(LOVEPREET SINGH)हरियाणा के फरीदाबाद जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। बीती रात एक शादी समारोह से लौट रहे बाइक सवार पति-पत्नी और उनके तीन बच्चे फरीदाबाद के बल्लभगढ़ स्थित तिगांव रोड पर एक गंदे नाले में गिर गए। इस हादसे में 8 साल की साक्षी और 4 साल के निखिल की मौत हो गई, जबकि 6 साल की मीनाक्षी और दोनों पति-पत्नी को बचा लिया गया।
कैसे हुआ हादसा?
जांच अधिकारी भूपेंद्र ने बताया कि दाताराम पुत्र चरण सिंह, जोकि राजीव कॉलोनी का निवासी है, बीती रात तिगांव में एक शादी समारोह में शामिल होने के बाद अपने घर लौट रहा था। बाइक पर उसकी पत्नी रजनी, 8 साल की बेटी साक्षी, 6 साल की बेटी मीनाक्षी और 4 साल का बेटा निखिल सवार थे।
जब वे बल्लभगढ़ बायपास रोड के पास पहुंचे, तो वहां सड़क निर्माण के कारण रास्ता बंद था। लोगों ने वहां से निकलने के लिए एक छोटा रास्ता बना रखा था, जिससे दाताराम ने अपनी बाइक निकालने की कोशिश की। इस दौरान उनकी बाइक अनबैलेंस हो गई और पूरा परिवार नाले में गिर गया।
स्थानीय लोगों ने किया बचाव
घटना के बाद आसपास के लोग तुरंत मदद के लिए दौड़े। उन्होंने किसी तरह दाताराम, उसकी पत्नी रजनी और 6 साल की बेटी मीनाक्षी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। लेकिन 8 साल की साक्षी को जब तक निकाला गया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। 4 साल के निखिल का शव सुबह बरामद किया गया और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
इस घटना से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। एक ही रात में उन्होंने अपने दो मासूम बच्चों को खो दिया। हादसे के बाद से पूरे इलाके में शोक की लहर है और लोग परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त कर रहे हैं।
सड़क निर्माण में लापरवाही का आरोप
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर सड़क निर्माण के दौरान उचित संकेतक लगाए गए होते और सुरक्षा के इंतजाम किए गए होते, तो यह हादसा टल सकता था। प्रशासन से मांग की जा रही है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आया है। अधिकारियों ने मौके का दौरा किया और जांच के आदेश दिए हैं। सड़क निर्माण कार्य में बरती गई लापरवाही की भी समीक्षा की जा रही है। प्रशासन का कहना है कि अगर किसी की लापरवाही पाई गई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
न्याय की मांग
परिजनों और स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस घटना की गहन जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इसके अलावा, सड़क निर्माण कार्य को सुरक्षित तरीके से पूरा करने और ऐसी घटनाओं से बचने के लिए उचित कदम उठाने की भी अपील की गई है।
सड़क सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
इस घटना के बाद सड़क सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि अगर सड़क निर्माण के दौरान उचित बैरिकेडिंग और संकेतक लगाए जाते, तो यह हादसा टल सकता था। सरकार और प्रशासन को सड़क निर्माण कार्यों की निगरानी बढ़ाने और सुरक्षा उपायों को लागू करने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।