हरियाणा का वीर जवान शहीद: 13 और 11 साल के बच्चों को छोड़ गया दुनिया, पत्नी 7 माह की गर्भवती गांव बास किरारोद में उमड़ा जनसैलाब, बेटे ने दी मुखाग्नि


नारनौल (Sahil Kasoon The Airnews) हरियाणा के नारनौल निवासी और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के 40 वर्षीय जवान धर्मवीर सिंह ड्यूटी के दौरान हुए एक सड़क हादसे में शहीद हो गए। उनका पार्थिव शरीर सोमवार को उनके पैतृक गांव ढाणी बास किरारोद लाया गया, जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
जवान के 13 वर्षीय बेटे अंश ने अपने पिता को नम आंखों से मुखाग्नि दी। इस दौरान पूरा गांव गमगीन माहौल में भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा। शहीद की पत्नी पिंकी सात महीने की गर्भवती हैं और उनके दो बच्चे – 13 साल का बेटा और 11 साल की बेटी – पहले से हैं।
धर्मवीर ITBP की 50वीं बटालियन में रामगढ़ (उ.प्र.) में तैनात थे और मसूरी स्थित ITBP एकेडमी से अटैच थे। हादसा सहारनपुर के पास उस समय हुआ जब वह मसूरी से दवा लेने निकले थे। गंभीर रूप से घायल धर्मवीर को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां रविवार को उन्होंने अंतिम सांस ली।
शहीद का शव लहरोदा से बास किरारोद तक ले जाया गया। रास्ते भर लोगों की भीड़ उमड़ती रही। भारत माता की जय के नारों के साथ लोग शहीद को अंतिम विदाई देने उमड़ पड़े।
नारनौल विधायक ओमप्रकाश यादव और सदर थाना SHO धर्मवीर सिंह ने शहीद को श्रद्धांजलि दी। विधायक ने कहा, “इनके छोटे-छोटे बच्चे हैं, परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है। सरकार और समाज को मिलकर इनका सहारा बनना चाहिए।”
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साल 2009 में भर्ती हुए थे धर्मवीर सिंह
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16 वर्षों तक देश की सेवा की
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बेटा अंश 8वीं कक्षा का छात्र, बेटी अंशिका छठी में
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पत्नी पिंकी गर्भवती, तीसरा बच्चा आने वाला
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शहीद के दो भाई: एक योग टीचर नरेंद्र सिंह, दूसरे प्रोफेसर अजय सिंह (कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी)
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माता-पिता का पहले ही निधन हो चुका है
शहीद धर्मवीर सिंह की वीरगति को सलाम करते हुए पूरा गांव और प्रदेश शोकाकुल है। अब जिम्मेदारी सरकार और समाज की है कि इस शहीद के परिवार को सम्मान और सहायता दी जाए, ताकि उनके बलिदान की गरिमा बनी रहे।

