को सच्ची श्रद्धांजलि थी।




