दर्दनाक सड़क हादसा: करनाल के एक परिवार के 6 लोगों की मौ**त
दरअसल, हरियाणा के रहने वाले महेंद्र जुनेजा की कैंसर से मौत हो गई थी। उन्हीं की अस्थियों को गंगा में विसर्जित करने के लिए सभी करनाल से हरिद्वार जा रहे थे। हादसे में महेंद्र की पत्नी, बेटे, दो बहनें, एक जीजा और ड्राइवर की मौत हो गई।
हादसा बुधवार तड़के 5.30 बजे पानीपत-खटीमा हाइवे पर तितावी इलाके में हुआ। हादसा इतना भीषण था कि 14 फीट की अर्टिगा 8 फीट की रह गई। टक्कर के बाद चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से जैसे-तैसे सभी कार सवारों को बाहर निकाला। ज्यादातर की मौके पर ही मौत हो गई थी। पुलिस ने एक घायल को अस्पताल भेजा है। उसकी हालत गंभीर है। सभी मृतक करनाल के फरीदपुर के रहने वाले थे।
हादसे का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। फुटेज में ट्रक हाईवे के किनारे खड़ा दिखाई दे रहा है। तभी एक तेज रफ्तार कार पीछे से आकर ट्रक में घुस जाती है। रफ्तार का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि टक्कर के बाद कार का अगला हिस्सा ड्राइवर की सीट तक पिचक गया।
पुलिस ने बताया कि फरीदपुर के रहने वाले महेंद्र जुनेजा की तीन दिन पहले मौत हो गई थी। उन्हीं की अस्थि लेकर उनके बेटे पीयूष (19), हार्दिक, पत्नी मोनिका (40), जीजा राजेंद्र और दो बहनें अंजू, मोहिनी और कार चालक शिवा हरिद्वार जा रहे थे। हार्दिक गंभीर रूप से घायल हैं। उन्हें नजदीकी बघरा सीएचसी से हायर सेंटर रेफर किया गया है।
हादसे के बाद आसपास के लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे। कार का गेट तोड़कर किसी तरह सभी को बाहर निकाला। शवों को सड़क के किनारे ही रख दिया गया। सड़क किनारे बिखरे पड़े शवों को देखकर भीड़ जमा हो गई।। सूचना पर पहुंची परिवार की महिला शव से लिपटकर रोने लगी। वह शव को हिलाकर उठाने का प्रयास कर रही थी। लोगों ने उसे समझाने की कोशिश की और वहां से दूर हटाया।
प्रत्यक्षदर्शी ढाबा मालिक राजेश कुमार ने बताया की एक ट्रक हाईवे के किनारे नीचे खड़ा था। पीछे से एक तेज रफ्तार कार आई और ट्रक में जा घुसी। कार बुरी तरह से पिचक गई। तुरंत पुलिस और एम्बुलेंस को घटना की सूचना दी गई। इसके बाद सभी को एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा गया।
घटना की सूचना तब परिवार तक पहुंची तो उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया। परिवार के लोगों ने बताया कि महेंद्र जुनेजा की पिछले 7 साल से पानीपत में सेनेटरी स्टोर की दुकान है। बड़ा बेटा पीयूष 12वीं करने के बाद से दुकान संभाल रहा है। हार्दिक अभी 10वीं क्लास में है।
हादसे की तस्वीरें…










