हरियाणा के खेतों में आग का तांडव: आदित्य सुरजेवाला ने किया प्रभावित गांवों का दौरा, सरकार से की मुआवज़े की मांग
पिहोवा (Sahil Kasoon ), 19 अप्रैल 2025: हरियाणा के कैथल और कुरुक्षेत्र जिले के कई गांवों में आग के भीषण तांडव ने सैकड़ों एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल को राख कर दिया। यह हादसा न केवल किसानों की सालभर की मेहनत को पल भर में भस्म कर गया, बल्कि कई दुधारू पशुओं और घरों को भी आग की लपटों ने अपनी चपेट में ले लिया। इस आपदा के बाद कैथल के विधायक आदित्य सुरजेवाला ने प्रभावित गांवों का दौरा कर ज़मीनी हालात का जायज़ा लिया और किसानों से मुलाकात की।
आग का कहर: खेत से घर तक
गांव थाना, मांगना, दीवाना, गुलडेहरा, मस्तगढ़ सहित पिहोवा हल्के और कुरुक्षेत्र व कैथल जिलों के अन्य गांवों में रात के समय आग लगी, जिसने धीरे-धीरे हजारों एकड़ फसल, तूड़ी, घर और पशुओं को अपनी चपेट में ले लिया। विधायक आदित्य सुरजेवाला ने प्रभावित किसानों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी और सरकार से विशेष गिरदावरी कराकर उचित मुआवज़ा देने की मांग की।
आदित्य सुरजेवाला का बयान:
“यह समय राजनीति का नहीं, बल्कि पीड़ित किसानों और मजदूरों की मदद करने का है,” आदित्य सुरजेवाला ने कहा। उन्होंने भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री नायब सैनी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रशासन और सरकार पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि अब तक सरकार के किसी मंत्री, विधायक या वरिष्ठ अधिकारी ने घटनास्थल का दौरा नहीं किया है।
नैतिक जिम्मेदारी निभाई
सुरजेवाला ने कहा, “मैं बेशक कैथल का विधायक हूं, लेकिन यह मेरा नैतिक फर्ज है कि क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर, उन सभी लोगों से मिलूं जिन्हें इस आगजनी ने प्रभावित किया है।”
पहली बार इतनी विकराल तबाही
उन्होंने बताया कि इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि इतनी बड़ी मात्रा में किसानों की फसल, पशु और संपत्ति जलकर राख हो गई हो। कई जगहों पर आग घरों तक पहुंच गई और लोगों को अपने परिवार और पशुओं की जान बचाने के लिए जान की बाज़ी लगानी पड़ी।
प्रशासन की लापरवाही
आदित्य सुरजेवाला ने कहा कि फायर ब्रिगेड जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण आग पर समय रहते काबू नहीं पाया जा सका। उन्होंने कहा कि मंडियों में पहले से ही किसानों की फसल का उठान नहीं हो रहा और अब इस आग ने स्थिति को और बदतर कर दिया है।
मुख्यमंत्री के जिले की हालत खराब
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद कुरुक्षेत्र जिले से आते हैं, और कृषि मंत्री का पुश्तैनी गांव भी इसी इलाके में आता है। इसके बावजूद सरकार की उदासीनता बेहद शर्मनाक है।
मुआवज़े की मांग
सुरजेवाला ने मुख्यमंत्री से अपील की कि वे कैथल, कुरुक्षेत्र, पिहोवा, सिरसा और अन्य प्रभावित जिलों में विशेष गिरदावरी कराएं और जितना नुकसान हुआ है, उसका मुआवज़ा तुरंत दें। उन्होंने कहा कि किसानों की फसलें तो जली ही हैं, कई जगहों पर घर, पशुशालाएं और पशु भी आग की भेंट चढ़ गए हैं।
सामाजिक सरोकार की मिसाल
इस दौरान सुरजेवाला के साथ स्थानीय ग्रामीण नेता और सरपंच भी मौजूद रहे जिनमें लाभ सिंह गुलडेहरा, नेमपाल रिम्पी (इस्माईलाबाद), मधुसूदन बवेजा, हरजोत सिद्धू, नच्छतर सिंह, अमरजीत (सरपंच, मांगना), हैप्पी पन्नू, अमृतपाल पन्नू, पूर्व सरपंच महल सिंह, जसमेर गुलडेहरा, मनीराम गुलडेहरा, सिकंदर गुलडेहरा, गुरदेव गुलडेहरा, कुलदीप दीवाना, जसमेर दीवाना, गुरसेवक सिंह मांगना, रामकरण शर्मा मांगना, उदयभान शर्मा मांगना, रामफल, जयपाल, मनजीत दीवाना, हरदीप सिंह, सोनू, मनप्रीत, जगतार सिंह सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल थे।