हरियाणा में PGT और प्रधानाचार्यों के ट्रांसफर की तैयारी शुरू: 8 अप्रैल तक MIS पोर्टल पर जमा करें प्रमाण पत्र
(Yash)
हरियाणा शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 से पहले शिक्षकों के ट्रांसफर की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। इसमें पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (PGT) और प्रधानाचार्यों (Principals) का स्थानांतरण शामिल है। विभाग का उद्देश्य है कि नया सत्र शुरू होने से पहले सभी स्कूलों में स्टाफ की उचित तैनाती हो, जिससे छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो।
क्यों हो रही है ट्रांसफर प्रक्रिया?
हरियाणा सरकार ने स्पष्ट किया है कि हर साल की तरह इस बार भी शिक्षकों का स्थानांतरण ट्रांसफर पॉलिसी के तहत किया जाएगा। इस प्रक्रिया का उद्देश्य है:
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लंबी अवधि से एक ही स्थान पर कार्यरत शिक्षकों का स्थानांतरण
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जरूरत के अनुसार शिक्षकों का संतुलन बनाए रखना
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छात्रों को योग्य और अनुभवी शिक्षक उपलब्ध कराना
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नई नियुक्तियों से पहले वर्तमान स्टाफ की स्थिति स्पष्ट करना
क्या है मुख्य निर्देश?
शिक्षा विभाग ने सभी संबंधित अधिकारियों को पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं कि PGT और प्रधानाचार्य अपने दस्तावेजों की जानकारी MIS पोर्टल पर अपडेट करें। इसके साथ-साथ यह भी कहा गया है कि:
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सभी प्रमाणपत्रों की स्कैन्ड कॉपी पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य है।
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स्कूल प्रधानाचार्य या संबंधित अधिकारी द्वारा दस्तावेज सत्यापित होने चाहिए।
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अंतिम तारीख 8 अप्रैल 2025 है। इसके बाद कोई डेटा स्वीकार नहीं किया जाएगा।
कौन-कौन से दस्तावेज जरूरी हैं?
शिक्षकों को निम्नलिखित दस्तावेज पोर्टल पर अपलोड करने होंगे:
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सेवा विवरण (Service Record)
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पिछली ट्रांसफर की जानकारी (यदि कोई हो)
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मेडिकल सर्टिफिकेट (यदि विशेष ट्रांसफर के लिए अनुरोध हो)
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सामाजिक/पारिवारिक कारणों का प्रमाण (जैसे पति-पत्नी एक साथ ट्रांसफर का मामला)
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वर्तमान स्कूल में कार्यग्रहण की तिथि और अनुभव
कितने शिक्षकों को होगा लाभ?
हरियाणा में हज़ारों की संख्या में PGT और प्रधानाचार्य कार्यरत हैं। स्थानांतरण नीति का सीधा लाभ उन शिक्षकों को मिलेगा जो:
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लंबे समय से दूरदराज़ क्षेत्रों में कार्यरत हैं
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घर से दूर रहकर नौकरी कर रहे हैं
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स्वास्थ्य या पारिवारिक कारणों से स्थानांतरण चाहते हैं
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अधिक भीड़भाड़ वाले स्कूलों में तैनात हैं और जहां शिक्षकों की अधिक संख्या है
क्या कहता है शिक्षा विभाग?
शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों का कहना है कि यह प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल और पारदर्शी होगी। MIS पोर्टल पर डेटा अपडेट करने के बाद सिस्टम ही यह तय करेगा कि कौन-सा शिक्षक ट्रांसफर के लिए पात्र है।
एक अधिकारी ने कहा:
“हम चाहते हैं कि सत्र शुरू होने से पहले ही सभी स्कूलों में स्टाफ की स्थिति स्पष्ट हो जाए। इससे बच्चों की पढ़ाई भी सही समय पर शुरू हो सकेगी और शिक्षकों को भी अपने परिवार के करीब आने का मौका मिलेगा।”
ट्रांसफर की संभावित समय-सीमा
प्रक्रिया | समय |
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डेटा अपलोड की अंतिम तिथि | 8 अप्रैल 2025 |
दस्तावेज सत्यापन | 9 से 15 अप्रैल 2025 |
प्राथमिक सूची जारी | 18 अप्रैल 2025 |
आपत्तियाँ और सुधार | 19 से 23 अप्रैल 2025 |
अंतिम ट्रांसफर सूची | 25 अप्रैल 2025 |
(नोट: ये तिथियाँ अनुमानित हैं, विभाग द्वारा आधिकारिक सूचना जारी होने के बाद ही पुष्टि होगी।)