
जींद जिला जेल से सनसनीखेज फरारी: बिजली सुधारने के बहाने कैदी ने रची भागने की चाल, पुलिस अलर्ट पर
The Airnews | जींद | 9 अप्रैल 2025
हरियाणा के जींद जिले की जिला कारागार से एक खतरनाक कैदी के फरार होने की घटना ने प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना मंगलवार रात की है जब एक कैदी, जो बिजली संबंधित तकनीकी काम जानता था, बिजली सुधारने के बहाने जेल की दीवार फांदकर फरार हो गया। यह मामला बेहद चौंकाने वाला है क्योंकि यह कैदी हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट और लूट जैसे गंभीर मामलों में जेल में बंद था।
फरार कैदी की पहचान: राकेश कुमार
फरार हुआ कैदी राकेश कुमार, पंजाब के खनौरी के बनारसी गांव का निवासी है। वह पिछले तीन साल से जींद की जिला जेल में बंद था। वर्ष 2022 में दिल्ली-पटियाला नेशनल हाईवे पर स्थित खटकड़ टोल प्लाजा के पास हुई पुलिस मुठभेड़ में राकेश को गिरफ्तार किया गया था।
राकेश का नाम पहले से ही अपराध की दुनिया में कुख्यात रहा है। उस पर हत्या के प्रयास, लूटपाट और आर्म्स एक्ट के तहत कई मामले दर्ज हैं। विशेष बात यह है कि राकेश एक प्रशिक्षित इलेक्ट्रिशियन था और इसी स्किल का उसने इस्तेमाल कर फरार होने की योजना को अंजाम दिया।
मुठभेड़ की पृष्ठभूमि
2 जून 2022 को जींद सीआईए पुलिस और बदमाशों के बीच खटकड़ टोल प्लाजा के पास मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में राकेश और उसका साथी सोनू पुलिस की गोलीबारी में घायल हो गए थे। राकेश के घुटने में जबकि सोनू के पैर में गोली लगी थी। इसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
रोहतक में ढाई करोड़ की लूट से भी संबंध
राकेश पर रोहतक में हुई ढाई करोड़ रुपए की बड़ी लूट में शामिल होने का भी आरोप है। बताया गया है कि जब रोहतक पुलिस आरोपियों को पकड़ने गई थी, तब राकेश ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी थी, जिसमें एक हेड कॉन्स्टेबल संदीप घायल हो गया था।
कैसे हुई फरारी?
मंगलवार रात करीब 8 बजे जेल की बिजली गुल हो गई थी। जेल प्रशासन को यह जानकारी थी कि राकेश को बिजली के उपकरणों की समझ है। इसीलिए उसे बिजली सुधारने के लिए बुलाया गया। राकेश ने इस भरोसे का गलत फायदा उठाते हुए सीढ़ी लगाई और दीवार पर चढ़ गया। मौका देखकर वह दूसरी ओर कूद गया और अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया।
जेल प्रशासन और पुलिस में हड़कंप
जैसे ही कैदी के फरार होने की सूचना मिली, जेल प्रशासन और पुलिस में हड़कंप मच गया। तुरंत सायरन बजाए गए और पुलिस ने आसपास के क्षेत्रों में तलाशी अभियान शुरू कर दिया। हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है और सभी बॉर्डर्स पर चेकिंग तेज कर दी गई है।
सुरक्षा में चूक या सोची-समझी साजिश?
इस मामले ने जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक तरफ यह समझ से परे है कि एक खतरनाक अपराधी को रात के अंधेरे में बिजली सुधारने जैसे कार्य की अनुमति क्यों दी गई, वहीं दूसरी तरफ यह भी आशंका जताई जा रही है कि राकेश ने पहले से ही अपनी फरारी की योजना बना रखी थी और जेल कर्मियों को भी भ्रमित कर दिया।
राकेश की तलाश में पुलिस टीमें तैनात
पुलिस ने राकेश की तलाश के लिए कई टीमें गठित की हैं। आस-पास के इलाकों के अलावा पंजाब और हरियाणा के सीमावर्ती क्षेत्रों में भी उसकी तलाश की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा।
जनता में भय और प्रशासन की चुनौती
इस घटना के बाद जिले में जनता के बीच भय का माहौल है, खासकर उन क्षेत्रों में जो जेल के आस-पास स्थित हैं। एक ऐसे अपराधी का खुले में घूमना, जो पहले भी पुलिस पर फायरिंग कर चुका है, प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुका है।