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Saturday, November 8, 2025

हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी रोकने का नया नियम: नेताओं को MLA-MP के फोटो लगाने होंगे !

हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी को रोकने का नया पैंतरा अपनाया जा रहा है। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह ने सभी नेताओं को एक लेटर जारी कर अनुरोध किया है कि अपने होर्डिंग्स, बैनर, पोस्टर या कार्यक्रम के बैकड्रॉप को तैयार करवाते समय प्रोटोकॉल के हिसाब से आलाकमान के नेताओं के फोटो लगवाएं।

इतना ही नहीं, नेता अपने जिले के विधायक और सांसद का भी फोटो लगवाएं। यह सभी बड़े नेताओं के साथ जिला कमेटियों के अध्यक्ष, पिछले चुनावों (लोकसभा, विधानसभा और निगम चुनाव) के उम्मीदवारों के लिए भी अनिवार्य रहेगा। इस पर राजनीतिक जानकार मानते हैं कि इससे हुड्डा गुट को ही फायदा होगा।

  • पिछले लेटर का जिक्र किया: प्रदेशाध्यक्ष ने 4 नवंबर को नया लेटर जारी किया। उसमें लिखा है- 12 अक्टूबर 2025 को पत्र लिखा गया था, जिसके द्वारा आपके जिले में होने वाले कार्यक्रमों में लगाए जाने वाले पोस्टर, बैनर, होर्डिंग अथवा बैकड्राप पर प्रोटोकॉल के तहत पार्टी नेताओं के फोटो लगाने का अनुरोध किया गया था।
  • सांसद और विधायक का फोटो जोड़ने को कहा: लेटर में लिखा है- इस संदर्भ में हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा दोबारा विचार करने के बाद यह निर्णय लिया गया है कि आपके जिले में होने वाले कार्यक्रम के लिए जो पोस्टर, बैनर, होर्डिंग अथवा बैकड्राप तैयार किए जाएं, उन पर पहले बताए गए नेताओं के अलावा संबंधित जिलों के पार्टी सांसद और विधायकों के फोटो भी लगाने का कष्ट करें। ऐसा करने से न केवल कांग्रेस जनों का उत्साहवर्धन होगा, बल्कि आमजन में भी एक सकारात्मक संदेश जाएगा।

पद संभालते ही 10 नेताओं के फोटो का आदेश दिया था हरियाणा कांग्रेस गुटबाजी से बचने को नए-नए पैंतरे आजमा रही है, मगर गुटबाजी कम होने का नाम नहीं ले रही। राव नरेंद्र के नए प्रदेशाध्यक्ष के रूप में पदभार संभालने के बाद कांग्रेस ने 12 अक्टूबर 2025 आदेश जारी कर कहा था कि हरियाणा कांग्रेस के किसी भी प्रचार सामग्री में केवल 10 नेताओं की ही तस्वीरें होंगी।

इनमें सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल, बीके हरिप्रसाद, राव नरेंद्र सिंह, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी सैलजा और दीपेंद्र हुड्डा की फोटो लगाई जाएंगी। यह आदेश बृजेंद्र सिंह की यात्रा के समय टूट गए।

सद्भावना यात्रा के प्रचार रथ से 3 बड़े नेता गायब दिखे बृजेंद्र सिंह ने सद्भावना यात्रा के दौरान प्रचार रथ पर लगाए पोस्टर से प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल और दीपेंद्र हुड्‌डा तीनों के फोटो गायब कर दिए। वहीं, कांग्रेस के बताए क्रम को भी नजरअंदाज किया गया। उन नेताओं के फोटो भी पोस्टर में लगाए गए, जिन्हें लेकर कोई आदेश नहीं थे।

बृजेंद्र ने सहप्रभारी जितेंद्र बघेल, रणदीप सुरजेवाला और बीरेंद्र सिंह की फोटो को पोस्टर में शामिल कर दिया। वहीं, इंदिरा गांधी की जयंती पर भी अलग-अलग गुटों ने कार्यक्रम किए जिसकी रिपोर्ट प्रदेश हाईकमान तक पहुंच गई। इसी को देखते हुए कांग्रेस ने रिवाइज आदेश जारी किए।

बृजेंद्र सिंह के रथ पर दीपेंद्र हुड्‌डा, केसी वेणुगोपाल और प्रियंका गांधी का फोटो नहीं दिखा। फाइल फोटो

नए आदेश से हुड्‌डा गुट को फायदा प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र की ओर से जारी आदेशों में गुटबाजी रोकने के लिए यह आदेश दिया गया है, लेकिन इस फैसले से हुड्‌डा गुट को ही ज्यादा फायदा होगा, क्योंकि कांग्रेस के हरियाणा में जीते 5 सांसदों में से 4 हुड्‌डा समर्थित हैं। वहीं, कांग्रेस के जीते 37 विधायकों में कम से कम 30-32 विधायक हुड्‌डा समर्थित हैं।

ऐसे में नए आदेशों से फायदा हुड्‌डा गुट को होगा। विधानसभा चुनाव में अधिकतर हुड्‌डा समर्थकों को ही टिकट मिले थे। बताया जा रहा है कि प्रदेशाध्यक्ष की ओर से बताए गए 10 नामों में दीपेंद्र हुड्‌डा का फोटो लगाने से दूसरे गुट के नेताओं को एतराज है। इसलिए, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष को दोबारा नए सिरे से आदेश जारी करने पड़े।

चंडीगढ़ में प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश प्रभारी बीके हरि प्रसार और प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह। - फाइल फोटो

स्थानीय नेताओं की भी सीमा तय निर्देश में यह भी कहा गया है कि जिला अध्यक्ष या स्थानीय पदाधिकारी की तस्वीर केवल नीचे बाईं ओर लगाई जा सकेगी। किसी अन्य नेता या समर्थक को अतिरिक्त फोटो लगाने की अनुमति नहीं होगी। राव नरेंद्र सिंह ने सभी जिला अध्यक्षों, पूर्व मुख्यमंत्री, सांसदों, विधायकों और वरिष्ठ पदाधिकारियों को पत्र भेजकर स्पष्ट किया है कि आगे से हर कार्यक्रम में ‘पार्टी प्रोटोकॉल’ का पालन अनिवार्य होगा।

उनका कहना है अब आयोजन व्यक्ति-केंद्रित नहीं, संगठन-केंद्रित होंगे। कांग्रेस के भीतर माना जा रहा है कि यह कदम सिर्फ अनुशासन नहीं, बल्कि संगठन में एकता लाने की हाईकमान रणनीति का हिस्सा है। हरियाणा में हुड्डा, सैलजा और सुरजेवाला खेमों के बीच वर्चस्व की लड़ाई ने अक्सर पार्टी को नुकसान पहुंचाया है।

Sahil Kasoon

The Air News (Writer/Editer)

Sahil Kasoon

The Air News (Writer/Editer)

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