रोहतक में ASI संदीप लाठर सुसाइड केस:परिवार का पोस्टमॉर्टम करवाने से इनकार; CM और मंत्रियों के पहुंचने की संभावना
रोहतक में साइबर सेल में कार्यरत ASI संदीप लाठर द्वारा सुसाइड करने के मामले में अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। परिवार के लोगों ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाने से इनकार कर दिया है। देर रात तक एएसपी प्रतीक अग्रवाल परिजनों को मनाने में लगे हुए थे, लेकिन परिजन नहीं माने। आज भाजपा के मंत्रियों के रोहतक में पहुंचने की संभावना भी जताई जा रही है।
ASI संदीप लाठर ने मंगलवार दोपहर करीब एक बजे गांव लाढोत से धामड़ रोड़ पर अपने मामा के खेतों में बने कोठड़े की छत पर जाकर सर्विस रिवाल्वर से गोली मारकर सुसाइड कर लिया था। सुसाइड से पहले संदीप लाठर ने एक वीडियो बनाया और 4 पेज का सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें IPS वाई पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए है।
सुसाइड करने की सूचना पर पुलिस व परिवार के लोग मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। पुलिस शव को पोस्टमॉर्टम के लिए डेड हाउस लेकर जाना चाहती थी, लेकिन परिवार के लोगों ने शव को सरकारी गाड़ी में डालने की बजाय ट्रैक्टर ट्राली में रखवाया और मामा के घर ले गए। परिजनों ने कहा कि जब तक केस दर्ज नहीं होगा, पोस्टमॉर्टम नहीं करने देंगे।

ASI संदीप लाठर का शव अभी गांव लाढोत में उसके मामा के घर में रखा हुआ है, जहां सीएम नायब सिंह सैनी के आने की संभावना है। क्योंकि सीएम नायब सैनी आज रोहतक में आ रहे है। वहीं, उनके साथ कुछ मंत्री भी पहुंच सकते है। वहीं स्थानीय कुछ नेता लगातार मामले में नजर बनाए हुए है।
ASI संदीप लाठर द्वारा खेत में बने कोठड़े में सुसाइड करने के बाद सबसे पहले वहां काम करने वाले नौकर जैलदार ने देखा। जैलदार ने बताया कि जब संदीप लाठर खेत में आया तो वह पास की नहर पर चला गया था। कुछ देर बाद जब वह वापस कोटड़े के पास आया तो अचानक गोली की आवाज सुनी।

गोली की आवाज सुनकर वह ऊपर गया तो देखा कि संदीप लहु लूहान हालत में पड़ा था। जैलदार ने बताया कि उसने हादसे की सूचना खेत के मालिक संजय को दी। साथ ही पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद संजय व परिवार के लोग मौके पर पहुंचे और बाद में पुलिस मौके पर आई।

ASI संदीप लाठर को तत्कालीन एसपी IPS नरेंद्र बिजारणिया का विश्वासपात्र माना जाता रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी मर्डर केस समेत कई बड़ी वारदात को सुलझाने में ASI संदीप की भूमिका रही। कई ईनामी बदमाशों को भी संदीप लाठर ने पकड़ा था।
जिले में जब भी आत्महत्या से पहले बनाई गई वीडियो और सुसाइड नोट छोड़े गए, तब कोई वारदात होती है। ऐसे में गुत्थी को सुलझाने में सुसाइड नोट की अहम भूमिका होती है। एसपी नरेंद्र बिजारणिया को हटाने के बाद संदीप काफी भावुक थे।

ASI संदीप लाठर के पिता दयानंद की करीब 20 साल पहले छोटी दिवाली पर ट्रेन से पैर फिसलने के बाद मौत हो गई थी, जबकि संदीप की मां उसके साथ ही रहती है। इसे संयोग कहेंगे कि संदीप ने भी छोटी दिवाली से 4 दिन पहले सुसाइड कर लिया। पुलिस मामले में जांच कर रही है। साथ ही वीडियो व सुसाइड नोट की भी जांच करवाई जा रही है।




