उचाना (साहिल कसून) – सीआईए स्टाफ नरवाना पुलिस ने पुलिस अधीक्षक जींद राजेश कुमार के कुशल नेतृत्व और डीएसपी नरवाना अमित कुमार के मार्गदर्शन में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए हनीट्रैप के मामले में 8 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस ऑपरेशन में महिला सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान बलिंद्र पुत्र सूबा सिंह निवासी कहसुन और एक महिला के रूप में हुई है।
मामले का पूरा घटनाक्रम
08 जनवरी 2025 को थाना सदर नरवाना में एक महिला ने मनीष पुत्र नामधारी निवासी कापड़ो के खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज कराया था। इस केस की जांच उप पुलिस अधीक्षक नरवाना द्वारा की जा रही थी।
आरोपी मनीष की मां ने उप पुलिस अधीक्षक को एक शिकायत दी, जिसमें बताया गया कि रेप का आरोप लगाने वाली महिला उनके परिवार से समझौते के एवज में 8 लाख रुपये की मांग कर रही है। इसके तहत 1 लाख रुपये एडवांस में दिए जा चुके थे।
सीआईए नरवाना की रणनीति और कार्रवाई
डीएसपी नरवाना ने इस मामले की जांच का जिम्मा सीआईए प्रभारी नरवाना को सौंपा। सीआईए प्रभारी ने ASI रमेश कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया। टीम ने 8 लाख रुपये के करेंसी नोटों के सीरियल नंबर नोट कर शिकायतकर्ता को सौंप दिए।
आरोपियों ने रकम लेने के लिए शिकायतकर्ता को उचाना कलां गांव में एक परचून की दुकान पर बुलाया। जैसे ही आरोपी ने शिकायतकर्ता से 8 लाख रुपये लिए, सीआईए टीम ने तुरंत रेड कर दी और मौके पर ही आरोपी को रंगे हाथ पकड़ लिया। उनके पास से 8 लाख के करेंसी नोट भी बरामद कर लिए गए।
आरोपियों पर दर्ज हुआ मामला
गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा नंबर 63 दिनांक 08 मार्च 2025 को धारा 308(2), 308(6), 61(2) BNS के तहत थाना उचाना में मामला दर्ज किया गया है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान आरोपियों से गहन पूछताछ की जाएगी ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्यों और उनकी अन्य धोखाधड़ी गतिविधियों का भी खुलासा किया जा सके।