कैथल में पूर्व पार्षद कमल मित्तल रिश्वत केस: रिमांड के पहले दिन बिगड़ी तबीयत, ACB ने कराया इलाज
The Airnews | कैथल
हरियाणा के कैथल जिले में रिश्वतखोरी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने 4 लाख 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पूर्व पार्षद कमल मित्तल को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के पहले ही दिन आरोपी की तबीयत बिगड़ गई, जिसके चलते ACB को कोर्ट की अनुमति से उसका अस्पताल में इलाज कराना पड़ा। जांच के दौरान अब यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आरोपी ने अब तक किन-किन लोगों से कितनी रकम ऐंठी है और किन अधिकारियों से उसके संबंध थे।
ACB ने दबोचा रंगे हाथों: 4.20 लाख की रिश्वत लेते पकड़ा गया
कैथल के सेक्टर-19 निवासी पूर्व पार्षद कमल मित्तल पर आरोप है कि वह स्थानीय व्यापारी से डीसी (DC) के नाम पर 4 लाख रुपए की मांग कर रहा था। व्यापारी ने इसकी शिकायत 18 अप्रैल को एंटी करप्शन ब्यूरो से की थी। जांच में सामने आया कि आरोपी पहले भी 5 लाख 20 हजार रुपए व्यापारी से ले चुका था। इसके बाद भी उसने RTI और सीएम विंडो पर दोबारा शिकायत कर दी।
शिकायत का पूरा मामला: शिकायत के नाम पर की जबरन वसूली
व्यापारी संदीप गर्ग ने बताया कि उसकी पुराने बस स्टैंड के पास जमीन है, जहां उसने एक बिल्डिंग बनवाई थी। कमल मित्तल ने इसकी शिकायत करवा कर बिल्डिंग को सील करवा दिया। फिर संदीप ने उससे संपर्क किया तो आरोपी ने 5 लाख 20 हजार रुपए लेकर सील खुलवा दी। व्यापारी को लगा मामला खत्म हो गया, लेकिन जल्द ही उसे पता चला कि कमल मित्तल ने दोबारा RTI और सीएम विंडो पर शिकायत कर दी है।
जब संदीप ने कमल से पूछा कि जब पैसे दिए जा चुके हैं और बिल्डिंग की सील खुल गई है तो दोबारा शिकायत क्यों की गई, तो आरोपी ने जवाब दिया कि “कुछ पैसे DC के लिए भी देने हैं” और फिर 4 लाख रुपए की डिमांड रख दी।
ACB की योजना: फंसाया रंगे हाथों
व्यापारी संदीप ने तुरंत ACB से संपर्क किया और पूरा घटनाक्रम बताया। इसके बाद ACB की टीम ने उसे 4.20 लाख रुपए देकर आरोपी के बताए होटल में भेजा। जैसे ही व्यापारी ने पैसे कमल मित्तल को थमाए, ACB की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई पूरे सबूतों के साथ की गई।
तबीयत बिगड़ने का नाटक या हकीकत?
गिरफ्तारी के अगले ही दिन आरोपी कमल मित्तल की तबीयत बिगड़ गई। ACB ने कोर्ट से अनुमति लेकर उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। वहां उसका मेडिकल चेकअप हुआ और दवाइयां दिलवाई गईं। फिर उसे दोबारा रिमांड पर लाया गया। अब रिमांड के दौरान ACB यह जानने का प्रयास कर रही है कि उसने और किन लोगों से पैसे वसूले हैं और किन-किन अधिकारियों से उसका संबंध था।
DC ने दी सख्त चेतावनी
इस पूरे मामले में कैथल की उपायुक्त (DC) प्रीति ने बयान जारी कर कहा कि यदि कोई भी व्यक्ति किसी सरकारी अधिकारी के नाम पर आमजन से पैसे मांगता है तो इसकी तुरंत शिकायत DC कार्यालय में करें या समाधान दिवस पर लिखित रूप में दें। ऐसे मामलों में दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पूर्व पार्षद के खिलाफ आरोप गंभीर
कमल मित्तल पर यह आरोप है कि वह RTI और सीएम विंडो जैसी सरकारी जनसुनवाई प्रणालियों का दुरुपयोग करता था और लोगों को डराकर उनसे पैसे ऐंठता था। शिकायतों को सेटल करने के नाम पर वह लाखों की वसूली करता था। यह मामला न सिर्फ आमजन के भरोसे को ठेस पहुंचाता है, बल्कि सरकारी तंत्र की छवि को भी नुकसान पहुंचाता है।