अली खान महमूदाबाद सोनीपत में स्थित अशोका यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर है।
ऑपरेशन सिंदूर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले प्रोफेसर गिरफ्तार: अशोका यूनिवर्सिटी विवाद से महिला आयोग नाराज, सोनीपत पुलिस कमिश्नर का तबादला
The Airnews | सोनीपत |18 May | Sahil Kasoon
हरियाणा के सोनीपत स्थित अशोका यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर गिरफ्तार कर लिया गया है।
अली खान की गिरफ्तारी दिल्ली के ओखला इलाके से की गई, जहां उनके खिलाफ हरियाणा महिला आयोग की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। अली खान पर सेना की दो महिला अफसरों—कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह—के खिलाफ आपत्तिजनक और सांप्रदायिक टिप्पणियों का आरोप है।
महिला आयोग ने लिया सख्त संज्ञान
हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने इस मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए अली खान को 14 मई 2025 को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का समन भेजा था। समन के बावजूद पेश न होने पर भाटिया ने अशोका यूनिवर्सिटी जाकर स्वयं निरीक्षण किया। यूनिवर्सिटी में उन्हें पुलिस की अनुपस्थिति और सुरक्षा की कमी से गहरा असंतोष हुआ। उन्होंने इसे सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताया।
पुलिस की लापरवाही पर कार्रवाई
15 मई को यूनिवर्सिटी पहुंची रेणु भाटिया को न महिला SHO मिलीं, न ही ACP उपस्थित रहे। इस पर नाराज होकर उन्होंने हरियाणा के डीजीपी से शिकायत की, जिसके परिणामस्वरूप सोनीपत की महिला पुलिस कमिश्नर नाजनीन भसीन का तबादला कर दिया गया। अब ADGP ममता सिंह को पुलिस कमिश्नरेट का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
क्या था विवादित बयान?
प्रोफेसर अली खान की पोस्ट में उन्होंने लिखा कि—
भारत की नई सैन्य नीति अब आतंकवादियों और पाकिस्तानी सेना में भेद नहीं करती।
पाकिस्तान की दोहरी नीति को उजागर किया गया है, जिसमें वह आतंकी संगठनों का उपयोग करता है और खुद को पीड़ित बताता है।
भारत की सैन्य कार्रवाई ने युद्ध को फैलने नहीं दिया, जिससे आम नागरिकों को नुकसान नहीं पहुंचा।
युद्ध के खिलाफ चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि इसका सबसे अधिक असर गरीबों पर होता है।
दक्षिणपंथी राजनीति और मुस्लिम समुदाय के साथ भेदभाव की आलोचना की गई।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल महिला सैन्य अधिकारियों की तारीफ करते हुए भारत की विविधता को दर्शाया, लेकिन जमीनी हकीकत पर सवाल उठाए।
अशोका यूनिवर्सिटी विवाद की पृष्ठभूमि
यह विवाद 7 मई 2025 को तब शुरू हुआ जब अली खान ने सोशल मीडिया पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के खिलाफ टिप्पणी की। इसके बाद 12 मई को महिला आयोग ने स्वत: संज्ञान लेकर उन्हें समन भेजा। 14 मई को वह पेश नहीं हुए। 15 मई को महिला आयोग की चेयरपर्सन ने यूनिवर्सिटी का दौरा किया, जिसमें सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन पाया गया।
क्या बोले पुलिस अधिकारी?
हालांकि, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नाजनीन भसीन का तबादला एक रूटीन प्रक्रिया थी। लेकिन महिला आयोग की शिकायत और सार्वजनिक नाराजगी के बाद इसे अनुशासनात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले प्रोफेसर गिरफ्तार: अशोका यूनिवर्सिटी विवाद से महिला आयोग नाराज, सोनीपत पुलिस कमिश्नर का तबादला
अली खान महमूदाबाद सोनीपत में स्थित अशोका यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर है।
ऑपरेशन सिंदूर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले प्रोफेसर गिरफ्तार: अशोका यूनिवर्सिटी विवाद से महिला आयोग नाराज, सोनीपत पुलिस कमिश्नर का तबादला
The Airnews | सोनीपत |18 May | Sahil Kasoon
हरियाणा के सोनीपत स्थित अशोका यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर गिरफ्तार कर लिया गया है।
अली खान की गिरफ्तारी दिल्ली के ओखला इलाके से की गई, जहां उनके खिलाफ हरियाणा महिला आयोग की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। अली खान पर सेना की दो महिला अफसरों—कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह—के खिलाफ आपत्तिजनक और सांप्रदायिक टिप्पणियों का आरोप है।
महिला आयोग ने लिया सख्त संज्ञान
हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने इस मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए अली खान को 14 मई 2025 को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का समन भेजा था। समन के बावजूद पेश न होने पर भाटिया ने अशोका यूनिवर्सिटी जाकर स्वयं निरीक्षण किया। यूनिवर्सिटी में उन्हें पुलिस की अनुपस्थिति और सुरक्षा की कमी से गहरा असंतोष हुआ। उन्होंने इसे सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताया।
पुलिस की लापरवाही पर कार्रवाई
15 मई को यूनिवर्सिटी पहुंची रेणु भाटिया को न महिला SHO मिलीं, न ही ACP उपस्थित रहे। इस पर नाराज होकर उन्होंने हरियाणा के डीजीपी से शिकायत की, जिसके परिणामस्वरूप सोनीपत की महिला पुलिस कमिश्नर नाजनीन भसीन का तबादला कर दिया गया। अब ADGP ममता सिंह को पुलिस कमिश्नरेट का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
क्या था विवादित बयान?
प्रोफेसर अली खान की पोस्ट में उन्होंने लिखा कि—
अशोका यूनिवर्सिटी विवाद की पृष्ठभूमि
यह विवाद 7 मई 2025 को तब शुरू हुआ जब अली खान ने सोशल मीडिया पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के खिलाफ टिप्पणी की। इसके बाद 12 मई को महिला आयोग ने स्वत: संज्ञान लेकर उन्हें समन भेजा। 14 मई को वह पेश नहीं हुए। 15 मई को महिला आयोग की चेयरपर्सन ने यूनिवर्सिटी का दौरा किया, जिसमें सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन पाया गया।
क्या बोले पुलिस अधिकारी?
हालांकि, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नाजनीन भसीन का तबादला एक रूटीन प्रक्रिया थी। लेकिन महिला आयोग की शिकायत और सार्वजनिक नाराजगी के बाद इसे अनुशासनात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है।