
पानीपत में दो मंदिरों से जबरन श्री गुरु ग्रंथ साहिब उठाए: निहंगों ने तलवारें लहराईं, धक्का-मुक्की कर हुए फरार
The Airnews | Panipat News
हरियाणा के पानीपत शहर से एक गंभीर और चिंताजनक घटना सामने आई है। शहर के दो अलग-अलग मंदिरों से निहंगों के एक समूह ने जबरन श्री गुरु ग्रंथ साहिब को उठाकर अपने कब्जे में ले लिया। इस दौरान जब मंदिरों के सेवादारों ने विरोध करने का प्रयास किया, तो निहंगों ने सरेआम तलवारें लहराईं और धक्का-मुक्की करते हुए मौके से फरार हो गए। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में रोष की लहर पैदा कर दी है।
कहां-कहां हुई घटना
यह घटनाएं पानीपत की हरिबाग कॉलोनी स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर और सेठी चौक के पास स्थित एक अन्य मंदिर में घटी हैं। दोनों ही जगहों पर निहंगों का एक समूह अचानक मंदिरों में घुसा और श्री गुरु ग्रंथ साहिब को उठा ले गया।
कैसे सामने आया मामला
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, निहंग अचानक मंदिर में दाखिल हुए और बिना किसी पूर्व सूचना के श्री गुरु ग्रंथ साहिब को उठाने लगे। जब मंदिरों के सेवादारों और श्रद्धालुओं ने इसका विरोध किया, तो निहंगों ने तलवारें निकाल लीं और माहौल को भयभीत कर दिया। इस दौरान काफी धक्का-मुक्की भी हुई। निहंग ग्रंथ साहिब को अपने साथ ले जाने में सफल रहे और वहां से निकल गए।
स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश
इस घटना के बाद से पानीपत के लोगों में भारी गुस्सा देखने को मिल रहा है। श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों ने मंदिरों में घुसकर इस तरह का आचरण करने पर निहंगों की कड़ी निंदा की है।
लोगों का कहना है कि धार्मिक स्थलों पर इस तरह की जबरदस्ती असहनीय है और प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए विस्तृत जांच की जा रही है। साथ ही, सभी सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके।
पुलिस का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची
इस घटना ने न केवल मंदिर प्रबंधन को, बल्कि पूरे शहर को आहत किया है। धार्मिक स्थलों पर जबरन घुसपैठ कर पवित्र ग्रंथों को इस तरह से उठाना समाज के लिए बेहद निंदनीय घटना मानी जा रही है।
आगे की कार्रवाई
प्रशासन ने संबंधित मंदिर प्रबंधन समितियों से संपर्क किया है और उनसे सभी घटनाओं का ब्योरा माँगा है। साथ ही, धार्मिक संस्थाओं के बीच सौहार्द्र बनाए रखने के लिए विशेष सतर्कता बरतने का भी निर्देश दिया गया है।