
कुरुक्षेत्र में देर रात मुठभेड़ से मचा हड़कंप: काका-राणा गैंग के दो बदमाश पकड़े गए, दोनों की टांगों में लगी गोलियां
The Airnews | कुरुक्षेत्र, हरियाणा
हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में देर रात उस समय सनसनी फैल गई, जब कुख्यात काका-राणा गैंग से जुड़े दो बदमाशों के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ कुरुक्षेत्र के शाहाबाद क्षेत्र में स्थित गांव रावा के पास हुई, जहां पुलिस की CIA-2 यूनिट ने गोपनीय सूचना के आधार पर सर्च ऑपरेशन चलाया और दोनों बदमाशों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की।
दोनों आरोपियों के पैर में पुलिस की गोली लगने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया और फिलहाल वे LNJP अस्पताल के कैदी वार्ड में इलाजरत हैं। पकड़े गए आरोपियों की पहचान राहुल वर्मा और इमरान खान उर्फ मलिक उर्फ तालिबान के रूप में हुई है, जो क्रमशः रादौर और यमुनानगर के निवासी हैं।
कैसे हुआ मुठभेड़ का घटनाक्रम?
10 अप्रैल को शाहाबाद के एक IELTS कोचिंग सेंटर पर फायरिंग की गई थी, जिसने क्षेत्र में दहशत फैला दी थी। इस वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों को मदद पहुंचाने वालों की तलाश में पुलिस लंबे समय से थी।
गुरुवार देर रात करीब 12 बजे CIA-2 टीम को सूचना मिली कि दो संदिग्ध युवक गांव रावा के पास बाइक पर घूम रहे हैं और उनके पास अवैध हथियार हैं। इस पर पुलिस ने तत्काल सर्च ऑपरेशन शुरू किया। बराड़ा रोड पर स्थित पुलिया के पास दो युवक खड़े दिखाई दिए। जैसे ही पुलिस की टीम उनके पास पहुंची, दोनों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की और मुठभेड़ के दौरान दोनों बदमाशों को गोली लगी।
पुलिस की सतर्कता और सटीक कार्रवाई
CIA-2 के इंचार्ज मोहन लाल के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में पुलिस की सतर्कता और त्वरित निर्णय ने एक बड़ी अनहोनी को टाल दिया। अगर यह बदमाश फरार हो जाते तो आने वाले दिनों में कोई बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते थे। पुलिस के अनुसार, दोनों के पास से एक बिना सिम वाला मोबाइल फोन और एक बाइक बरामद की गई है। यह बाइक और हथियार उन्होंने 10 अप्रैल को शाहाबाद स्थित IELTS सेंटर पर फायरिंग के लिए मुहैया कराई थी।
IELTS सेंटर पर फायरिंग: पूरा मामला
10 अप्रैल को हुई फायरिंग की घटना ने शाहाबाद क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया था। IELTS कोचिंग सेंटर पर बाइक सवार युवकों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं। हालांकि कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन इस घटना ने छात्रों और उनके परिजनों में डर का माहौल पैदा कर दिया।
इस मामले की जांच कर रही CIA-2 यूनिट को शुरू से ही संदेह था कि यह घटना किसी बड़े गैंग की करतूत है, और इसमें कुछ स्थानीय बदमाश शामिल हैं, जो गैंग के लिए रेकी और लॉजिस्टिक सपोर्ट का काम कर रहे हैं।
काका-राणा गैंग का कनेक्शन
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पकड़े गए दोनों बदमाश कुख्यात काका-राणा गैंग से जुड़े हुए हैं। यह गैंग पहले भी रंगदारी, फायरिंग, लूट और हत्या जैसे गंभीर मामलों में संलिप्त रहा है। काका-राणा गैंग हरियाणा, पंजाब और दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में सक्रिय है और सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को अपने जाल में फंसाने का काम करता है।
राहुल वर्मा और इमरान खान ने गैंग के लिए न केवल हथियार और बाइक मुहैया कराई बल्कि सेंटर की रेकी भी की थी, जिससे हमला सटीक ढंग से किया जा सके। अब जब दोनों पुलिस की गिरफ्त में हैं, तो उम्मीद जताई जा रही है कि पूछताछ के दौरान गैंग के अन्य सदस्यों और नेटवर्क का भी खुलासा हो सकता है।
इलाज के बाद रिमांड पर लिया जाएगा
दोनों बदमाशों को पहले शाहाबाद CHC (कम्युनिटी हेल्थ सेंटर) ले जाया गया और वहां से प्राथमिक उपचार के बाद LNJP अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां उन्हें कैदी वार्ड में रखा गया है। पुलिस का कहना है कि इलाज पूरा होने के बाद दोनों को रिमांड पर लिया जाएगा और गहन पूछताछ की जाएगी।
स्थानीय लोगों में भय का माहौल
गांव रावा और शाहाबाद क्षेत्र में इस मुठभेड़ के बाद डर और बेचैनी का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अब गैंगस्टर स्कूल और कोचिंग संस्थानों को भी निशाना बना रहे हैं, जिससे छात्रों की सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है। उन्होंने पुलिस से मांग की है कि क्षेत्र में नियमित गश्त बढ़ाई जाए और संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई हो।
पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल भी
हालांकि पुलिस की कार्रवाई की सराहना हो रही है, लेकिन कुछ लोग यह भी सवाल उठा रहे हैं कि आखिर गैंगस्टर्स को कोचिंग सेंटर पर हमला करने की इतनी हिम्मत कैसे हुई? क्या पुलिस की खुफिया तंत्र पहले से सजग नहीं था? ऐसे सवालों पर पुलिस का कहना है कि हर घटना से सबक लेते हुए अब क्षेत्र में और अधिक कड़ाई की जाएगी।
भविष्य की रणनीति
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गैंगस्टर नेटवर्क को खत्म करने के लिए जल्द ही बड़े स्तर पर ऑपरेशन चलाए जाएंगे। इस केस से जुड़े हर लिंक की जांच की जाएगी और गैंग के अन्य सक्रिय सदस्यों को पकड़ने के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। इसके साथ ही कोचिंग सेंटर, स्कूल और कॉलेज जैसे स्थानों पर सुरक्षा कड़ी की जाएगी।