ऑपरेशन सिंदूर के बीच कैथल पुलिस की जनता से अपील: सावधान रहें, अफवाहों से बचें और सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करें

ऑपरेशन सिंदूर के बीच कैथल पुलिस की जनता से अपील: सावधान रहें, अफवाहों से बचें और सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करें
कैथल | 9 मई 2025
स्रोत: SP Office Kaithal
संपादन: The Airnews Team
रिपोर्टर: Sahil Kasoon
भारत सरकार और भारतीय सेना द्वारा आतंकवाद के खिलाफ चलाए जा रहे “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत देशभर में सुरक्षा व्यवस्था को सतर्क किया गया है। इस संदर्भ में हरियाणा के कैथल जिले की पुलिस अधीक्षक (SP) आस्था मोदी ने एक सार्वजनिक एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने आमजन से शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की है। साथ ही उन्होंने ऐसे आपातकालीन समय में पालन करने योग्य विस्तृत दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं, जिससे नागरिक खुद को और अपने आसपास के लोगों को सुरक्षित रख सकें।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
भारतीय सेना द्वारा हाल ही में आतंकवाद के विरुद्ध बड़े स्तर पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम से कार्रवाई शुरू की गई है। इस अभियान का उद्देश्य देश के अंदर और सीमावर्ती इलाकों में छिपे आतंकियों का सफाया करना और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इस ऑपरेशन की पृष्ठभूमि में सेना की सख्त रणनीतियाँ, विशेष कमांडो इकाइयों की तैनाती, एयर स्ट्राइक अलर्ट, और संवेदनशील क्षेत्रों में हाई अलर्ट जैसी स्थितियाँ शामिल हैं।
ऐसे में देशभर में संभावित खतरे और अफवाहों को देखते हुए कैथल पुलिस द्वारा जारी यह एडवाइजरी न केवल जागरूकता बढ़ाती है, बल्कि आपदा की स्थिति में संयमित और विवेकपूर्ण आचरण को भी बढ़ावा देती है।

SP आस्था मोदी की अपील: “आप सैनिक नहीं हैं, लेकिन राष्ट्र की हिम्मत आप हैं।”
SP आस्था मोदी ने कहा, “ऐसे समय में आम नागरिकों की भूमिका बेहद अहम होती है। आप सैनिक नहीं हैं, लेकिन राष्ट्र की हिम्मत आप हैं। हम सबको मिलकर संगठित और सतर्क रहना है। घबराएं नहीं, अफवाहों में न आएं और दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें।”
उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि वे न तो कोई लावारिस वस्तु छुएं और न ही ऐसी वस्तुओं को नजरअंदाज करें। किसी भी संदिग्ध वस्तु या गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर दें।
जानें किन जरूरी दिशा-निर्देशों का पालन करें आम नागरिक:
-
सबसे पहले: जान बचाना प्राथमिकता है
-
अपने घर में सबसे सुरक्षित कमरे को पहचानें। यह कमरा वह हो जहां खिड़कियां या कांच कम हों।
-
यदि आप घर से बाहर हैं और कोई विस्फोट/सायरन सुनाई देता है, तो पास की किसी मजबूत दीवार या ढांचे के पीछे छिप जाएं।
-
किसी घटना को मोबाइल से रिकॉर्ड करने या वीडियो बनाने के चक्कर में खुद को खतरे में न डालें।
-
सबसे जरूरी बात — संयम और सूझबूझ बनाए रखें।
-
-
आपातकालीन किट तैयार रखें
-
एक छोटा बैग बनाकर उसमें निम्नलिखित चीज़ें रखें:
• आधार कार्ड या कोई अन्य पहचान पत्र
• रोज़ की जरूरी दवाइयाँ
• पानी की बोतल
• कुछ सूखा भोजन (बिस्किट, नमकीन, आदि)
• मोबाइल चार्जर या पावर बैंक
• टॉर्च/फ्लैशलाइट -
यह बैग ऐसा होना चाहिए जिसे आवश्यकता पड़ने पर तत्काल उठाकर बाहर निकला जा सके।
-
-
अफवाहों से सावधान रहें
-
सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली हर खबर पर भरोसा न करें।
-
केवल आधिकारिक स्रोतों जैसे कि NDMA ऐप, DD News, All India Radio पर ही ध्यान दें।
-
किसी भी अपुष्ट जानकारी को दूसरों से साझा करने से पहले PIB Fact Check या Alt News जैसी फैक्ट-चेक वेबसाइट्स से सत्यापित करें।
-
किसी संदिग्ध पोस्ट या मैसेज की सूचना साइबर हेल्पलाइन को दें।
-
-
मानसिक संतुलन बनाए रखें
-
अत्यधिक समाचार देखने से बचें। दिन में दो बार समाचार देखने से अधिक बार न देखें।
-
मानसिक शांति के लिए 4-4-4-4 बॉक्स ब्रीदिंग तकनीक अपनाएं:
• 4 सेकंड तक गहरी सांस लें → 4 सेकंड तक रोकें → 4 सेकंड तक सांस छोड़ें → 4 सेकंड तक रुकें → दोहराएं। -
बच्चों को डर न दिखाएं, बल्कि सामान्य दिनचर्या बनाए रखें — जैसे कहानियाँ सुनाना, पढ़ाना, खेलना आदि।
-
पूजा, प्रार्थना या ध्यान जैसी क्रियाएं मन को स्थिर करने में मदद करती हैं।
-
-
समुदाय से जुड़ाव बनाए रखें
-
पड़ोसियों से संपर्क में रहें, विशेषकर बुजुर्गों और अकेले रहने वालों की सहायता करें।
-
किसी संदिग्ध गतिविधि की सूचना सीधे पुलिस को दें — न कि सोशल मीडिया पर वायरल करें।
-
यदि कोई व्यक्ति मानसिक रूप से परेशान हो, तो उसका मनोबल बढ़ाएं और आवश्यकता पड़ने पर मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन से संपर्क करें।
-
-
याद रखें — हिम्मत शोर नहीं करती, तैयारी करती है
-
डर को अपने मन में जगह न दें।
-
तैयारी ही सुरक्षा की सबसे बड़ी कुंजी है।
-
अपने दैनिक जीवन में ऐसी एक चीज़ जरूर शामिल करें जो आपको शांति और खुशी देती हो — जैसे संगीत सुनना, पढ़ना, लिखना या बच्चों के साथ समय बिताना।
-
आपात स्थिति में कहां संपर्क करें?
-
पुलिस हेल्पलाइन: 112
-
स्वास्थ्य सेवाएं: 108
-
महिला हेल्पलाइन: 1091
-
साइबर हेल्पलाइन: 1930
-
NDMA मोबाइल ऐप (Google Play Store और App Store पर उपलब्ध)




