चुन्नी से हाथ बांध नहर में कूदा प्रेमी जोड़ा:यमुनानगर में 2 दिन बाद मिले शव, 1 दिन पहले लड़के का रिश्ता हुआ था
मृतकों की पहचान महक (23) निवासी गांव ढाकवाला और शुभम निवासी(23) अर्जुन माजरा के रूप में हुई है। महक यमुनानगर शहर के एक कंप्यूटर सेंटर पर पढ़ाई करती थी, वहीं शुभम रेलवे के ठेकेदार के पास लेबर का काम करता था।
जानकारी अनुसार, दोनों कॉलेज में एक साथ पढ़ते थे और तभी से आपस में एक दूसरे को जाने थे। दोनों आपस में शादी करना चाहते थे, लेकिन बुधवार को शुभम का रिश्ता उसके परिवार वालों ने कहीं और तय कर दिया, जिसके बाद इन्होंने यह कदम उठाया।
शनिवार को सूचना मिलते ही पुलिस हाइडल लिंक नहर पर पहुंची और गोताखोरों की मदद से दोनों के शवों को पानी से बाहर निकाला, जिसके बाद देर शाम पोस्टमॉर्टम परिजनों को सौंप दिया है।

जानकारी अनुसार, शुभम और महक अपने-अपने माता-पिता के इकलौता बेटा-बेटी थे। दोनों कॉलेज में एक साथ पढ़ा करते थे। यहीं से दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई, जोकि धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। दोनों एक दूसरे से शादी करना चाहते थे। कॉलेज खत्म होने के बाद शुभम रेलवे वर्कशॉप में ठेकेदार के पास काम करने लगा और महल कंप्यूटर सेंटर में पढ़ाई करने लगी।
इस दौरान भी दोनों की बातचीत और मुलाकात होती रहती, लेकिन उन्होंने इस बारे घर पर किसी को कुछ नहीं बताया। शुभम के परिजन उसकी शादी करने के लिए काफी समय से रिश्ता तलाश रहे थे। ऐसे में लड़की पसंद आने पर बुधवार को उसका रिश्ता तय भी कर दिया गया था।
रिश्ता होने के बाद उसी शाम को उसकी महक से फोन पर बात हुई और उन्होंने सुसाइड करने की ठानी। अगले दिन गुरुवार (13 नवंबर) की सुबह शुभम घर से अपने काम के लिए निकला, वहीं महक भी सेंटर पर जाने के लिए घर से निकली। दोनों काम और सेंटर पर न जाकर एक दूसरे से मिले और बाइक पर हाइडर लिंक नहर पर पहुंचे।
यहां पर बाइक खड़ी कर अपने बैग उसके ऊपर रखे और एक दूसरे का हाथ पकड़ा। महक ने अपनी चुन्नी से दोनों के हाथ को कसकर बांधा, वहीं शुभम ने भी अपने गले में डले परने से उस चुन्नी के ऊपर दूसरी गांठ मारी, ताकि आखिरी सफर में उनका हाथ छूट न जाए। इसके बाद दोनों एक साथ नहर में कूद गए।

घटना के दिन शाम को ही नहर किनारे बाइक खड़ी देख स्थानीय लोगों ने पुलिस काे सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंच जांता तो उसके ऊपर बैग रखे हुए थे, जिनकी तलाशी लेने पर दोनों की शिनाख्त हुई। ऐसे में नहर पर लगातार पहरा दिया जा रहा था।
घटनास्थल से नहर में करीब आधा किलोमीटर आगे चलकर पड़ने वाले पावर स्टेशन के पास शनिवार(15 नवंबर) सुबह गोताखोरों की टीम दोनों की तलाश करने के लिए पहुंची। गहरे पानी में डुबकी लगाने पर दोनों के हाथ बंधे शव बाहर निकाले।
गोताखोर अमर सिंह ने बताया कि महल के बाद नहर में नीचे जाल में फंसे हुए थे। ऐसे में काफी मशक्कत के बाद शवों को पानी से ऊपर लाया गया है। दोनों ने चुन्नी व परने से हाथ को इस कदर कस कर बांधा था कि उसे खोल पाना काफी मुश्किल था।
दोनों के शवों को सामने देख परिजन बिलख उठे और रोते हुए एक ही बात बोले की यदि हमें बता दिया होता, तो तुम दोनों की आपस में शादी करा देते। इस प्रकार का कदम उठाने की क्या जरूरत थी। सूचना मिलते ही प्रतापनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल यमुनानगर पहुंचाया, जहां पर पोस्टमॉर्टम के बाद देर शाम परिजनों को सौंप दिया गया।

प्रतापनगर थाना प्रभारी नर सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि एक युवक व युवती मिसिंग हैं। नहर के पास से एक बाइक बरामद हुई थी, जिसके बाद से उनकी तलाश जारी थी। शुक्रवार काे दोनों के शव बेगमपुर पावर हाउस की नहर से बरामद कर लिए गए। पोस्टमॉर्टम के बाद दोनों के शवों को परिजनों की सौंप दिया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।




