हिसार का जवान अरुणाचल प्रदेश में शहीद: राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

नारनौंद (हिसार) — अरुणाचल प्रदेश के ऊंचे पहाड़ी इलाक़े में पेट्रोलिंग के दौरान गिरकर घायल हुए हिसार के खांडा खेड़ी गांव निवासी हवलदार पवन सिंधु की मौत हो गई। 13 राजपूताना राइफल में तैनात शहीद पवन सिंधु का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव खांडा खेड़ी पहुंचा और राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
पवन सिंधु को उनकी यूनिट 13 दिनों की पेट्रोलिंग के लिए ऊँची पहाड़ी पर तैनात किया गया था। शुक्रवार (पेट्रोलिंग के आखिरी दिन) को पहाड़ी के किनारे खड़े होने के दौरान पैर फिसलने से वे नीचे गिर गए। साथी जवानों ने उन्हें काफी मशक्कत के बाद ऊपर निकाला और इलाज के लिए नज़दीकी अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सिर पर गंभीर चोटें थीं जिनके कारण उनकी जान नहीं बच पाई।
शहीद पवन सिंधु 2003 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे और 13 राजपूताना राइफल में तैनात थे। उनकी ड्यूटी अरुणाचल प्रदेश के चीन सीमा के पास बड़े रोचक/सेंसिटिव क्षेत्र में थी। पवन सिंधु की शादी 2006 में झमोला गांव की रितु से हुई थी। वे दो बेटे — सौम्य (17) और विनय (16) — के पिता थे, जो जुलाना के एक प्राइवेट स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ते हैं। परिवार और गांव में शहीद के अचानक निधन से गहरा शोक व्याप्त है।
उनके बड़े बेटे सौम्य ने बताया कि उनके पिता सरल स्वभाव और हंसमुख मिज़ाज के थे। पवन सिंधु आखिरी बार मार्च में छुट्टी लेकर घर आए थे और 27 अप्रैल को वे ड्यूटी पर लौट गए थे। 29 अक्टूबर को बेटे से हुई आखिरी बातचीत में पिता ने उन्हें सेना व पुलिस की तैयारी करने के लिए प्रेरित किया था।
रविवार को शहीद का पार्थिव शरीर विमान से दिल्ली एयरपोर्ट पहुँचा और वहां से सेना की टीम ने उसे गाँव खांडा खेड़ी तक पहुँचाया। स्थानीय लोगों और सैनिक साझेदारों ने पूरे सम्मान के साथ अंतिम यात्रा में भाग लिया। शाम 4 बजे गांव के श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार संपन्न हुआ; बड़े पुत्र ने मुखाग्नि दी।
पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने भी शहीद पवन सिंधु की शहादत पर शोक व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि अर्पित की। पूरे गांव और परिजनों के आस-पास मातम का माहौल है — पत्नी, बच्चे और परिवारिक सदस्य गहरे शोक में हैं।
हमें अपने बहादुर जवानों की शहादत पर गर्व है और उनके बलिदान को नमन करते हैं। शहीद पवन सिंधु की बहादुरी और कर्तव्यनिष्ठा हम सभी के लिए प्रेरणा है।





