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Saturday, November 8, 2025

राजस्थान के चूरू में वायुसेना का जगुआर फाइटर जेट क्रैश: पायलट और को-पायलट की मौत, मलबा गांव में बिखरा

राजस्थान (Sahil Kasoon The Airnews) चूरू जिले के राजलदेसर थाना क्षेत्र में बुधवार दोपहर भारतीय वायुसेना का एक जगुआर लड़ाकू विमान क्रैश हो गया। यह हादसा दोपहर 12:40 बजे हुआ। दुर्घटना में विमान के पायलट और को-पायलट दोनों शहीद हो गए। क्रैश साइट के आसपास गांव भाणूदा में बड़ी मात्रा में मलबा बिखरा पड़ा है। सेना और प्रशासन मौके पर पहुंच गए हैं, वहीं ग्रामीणों की भारी भीड़ भी घटनास्थल पर एकत्र हो गई।

चूरू एसपी जय यादव के अनुसार, दुर्घटनास्थल से शवों के क्षत-विक्षत टुकड़े बरामद हुए हैं। शुरुआती जानकारी में तकनीकी खराबी के चलते पायलट इजेक्ट नहीं कर पाए, जिससे हादसा और गंभीर हो गया। बताया गया है कि यह टू-सीटर ट्रेनी जगुआर जेट श्रीगंगानगर के पास स्थित सूरतगढ़ एयरबेस से उड़ान भरकर निकला था।

घटना के तुरंत बाद भारतीय वायुसेना ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए हैं ताकि दुर्घटना के सही कारणों का पता लगाया जा सके। सेना का एक हेलिकॉप्टर भी मौके पर पहुंचा, जिसे सड़क पर लैंड कराना पड़ा, क्योंकि आस-पास कोई हेलीपैड मौजूद नहीं था। यह हादसा जगुआर विमानों की श्रृंखला में तीसरी दुर्घटना है, जो पिछले 5 महीनों में देश में घटित हुई है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले उन्हें विमान की गड़गड़ाहट और फिर जोरदार धमाके की आवाज सुनाई दी। इसके बाद चारों ओर धुआं और मलबे का दृश्य छा गया।

वायुसेना और प्रशासन की टीमें अब मलबे को एकत्र कर फॉरेंसिक और तकनीकी जांच में जुटी हैं। फिलहाल दुर्घटना को लेकर देशभर में शोक की लहर है और सेना के दो वीर जवानों की शहादत पर देश उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है।

राजस्थान के चूरू जिले के राजलदेसर थाना क्षेत्र में बुधवार दोपहर भारतीय वायुसेना का एक जगुआर लड़ाकू विमान क्रैश हो गया। यह हादसा दोपहर 12:40 बजे हुआ। दुर्घटना में विमान के पायलट और को-पायलट दोनों शहीद हो गए। क्रैश साइट के आसपास गांव भाणूदा में बड़ी मात्रा में मलबा बिखरा पड़ा है। सेना और प्रशासन मौके पर पहुंच गए हैं, वहीं ग्रामीणों की भारी भीड़ भी घटनास्थल पर एकत्र हो गई।

चूरू एसपी जय यादव के अनुसार, दुर्घटनास्थल से शवों के क्षत-विक्षत टुकड़े बरामद हुए हैं। शुरुआती जानकारी में तकनीकी खराबी के चलते पायलट इजेक्ट नहीं कर पाए, जिससे हादसा और गंभीर हो गया। बताया गया है कि यह टू-सीटर ट्रेनी जगुआर जेट श्रीगंगानगर के पास स्थित सूरतगढ़ एयरबेस से उड़ान भरकर निकला था।

घटना के तुरंत बाद भारतीय वायुसेना ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए हैं ताकि दुर्घटना के सही कारणों का पता लगाया जा सके। सेना का एक हेलिकॉप्टर भी मौके पर पहुंचा, जिसे सड़क पर लैंड कराना पड़ा, क्योंकि आस-पास कोई हेलीपैड मौजूद नहीं था। यह हादसा जगुआर विमानों की श्रृंखला में तीसरी दुर्घटना है, जो पिछले 5 महीनों में देश में घटित हुई है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले उन्हें विमान की गड़गड़ाहट और फिर जोरदार धमाके की आवाज सुनाई दी। इसके बाद चारों ओर धुआं और मलबे का दृश्य छा गया।

वायुसेना और प्रशासन की टीमें अब मलबे को एकत्र कर फॉरेंसिक और तकनीकी जांच में जुटी हैं। फिलहाल दुर्घटना को लेकर देशभर में शोक की लहर है और सेना के दो वीर जवानों की शहादत पर देश उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है।

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