माइक्रोसॉफ्ट के नाम पर करोड़ों की ठगी, गुरुग्राम में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़
Updated: 23 मार्च 2025 | Parveen bhardwaj
हरियाणा के गुरुग्राम के सुशांत लोक फेज-3 बी ब्लॉक में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ हुआ है, जहां से कनाडा के लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा था। यह कॉल सेंटर खुद को माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का प्रतिनिधि बताकर लोगों को तकनीकी सहायता देने के नाम पर उनके कंप्यूटर का रिमोट एक्सेस लेकर ठगी करता था।
पुलिस की छापेमारी में 13 आरोपी गिरफ्तार 2 युवतियां भी शामिल, मुख्य संचालक फरार 12 लैपटॉप, 3 मोबाइल जब्त ठगी की रकम 50-60 लाख रुपये तक पहुंचने की आशंका
कैसे चल रहा था यह फर्जीवाड़ा?
✅ पॉप-अप के जरिए भेजते थे वायरस: आरोपी Microsoft Support की कस्टमर केयर सर्विस देने के नाम पर पॉप-अप मैसेज के जरिए कंप्यूटर में वायरस भेजते थे। इसमें लिखा होता था कि कस्टमर की बैंकिंग जानकारी और निजी डेटा लीक हो रहे हैं। घबराकर जब लोग टोल-फ्री नंबर पर कॉल करते तो एजेंट खुद को माइक्रोसॉफ्ट प्रतिनिधि बताकर ठगी करते थे।
✅ गिफ्ट कार्ड के जरिए ठगी: आरोपियों ने विदेशी नागरिकों से उनकी समस्या दूर करने के नाम पर बैंक से संपर्क कराने का झांसा दिया। फिर स्क्रीन शेयरिंग एप्लिकेशन डाउनलोड करवा कर रिमोट एक्सेस ले लिया। इसके बाद पीड़ित को बताया जाता कि उनके अकाउंट पर 300-500 डॉलर तक का चार्ज लग गया है और उन्हें गिफ्ट कार्ड खरीदने के लिए कहा जाता। इसके बाद गिफ्ट कार्ड के नंबर पूछकर उसे रिडीम कर लिया जाता।
✅ कैश में दी जाती थी सैलरी: आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि स्टाफ को हर महीने करीब 30,000 रुपये नकद दिए जाते थे ताकि बैंकिंग लेन-देन ट्रेस न हो सके।
पुलिस ने कैसे पकड़ा गिरोह?
साइबर क्राइम साउथ थाना पुलिस को फर्जी कॉल सेंटर की सूचना मिली थी। एसीपी प्रियांशु दीवान के निर्देशन में इंस्पेक्टर नवीन कुमार के नेतृत्व में टीम गठित कर छापा मारा गया। पुलिस ने मौके से टीम लीडर और दो युवतियों सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया। मुख्य संचालक फिलहाल फरार है और उसकी तलाश जारी है। गिरफ्तार आरोपियों में उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के निवासी शामिल हैं।
गिरफ्तार आरोपियों की सूची:
विशाल दुबे, शुभम दुबे, हर्षित मिश्रा, रवि कौशिक, सौरभ तंवर, अक्षत कुंडू, अंकित चौहान, अक्षय, प्रिंस, सूरज (टीम लीडर), देवांश, निशि शुक्ला और दिति शुक्ला।
2024-25 में पकड़े गए अन्य फर्जी कॉल सेंटर
13 फरवरी: लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले 8 आरोपी गिरफ्तार। 08 जनवरी: ऑनलाइन हर्बल दवाएं बेचने के नाम पर 11 आरोपी पकड़े गए। 18 दिसंबर: अमेरिका के लोगों को ठगने वाले कॉल सेंटर से 18 आरोपी गिरफ्तार। 03 दिसंबर: झाड़सा सेक्टर-39 में फर्जी कॉल सेंटर से 3 लोग पकड़े गए। 19 नवंबर: ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले 9 आरोपी गिरफ्तार। 24 अगस्त: सेक्टर-33 की सोसायटी में फर्जी कॉल सेंटर से 20 आरोपी अरेस्ट। 06 जुलाई: सेक्टर-49 IT पार्क में चल रहे कॉल सेंटर से 17 लोग पकड़े गए। 05 जुलाई: सेक्टर-55 में मकान से चल रहे कॉल सेंटर का भंडाफोड़, 4 आरोपी काबू।