नूंह में ब्रजमंडल यात्रा को लेकर अलर्ट: इंटरनेट बंद, भारी सुरक्षा और डीजल से भरे 87 कैन जब्त
यह तस्वीर जुलाई 2023 की है, जब ब्रजमंडल यात्रा के दौरान नूंह में हिंसा और आगजनी हुई थी।- फाइल फोटोनूंह, Sahil Kasoon The Airnews – हरियाणा के नूंह जिले में 14 जुलाई को होने वाली ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शनिवार रात 9 बजे से रविवार रात 9 बजे तक इंटरनेट और बल्क SMS सेवाएं बंद कर दी गई हैं। केवल बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज से जुड़ी सेवाएं चालू रहेंगी।
डीजल से भरी 87 कैन जब्त, तीन गिरफ्तार
यात्रा से पहले नूंह में 87 डीजल से भरी कैन बरामद की गई हैं। इन्हें अवैध रूप से खुले में बेचा जा रहा था। पुलिस ने पेट्रोल पंप मैनेजर जितेंद्र, सेल्समेन आमिर और यूपी निवासी सूर्यप्रकाश को गिरफ्तार किया है। नूंह डीएसपी देवेंद्र सिंह के अनुसार यात्रा को देखते हुए खुले में डीजल बेचने पर प्रतिबंध है।
बिट्टू बजरंगी को यात्रा में शामिल होने से रोका गया
पिछले साल हिंसा के आरोपी रहे हिंदू संगठन के नेता बिट्टू बजरंगी को इस बार यात्रा में शामिल होने की इजाजत नहीं दी गई है। उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की है।
मुख्यमंत्री के आदेश, मीट की दुकानें बंद रहेंगी
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने यात्रा मार्ग पर आने वाली सभी मीट की दुकानों और फैक्ट्रियों को बंद रखने के आदेश दिए हैं। सुरक्षा के लिहाज से 2500 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।

घुड़सवार और ड्रोन से निगरानी, साइबर सेल एक्टिव
नूंह में घुड़सवार पुलिस की तैनाती के साथ-साथ ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है। पुलिस का साइबर सेल सोशल मीडिया एक्टिविटी पर नजर बनाए हुए है।
ट्रैफिक के लिए रूट डायवर्जन जारी
यात्रा में बाधा न हो इसके लिए भारी वाहनों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है और कई रास्तों पर डायवर्जन लागू किया गया है। अलवर, गुरुग्राम, सोहना, पलवल, अलीगढ़ आदि से आने वाले वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से भेजा जा रहा है।
पिछले साल की हिंसा की यादें ताजा
2023 में ब्रजमंडल यात्रा के दौरान नूंह में हिंसा भड़क गई थी जिसमें 7 लोगों की मौत हुई थी और 61 FIR दर्ज हुई थीं। हिंसा के बाद प्रशासन ने 1208 दुकानों और घरों पर बुलडोजर चला दिया था। पुलिस ने दो आरोपियों के एनकाउंटर भी किए।
पाकिस्तान कनेक्शन और सोशल मीडिया उकसावे
पुलिस ने हिंसा में पाकिस्तान कनेक्शन की भी जांच की जिसमें 12 से अधिक सोशल मीडिया अकाउंट्स का पता चला जो हरियाणा और राजस्थान से जुड़े लोगों को उकसा रहे थे।
2024 में कड़ी सुरक्षा में यात्रा निकाली गई थी
हिंसा के एक साल बाद 2024 में यात्रा कड़ी सुरक्षा के बीच नलहड़ेश्वर मंदिर से निकाली गई थी और 80 किमी का सफर 4 घंटे में पूरा किया गया। पूरे रास्ते पर पुलिस की तगड़ी तैनाती थी।





