भिवानी में दिनदहाड़े दो प्रॉपर्टी डीलरों पर हमला: ऑफिस जाते समय घेरकर की गई फायरिंग, पुरानी रंजिश का शक

भिवानी में दिनदहाड़े दो प्रॉपर्टी डीलरों पर हमला: ऑफिस जाते समय घेरकर की गई फायरिंग, पुरानी रंजिश का शक
The Airnews | Bhiwani | Updated: अभी कुछ ही देर पहले
हरियाणा के भिवानी जिले में अपराधियों के हौसले एक बार फिर कानून व्यवस्था को चुनौती देते नजर आए। शुक्रवार को शहर के व्यस्त जीतू वाला जोड़ क्षेत्र में दो प्रॉपर्टी डीलरों पर फायरिंग की सनसनीखेज वारदात सामने आई है। हमले में दोनों व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें भिवानी के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने वारदात की सूचना मिलते ही घटनास्थल का दौरा किया और आरोपियों की तलाश में 5 विशेष टीमें गठित की गई हैं।
घटना का विवरण: बाइक पर जाते समय हुआ हमला
शुक्रवार सुबह विनोद और प्रशांत नामक दो प्रॉपर्टी डीलर अपनी बाइक से अपने ऑफिस जा रहे थे। जैसे ही वे जीतू वाला जोड़ के पास सुभाष हलवाई के नजदीक पहुंचे, तभी करीब 15-20 युवकों ने उन्हें घेर लिया और अचानक उन पर हमला बोल दिया। शुरुआत में पथराव किया गया और फिर गोलियों की बौछार कर दी गई। हमलावरों के पास हथियार, तलवारें और तेजधार हथियार थे।
हमलावरों की पहचान: पुराने आपराधिक रिकॉर्ड वाले लोग शामिल
घायल विनोद के भाई मोहन के अनुसार हमलावरों में प्रदीप, बीरपाल, राजा, साहिल उर्फ काला, गौरव उर्फ गोरा और सैंडी जैसे नाम शामिल हैं। ये सभी पहले से ही कई आपराधिक मामलों में संलिप्त हैं। मोहन ने बताया कि इन लोगों ने पहले भी विनोद पर हमला किया था और कई बार धमकी दी थी।
पीड़ितों की स्थिति गंभीर, अस्पताल में चल रहा इलाज
फायरिंग में घायल हुए दोनों प्रॉपर्टी डीलरों को तुरंत सिविल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों की टीम ने उनका इलाज शुरू कर दिया। दोनों की हालत गंभीर बताई जा रही है और जरूरत पड़ने पर उन्हें रोहतक पीजीआई रेफर किया जा सकता है।
विनोद: ट्रक यूनियन का प्रधान और सक्रिय कारोबारी
जानकारी के अनुसार, विनोद भिवानी ट्रक यूनियन का भी प्रधान है और प्रॉपर्टी डीलिंग के व्यवसाय में सक्रिय रूप से जुड़ा हुआ है। उसकी लोकप्रियता और व्यवसायिक सफलता को लेकर कई लोगों में रंजिश पनपती रही है, जिसे हमले का संभावित कारण माना जा रहा है।
पहले भी हो चुके हैं हमले, क्यों नहीं मिला सुरक्षा कवर?
स्थानीय लोगों और पीड़ित परिवार का आरोप है कि विनोद पर पहले भी हमला हो चुका है और पुलिस को इस बात की जानकारी थी। बावजूद इसके न तो उसे किसी प्रकार की सुरक्षा प्रदान की गई और न ही पुराने हमलों में कोई ठोस कार्रवाई की गई।
पुलिस की कार्रवाई: 5 टीमें गठित, जल्द गिरफ्तारी का दावा
भिवानी पुलिस अधीक्षक के अनुसार, फायरिंग की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय चश्मदीदों की मदद से अपराधियों की पहचान कर ली गई है। उन्होंने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 5 टीमें गठित कर दी गई हैं और जल्द ही सभी को पकड़ लिया जाएगा।
राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हड़कंप
इस हमले की खबर फैलते ही शहर में दहशत का माहौल बन गया। कई राजनीतिक नेताओं और सामाजिक संगठनों ने इस वारदात की कड़ी निंदा की है और सरकार से मांग की है कि अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार कर सख्त से सख्त सजा दी जाए।
स्थानीय लोगों में गुस्सा: सड़कों पर उतरने की चेतावनी
घटना के बाद स्थानीय नागरिकों में काफी आक्रोश देखा गया। लोगों का कहना है कि जब दिनदहाड़े शहर के बीचोंबीच इस तरह की घटनाएं हो रही हैं, तो आम नागरिक कैसे सुरक्षित महसूस करेगा? उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर जल्दी कार्रवाई नहीं हुई तो वे सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे।
पुलिस के लिए चुनौती: गैंगवार या निजी रंजिश?
पुलिस इस पूरे मामले को दो एंगल से देख रही है – पहला, गैंगवार की आशंका और दूसरा, पुरानी व्यक्तिगत रंजिश। हमलावरों की संख्या और हथियारों के साथ तैयारी को देखकर ऐसा लग रहा है कि यह एक पूर्व-नियोजित हमला था।




