हरियाणा सीएम सैनी का बड़ा एक्शन:करनाल के 3 अधिकारी निलंबित, फर्जी गेट पास और ई-खरीद पोर्टल में गड़बड़ी पर सख्त कार्रवाई
हरियाणा में बाजरा खरीद प्रक्रिया में धांधली की शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने बड़ा एक्शन लिया है। कनीना और कोसली की मंडियों में ई-खरीद पोर्टल व मार्केट कमेटी के एच-रजिस्टर में अंतर की शिकायत सामने आई थी।
वहीं, करनाल में फर्जी गेट पास जारी करने का मामला पकड़ा गया। जांच में गड़बड़ी सही पाई गई, जिसके बाद करनाल के तीन अफसरों समेत छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि किसानों के हितों से किसी तरह का समझौता नहीं होगा।
राज्य सरकार को मिली शिकायतों में नई अनाज मंडी, कनीना और अनाज मंडी, कोसली के ई-खरीद पोर्टल के रिकॉर्ड और मार्केट कमेटी के एच-रजिस्टर में बड़ा अंतर पाया गया। जांच के दौरान यह भी पता चला कि गेट पास जारी करने की प्रक्रिया में भी अनियमितताएं की गईं। रिकॉर्ड में फेरबदल और खरीद प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी की पुष्टि होने पर सरकार ने तत्काल सख्त कदम उठाए।
इन अनियमितताओं को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने नई अनाज मंडी, कनीना के सचिव सह-ईओ मनोज पराशर और अनाज मंडी, कोसली के सचिव-सह-ईओ नरेंद्र कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश दिए। मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी निर्देशों में कहा गया कि खरीद प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इसी दौरान करनाल से भी शिकायतें आईं कि यहां अलग-अलग आईपी एड्रेस का इस्तेमाल करके फर्जी गेट पास जारी किए गए। शिकायतों की जांच में मामला सही पाया गया। इसके बाद मार्केट कमेटी, करनाल के मंडी सुपरवाइजर हरदीप और अश्वनी सहित ऑक्शन रिकॉर्डर सतबीर को भी तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने स्पष्ट किया कि किसानों के हितों से कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने सभी जिलों के अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि खरीद प्रक्रिया में गड़बड़ी पाई गई तो जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। साथ ही, सभी मंडियों में पारदर्शी और निष्पक्ष खरीद सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसानों को उचित दाम और सुविधा मिल सके।




