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Saturday, November 8, 2025

कैथल में आंगनबाड़ी वर्कर्स-हेल्पर का जोरदार प्रदर्शन

 

( Yash ) कैथल में आंगनबाड़ी वर्कर्स-हेल्पर का जोरदार प्रदर्शन, 16 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार पर बनाया दबाव

पोषण ट्रैकर एप के लिए 5G मोबाइल, वेतन बढ़ोतरी और स्थायी रोजगार की मांग

कैथल। कैथल में आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर लघु सचिवालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में आंगनबाड़ी वर्कर एवं हेल्पर यूनियन से जुड़ी सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया और सरकार से अपनी 16 सूत्रीय मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की अपील की।

प्रदर्शन का मुख्य कारण और प्रमुख मांगें

प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी वर्कर्स का कहना है कि सरकार ने उन पर नई तकनीक थोप दी है, लेकिन उन्हें उसके अनुरूप सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। सरकार ने पोषण ट्रैकर एप का उपयोग अनिवार्य कर दिया है, लेकिन अधिकांश आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स के पास स्मार्टफोन नहीं हैं, या फिर उनके फोन एप को सपोर्ट नहीं करते। इसी वजह से उन्होंने 5G मोबाइल फोन की मांग उठाई है, ताकि वे अपने कार्यों को सही ढंग से कर सकें।

इसके अलावा, वर्कर्स ने वेतन बढ़ोतरी और स्थायी रोजगार की मांग की। उनकी प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:

न्यूनतम वेतन ₹26,000 किया जाए।
आंगनबाड़ी वर्कर्स को तृतीय श्रेणी कर्मचारी और हेल्पर्स को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए।
सेवानिवृत्त होने पर पेंशन की सुविधा मिले।
समय पर वेतन भुगतान किया जाए।
पोषण ट्रैकर एप के लिए सरकार उन्हें 5G मोबाइल उपलब्ध कराए।
काम के घंटे निर्धारित किए जाएं और अतिरिक्त कार्यभार न डाला जाए।

डीसी कार्यालय पर आज भी जारी रहेगा धरना

आंदोलन कर रही महिलाओं ने ऐलान किया है कि अगर उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया, तो वे अपना प्रदर्शन और तेज करेंगी। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर उनकी अनदेखी की गई तो वे अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को मजबूर होंगी।

प्रदर्शन के दौरान आंगनबाड़ी वर्कर्स ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और कहा कि वे तब तक संघर्ष करती रहेंगी, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं।

सरकार की ओर से अब तक कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया गया है, लेकिन प्रदर्शनकारी महिलाएं पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि वे अपने हक के लिए हरसंभव लड़ाई लड़ेंगी।

क्या है पोषण ट्रैकर एप?

सरकार द्वारा लागू किया गया पोषण ट्रैकर एप आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों और गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली पौष्टिक आहार सेवाओं की निगरानी करने के लिए बनाया गया है। इस एप का उपयोग करना सभी आंगनबाड़ी कर्मचारियों के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। हालांकि, वर्कर्स का कहना है कि बिना उपयुक्त मोबाइल फोन और इंटरनेट सुविधाओं के इस एप का उपयोग करना संभव नहीं है।

आंगनबाड़ी वर्कर्स के इस आंदोलन पर प्रशासन की प्रतिक्रिया का सभी को इंतजार है।

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