Title: नौकरी के नाम पर ठगी का पर्दाफाश: कैथल में युवती को टिकट कलेक्टर की नौकरी का झांसा देकर 78 हजार रुपए की ठगी, दो आरोपियों पर FIR

नौकरी के नाम पर ठगी का पर्दाफाश: कैथल में युवती को टिकट कलेक्टर की नौकरी का झांसा देकर 78 हजार रुपए की ठगी, दो आरोपियों पर FIR
Edit By: Yash | The Airnews |
परिचय: युवाओं के सपनों से खिलवाड़
हरियाणा के कैथल जिले में एक बार फिर नौकरी के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है, जहां एक युवती को रेलवे में टिकट कलेक्टर की नौकरी दिलाने का झांसा देकर दो व्यक्तियों ने 78,000 रुपए ठग लिए। जब पीड़ित परिवार ने नौकरी नहीं मिलने पर पैसे वापस मांगे, तो आरोपियों ने उल्टा धमकियां देनी शुरू कर दीं। मामला कैथल के राजौंद थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है।
घटना का संक्षिप्त विवरण
पीड़ित राजेश कुमार, जो कैथल जिले के सेरधा गांव का निवासी है, ने राजौंद थाने में लिखित शिकायत दी। शिकायत के अनुसार, अगस्त 2024 में उसकी पहचान जींद जिले के गांव अलेवा निवासी रामनिवास से हुई थी, जो जैविक खाद (केंचुआ खाद) के व्यवसाय से जुड़ा हुआ है। शुरुआती मुलाकात के बाद दोनों के बीच दोस्ती हो गई और आपसी मेलजोल बढ़ता गया।
एक दिन जब दोनों साथ बैठे हुए थे, तभी राजेश की भांजी ममता का फोन आया। ममता ने बताया कि वह बी.ए. पास कर चुकी है और नौकरी की तलाश में है। इस पर रामनिवास ने कहा कि उसकी पहचान भिवानी निवासी हितेश नामक युवक से है, जो युवाओं को रेलवे में नौकरी लगवाता है। रामनिवास ने आश्वासन दिया कि वह ममता को टिकट कलेक्टर की नौकरी दिलवा देगा।
78 हजार रुपए की ठगी: एक महीने में नौकरी का वादा
रामनिवास और हितेश ने ममता को रेलवे में नौकरी दिलाने के लिए राजेश कुमार से कुल 78,000 रुपए दो किस्तों में वसूले। उन्होंने यह वादा किया कि एक महीने के अंदर ही ममता को रेलवे में नौकरी मिल जाएगी। साथ ही भरोसा दिलाया कि अगर नौकरी नहीं मिली तो पैसे वापस कर दिए जाएंगे।
राजेश कुमार ने जब यह रकम दी, तो उसे यकीन था कि उसकी भांजी का भविष्य सुरक्षित हो जाएगा। लेकिन हकीकत कुछ और ही निकली।
न नौकरी मिली, न पैसे वापस: ऊपर से धमकियां
समय बीतता गया लेकिन न तो नौकरी मिली और न ही कोई प्रक्रिया शुरू हुई। जब राजेश ने रामनिवास और हितेश से संपर्क कर पैसे वापस मांगे, तो उन्हें धमकियां दी गईं। आरोपियों ने कहा कि अगर दोबारा फोन किया या दबाव डाला, तो अंजाम बहुत बुरा होगा।
पीड़ित का कहना है कि उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया और धमकियों से डराने की कोशिश की गई ताकि वह चुप रहे और पैसे की मांग न करे।
पुलिस की भूमिका और दर्ज एफआईआर
राजौंद थाना प्रभारी राजकुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों – रामनिवास और हितेश – के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
थाना प्रभारी ने यह भी स्पष्ट किया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है और सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
नौकरी के नाम पर बढ़ती ठगी के मामले: एक गंभीर सामाजिक संकट
यह अकेला मामला नहीं है। हरियाणा सहित देशभर में युवाओं को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह सक्रिय हैं। बेरोजगारी की समस्या के कारण युवा वर्ग ऐसे झांसे में जल्दी आ जाता है। विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में जहां सरकारी नौकरी को सम्मान और स्थिरता का प्रतीक माना जाता है, वहां ऐसे गिरोह बेरोकटोक युवाओं को शिकार बना रहे हैं।
रेलवे, पुलिस, आर्मी, और शिक्षा विभाग जैसी सरकारी संस्थाओं में नौकरी दिलाने का लालच देकर बेरोजगार युवाओं से मोटी रकम ऐंठी जाती है।




