कुरुक्षेत्र की रात में गूंजीं गोलियां: पुलिस और गैंगस्टरों की मुठभेड़ में दोनों बदमाश घायल, एक पटियाला का, दूसरा कुरुक्षेत्र से

कुरुक्षेत्र की रात में गूंजीं गोलियां: पुलिस और गैंगस्टरों की मुठभेड़ में दोनों बदमाश घायल, एक पटियाला का, दूसरा कुरुक्षेत्र से
The Airnews | रिपोर्टर – Yash
स्थान: कुरुक्षेत्र, हरियाणा
प्रकाशन तिथि: 11 अप्रैल 2025
घटना का संक्षिप्त विवरण
कुरुक्षेत्र जिले के शाहाबाद इलाके में बीती रात लगभग 2 बजे एक सनसनीखेज मुठभेड़ हुई, जिसमें पुलिस और दो कुख्यात बदमाश आमने-सामने आ गए। यह मुठभेड़ शाहाबाद के शरीफगढ़ लिंक रोड पर हुई, जहां CIA-1 की टीम ने दो संदिग्ध बदमाशों को घेर लिया। बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस को भी जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। मुठभेड़ में दोनों बदमाशों के पैरों में गोलियां लगीं और उन्हें घायल अवस्था में पहले शाहाबाद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और फिर LNJP अस्पताल रेफर किया गया।
पहचान और गैंग कनेक्शन: पटियाला और कुरुक्षेत्र के बदमाश निकले शूटर
पुलिस जांच में दोनों बदमाशों की पहचान पटियाला निवासी सोनू राम और कुरुक्षेत्र निवासी अभिजीत के रूप में हुई है। दोनों अपराधी हरियाणा-पंजाब सीमा पर सक्रिय कुख्यात काका राणा गैंग के शूटर बताए जा रहे हैं। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि इन दोनों का मकसद फिरौती की योजना को अंजाम देना था। सूत्रों के अनुसार दोनों को किसी व्यापारी के घर पर फायरिंग कर दबाव बनाने का टास्क मिला था, जिससे फिरौती वसूली जा सके।
पुलिस को मिला इनपुट: अपराध से पहले ही सक्रिय हुई CIA टीम
यह पूरी कार्रवाई एक इनपुट के आधार पर शुरू हुई थी, जिसमें पुलिस को पता चला कि दो संदिग्ध युवक शरीफगढ़ के पास लिंक रोड पर संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त हैं। CIA-1 की टीम मौके पर पहुंची और घेराबंदी कर दी। जैसे ही बदमाशों ने खुद को घिरा हुआ पाया, उन्होंने तुरंत पुलिस पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। पुलिस ने संयम बरतते हुए जवाबी कार्रवाई की और लगभग 10 मिनट के ऑपरेशन में दोनों को घायल कर पकड़ा गया।
मुठभेड़ की सटीक योजना और पुलिस की रणनीति
पुलिस सूत्रों के अनुसार, CIA-1 की टीम को जैसे ही सूचना मिली, टीम ने बिना देरी किए एक सोची-समझी रणनीति के तहत ऑपरेशन शुरू किया। चारों ओर से लिंक रोड को घेर लिया गया ताकि बदमाश भाग न सकें। इस बीच, बदमाशों ने पुलिस को निशाना बनाते हुए कई राउंड फायर किए। सौभाग्यवश कोई पुलिसकर्मी घायल नहीं हुआ, जबकि जवाबी कार्रवाई में दोनों अपराधियों को पैरों में गोलियां लगीं।
घायलों का इलाज जारी, LNJP अस्पताल में कड़ी निगरानी
घायल होने के बाद पुलिस ने तुरंत दोनों आरोपियों को CHC शाहाबाद पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें कुरुक्षेत्र स्थित LNJP अस्पताल के कैदी वार्ड में शिफ्ट किया गया है। दोनों की हालत स्थिर बताई जा रही है और पुलिसकर्मी 24 घंटे निगरानी में रखे हुए हैं। किसी भी प्रकार की शिनाख्त, भागने या बाहरी हमले की आशंका को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
पूछताछ से खुल सकते हैं कई राज
पुलिस अधिकारियों का मानना है कि ये बदमाश न केवल शहर में फिरौती के लिए आए थे बल्कि इनका नेटवर्क हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ हो सकता है। दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। उनसे मिलने वाले इनपुट के आधार पर काका राणा गैंग के अन्य सक्रिय सदस्यों की भी धरपकड़ हो सकती है।
कौन है काका राणा गैंग?
हरियाणा और पंजाब में सक्रिय काका राणा गैंग एक कुख्यात अपराधी गिरोह है, जो फिरौती, सुपारी किलिंग, रंगदारी वसूली और अवैध हथियारों की तस्करी जैसी वारदातों में शामिल रहा है। इस गैंग के कई सदस्य पहले भी जेल जा चुके हैं और कई पुलिस रडार पर हैं। बताया जा रहा है कि सोनू राम और अभिजीत दोनों इस गैंग के एक्टिव शूटर हैं और कई घटनाओं में इनकी भूमिका रही है।
स्थानीय लोगों में भय, पुलिस ने बढ़ाई गश्त
मुठभेड़ की खबर फैलते ही क्षेत्र के स्थानीय लोगों में भय का माहौल बन गया। लोग हैरान थे कि इतनी बड़ी आपराधिक वारदात की योजना उनके इलाके में बनाई जा रही थी। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद पूरे क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है और रात में अतिरिक्त पेट्रोलिंग की जा रही है।
कुरुक्षेत्र पुलिस का बयान
कुरुक्षेत्र पुलिस अधीक्षक ने कहा,
“यह ऑपरेशन पूर्व-निर्धारित नहीं था, बल्कि हमारे अलर्ट सिस्टम और CIA-1 की तत्परता का परिणाम था कि दो खतरनाक अपराधियों को बड़ी वारदात करने से पहले ही पकड़ लिया गया। हम इस मामले को हर एंगल से जांच रहे हैं और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
राजनीतिक प्रतिक्रिया और प्रशासन की भूमिका
घटना के बाद राज्य प्रशासन और राजनीतिक गलियारों में भी हलचल देखने को मिली। विपक्षी दलों ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, जबकि प्रशासन ने इसे पुलिस की सफलता बताया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मुठभेड़ में शामिल पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने की बात कही है।
आगे की जांच और कानूनी प्रक्रिया
पुलिस अब दोनों बदमाशों को मेडिकल डिस्चार्ज के बाद कोर्ट में पेश करेगी। FIR दर्ज की जा चुकी है और IPC की कई धाराओं के तहत केस चलाया जाएगा। साथ ही, इन दोनों के कॉल रिकॉर्ड, सोशल मीडिया गतिविधियों और बैंकिंग डिटेल्स की भी जांच शुरू कर दी गई है।




