सिरसा में PWD के जूनियर इंजीनियर पर जानलेवा हमला: खेत में सिंचाई के पानी को लेकर चाचा ने किया हमला
The Airnews | सिरसा
हरियाणा के सिरसा जिले के साहुवाला गांव में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक जूनियर इंजीनियर पर उसके ही चाचा ने जानलेवा हमला कर दिया। यह हमला उस समय हुआ जब पीड़ित इंजीनियर अपने खेत में सिंचाई के पानी के लिए गया था। विवाद पाइपलाइन को लेकर हुआ, जिसने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया।
हमले की पृष्ठभूमि: पारिवारिक जमीन और पाइपलाइन का विवाद
पीड़ित सचिन, जो कि पंजाब राज्य के मानसा जिले में पीडब्ल्यूडी (B&R) विभाग में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत है, अपने गांव साहुवाला में 31 मार्च की सुबह 6 बजे खेत में सिंचाई की व्यवस्था देखने गया था। वहीं उसके चाचा कर्ण सिंह भी पहले से मौजूद थे। वर्षों पहले दोनों परिवारों ने मिलकर खेतों में सिंचाई के लिए पाइपलाइन बिछाई थी।
सचिन ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि जैसे ही वह खेत में पहुंचा और सिंचाई की बात की, तो चाचा ने रोकते हुए कहा कि वह उसे इस पाइपलाइन से पानी नहीं लगाने देगा। जब सचिन ने बताया कि उसने भी इस पाइपलाइन में बराबर का हिस्सा डाला है और पैसे दिए हैं, तो मामला गरमा गया।
हिंसा का रूप: ईंट से किया गया हमला
मामला कहासुनी से आगे बढ़ते हुए हिंसक झगड़े में बदल गया। सचिन के अनुसार, कर्ण सिंह ने पहले गाली-गलौज की और फिर हाथापाई शुरू कर दी। डर के मारे सचिन खेत से गांव की ओर भागा, लेकिन कर्ण सिंह ने उसकी पीठ पर ईंट फेंककर मारी, जिससे वह गिर पड़ा। गिरते ही कर्ण सिंह ने उसके ऊपर बैठकर ईंट से उसके चेहरे, सिर और मुंह पर कई वार किए। इतना ही नहीं, उसने सचिन का गला दबाकर उसे जान से मारने की भी कोशिश की।
पड़ोसियों की तत्परता ने बचाई जान
सचिन ने शोर मचाया तो आस-पास के खेतों में काम कर रहे पड़ोसी दौड़े आए और उन्होंने उसे बचाया। पड़ोसियों के पहुंचने पर आरोपी मौके से भाग गया। सचिन को तुरंत सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उसका इलाज जारी है।
पुलिस में शिकायत, FIR दर्ज
घटना की सूचना नाथुसरी चौपटा थाना पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। पुलिस ने बताया कि IPC की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।
ग्रामीण समाज में पारिवारिक झगड़ों की जटिलता
यह घटना न सिर्फ एक पारिवारिक झगड़े का परिणाम है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि कैसे कृषि संसाधनों, जैसे पानी और पाइपलाइन, को लेकर पुराने मतभेद हिंसा का रूप ले सकते हैं। हरियाणा जैसे कृषि-प्रधान राज्य में पानी को लेकर विवाद आम हैं, लेकिन पारिवारिक रिश्तों में इस तरह की हिंसा समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है।
प्रशासन की भूमिका और अगली कार्यवाही
प्रशासन ने गंभीरता से इस मामले को लिया है। नाथुसरी चौपटा थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। अस्पताल से मेडिकल रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की धाराएं जोड़ी जा सकती हैं।
सामाजिक और कानूनी दृष्टिकोण
भारत के आपराधिक न्याय व्यवस्था में IPC की धारा 307 (हत्या का प्रयास), 323 (चोट पहुंचाना), 504 (शांति भंग करने के लिए जानबूझकर अपमान करना), और 506 (आपराधिक धमकी) जैसी धाराएं इस मामले में लग सकती हैं। अगर मेडिकल रिपोर्ट में चोटें गंभीर पाई जाती हैं, तो मामला और भी गंभीर हो सकता है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। कई ग्रामीणों ने बताया कि चाचा-भतीजे के बीच पहले भी छोटे-मोटे विवाद हुए थे, लेकिन कभी ऐसा उग्र रूप नहीं लिया था। गांव के बुजुर्गों का कहना है कि इस तरह के झगड़ों को पंचायत स्तर पर सुलझाया जाना चाहिए था।