
The Airnews | कैथल
हरियाणा की राजनीति में एक बार फिर एयरपोर्ट के मुद्दे ने जोर पकड़ लिया है। हिसार में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और हिसार के कांग्रेस सांसद जयप्रकाश जेपी के बीच तीखी बयानबाजी सामने आई है। सांसद जयप्रकाश ने स्पष्ट कहा है कि हिसार में बना ढांचा कोई इंटरनेशनल एयरपोर्ट नहीं, बल्कि मात्र एक एयरोड्रम है। उन्होंने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह प्रोजेक्ट सिर्फ कुछ खास लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए तैयार किया गया है, जबकि आम जनता के साथ धोखा किया गया है।
इंटरनेशनल एयरपोर्ट की जगह बना एयरोड्रम
जयप्रकाश जेपी ने प्रेस वार्ता में कहा कि प्रदेश की जनता ने इंटरनेशनल एयरपोर्ट की उम्मीद में अपनी कीमती जमीन सरकार को दी थी। यह जमीन करोड़ों-करोड़ों की थी, जिसे विकास और रोजगार की उम्मीद में सौंपा गया था। परंतु सरकार ने उन उम्मीदों को तोड़ते हुए मात्र एक एयरोड्रम तैयार किया है। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट की आड़ में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार और पक्षपात हुआ है।
मुख्यमंत्री की चुनौती का जवाब
हाल ही में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बयान दिया था कि अगर हिसार में इंटरनेशनल एयरपोर्ट नहीं बन रहा तो जयप्रकाश इस्तीफा दें। इस पर पलटवार करते हुए जयप्रकाश ने कहा कि वे पहले ही कह चुके हैं कि यदि सरकार यह प्रमाणित कर दे कि यह सच में इंटरनेशनल एयरपोर्ट है, तो वे अपना सांसद पद छोड़ देंगे। उन्होंने चुनौती दी कि सरकार दस्तावेज पेश करे और एयरपोर्ट की अंतरराष्ट्रीय मान्यता सिद्ध करे। यदि ऐसा नहीं कर सकते तो उन्हें प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस शासन में मिली थी मंजूरी
जयप्रकाश ने यह भी दोहराया कि एयरपोर्ट का प्रस्ताव सबसे पहले कांग्रेस सरकार में मंजूर हुआ था। उन्होंने दावा किया कि तब इसकी योजना पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय स्तर की थी। लेकिन भाजपा सरकार ने सत्ता में आने के बाद इस योजना को सीमित कर दिया और एक अधूरी परियोजना के रूप में जनता के सामने पेश किया।
चहेतों को दिया गया फायदा
सांसद ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने एयरपोर्ट के नाम पर अपने करीबी लोगों को फायदा पहुंचाया है। जिन लोगों की जमीन एयरपोर्ट के आसपास थी, उन्हें सरकारी सौदे और प्रोजेक्ट्स में प्राथमिकता दी गई। इससे उन चहेतों की संपत्ति की कीमतें कई गुना बढ़ गईं और आम लोग ठगे रह गए।
जनता के साथ छलावा
जयप्रकाश ने अपने बयान में कहा कि हिसार की जनता ने विकास की उम्मीद में अपनी जमीन दी थी। उन्हें लगा था कि इससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, व्यापार को गति मिलेगी और हरियाणा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी। लेकिन यह सब एक छलावा निकला। एयरपोर्ट की बजाय वहां अब तक केवल एयरोड्रम जैसी संरचना खड़ी की गई है, जो अंतरराष्ट्रीय मानकों पर कहीं भी खरी नहीं उतरती।
दस्तावेजों की मांग
सांसद ने कहा कि अगर सरकार को अपनी योजना पर विश्वास है तो वह सामने आकर एयरपोर्ट से संबंधित सभी दस्तावेज सार्वजनिक करे। अंतरराष्ट्रीय विमानन नियामक संस्थाओं से मिली स्वीकृतियां, रनवे की लंबाई, कार्गो सुविधाएं, इमिग्रेशन व्यवस्था आदि सभी विवरण सामने लाए जाएं ताकि जनता खुद तय कर सके कि यह एयरपोर्ट है या महज एक धोखा।
आंदोलन की चेतावनी
जयप्रकाश जेपी ने स्पष्ट कहा कि अगर सरकार ने लोगों को न्याय नहीं दिया तो वे इस मुद्दे पर सड़क से संसद तक संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार सत्ता में आती है तो वह इस प्रोजेक्ट को दोबारा शुरू कर पूर्ण इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रूप में तैयार करेगी। उन्होंने जनता से अपील की कि वे सच्चाई को पहचानें और अपनी आवाज बुलंद करें।
सत्ताधारी दल पर सवाल
जेपी ने यह भी कहा कि भाजपा सिर्फ नारों और घोषणाओं की राजनीति करती है। विकास के नाम पर झूठे वादे किए जाते हैं और असल में सिर्फ दिखावा किया जाता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से एयरपोर्ट का मुद्दा सियासी लाभ के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, वह निंदनीय है।
जनता से संवाद
जयप्रकाश ने कहा कि वे इस मुद्दे पर जन संवाद अभियान शुरू करेंगे और गांव-गांव जाकर लोगों को इसकी सच्चाई बताएंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट की असलियत सामने लाना बेहद जरूरी है ताकि भविष्य में जनता को ऐसे किसी छलावे का शिकार न होना पड़े।