हरियाणा में फर्जी लेडी ASI का खुलासा: इंस्टाग्राम रील्स, बदमाशी के गाने और पुलिस की वर्दी का दुरुपयोग
The Airnews | Kurukshetra
हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 24 वर्षीय युवती आंचल को फर्जी लेडी असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (ASI) बनकर पुलिस की वर्दी पहनने, इंस्टाग्राम रील्स बनाने और बदमाशी के गानों पर पोज देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस घटनाक्रम ने सोशल मीडिया, पुलिस महकमे और आम नागरिकों के बीच हलचल मचा दी है।
कौन है आंचल?
आंचल हरियाणा के पिहोवा क्षेत्र के दीवाना गांव की रहने वाली है और B.Sc पास है। दो साल पहले उसे उसके परिवार ने घर से बेदखल कर दिया था। इसके बाद वह किराए पर एक कमरे में रहने लगी और वहीं से इंस्टाग्राम पर ‘हरियाणा पुलिस अफसर’ बनकर रील्स डालने लगी। उसके वीडियो में वह कभी ASI, तो कभी सिपाही की वर्दी में नजर आती है।
वर्दी सिलवाई, पहचान गढ़ी
पुलिस जांच में यह सामने आया कि आंचल के पास ASI और सिपाही दोनों की वर्दी थी, जिन्हें उसने अंबाला में सिलवाया था। इन वर्दियों को पहनकर वह मेले-त्योहारों में घूमती थी और सोशल मीडिया पर रील्स बनाकर अपलोड करती थी। इनमें से ज्यादातर वीडियो हरियाणवी और पंजाबी गानों पर आधारित थे, जिनमें से मासूम शर्मा के गानों की संख्या सबसे अधिक थी।
कैसे हुआ खुलासा?
इस पूरे मामले की शुरुआत एक लापता लड़की की रिपोर्ट से हुई। 19 अप्रैल को पिहोवा क्षेत्र के एक गांव की लड़की लापता हो गई। उसकी मां ने FIR दर्ज करवाई और आरोप लगाया कि उनकी बेटी अपनी सहेली आंचल के साथ गई थी, जो खुद को हरियाणा पुलिस में सिपाही बताती है। जब परिवार ने आंचल से संपर्क किया तो उसने उन्हें धमकाने की कोशिश की।
पुलिस अधिकारी ASI दिलेर सिंह ने आंचल को पूछताछ के लिए बुलाया। पूछताछ में आंचल ने कहा कि वह सहेली को पिहोवा बस स्टैंड पर छोड़ आई थी और खुद भी उसकी तलाश में जुटी है। उसने दावा किया कि उसकी ड्यूटी थाना कुरुक्षेत्र (KUK) में है। जब उससे ID कार्ड मांगा गया तो उसने कहा कि वो घर पर भूल आई है। जब KUK थाने में संपर्क किया गया तो सामने आया कि ऐसी कोई महिला पुलिसकर्मी वहां तैनात नहीं है।
गिरफ्तार और FIR दर्ज
इस पुष्टि के बाद पुलिस ने आंचल को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि वह कई महीनों से पुलिस की वर्दी में घूम रही थी। थाना सदर पिहोवा के SHO जगदीश कुमार ने बताया कि आंचल के खिलाफ FIR दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
लापता सहेली का पता चला
लापता लड़की को पुलिस ने अंबाला से बरामद कर लिया है और उसके परिजनों को सौंप दिया गया है। हालांकि पुलिस इस मामले में यह भी जांच कर रही है कि क्या आंचल को किसी असली पुलिसकर्मी का समर्थन प्राप्त था या नहीं।
सोशल मीडिया पर वायरल फेम
आंचल की Instagram प्रोफाइल पर सैकड़ों वीडियो हैं, जिनमें वह पुलिस की वर्दी में खुद को दबंग अधिकारी की तरह पेश करती है। उसके वीडियो में बदमाशी, अधिकार और पुलिसिया रुतबे को दर्शाने वाले गानों का प्रयोग किया गया है।
उसके एक वीडियो में वह वर्दी में यह कहती नजर आ रही है, “कानून हाथ में लेने की हिम्मत न करना… मैं हरियाणा पुलिस से हूं।” यह सब देखकर आम नागरिकों को भ्रम हुआ कि वह वास्तव में पुलिस अफसर है।
घर से बेदखली की वजह
पुलिस जांच में सामने आया कि आंचल के परिवार ने उसे दो साल पहले घर से निकाल दिया था। वजह यह थी कि वह परिवार की बात नहीं मानती थी और अपनी मर्जी से जीवन जी रही थी। इसके बाद उसने पिहोवा में एक किराए के कमरे में रहना शुरू किया और वहीं से सोशल मीडिया पर अपने ‘फर्जी पुलिस करियर’ की शुरुआत की।
क्या कहती है कानून व्यवस्था?
कानून के अनुसार, किसी भी सरकारी सेवा की पहचान को झूठे रूप में दर्शाना एक गंभीर अपराध है। IPC की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत ऐसे व्यक्ति पर फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी और सरकारी प्रतीकों के दुरुपयोग का मामला दर्ज हो सकता है। आंचल के मामले में भी इन धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है।
सवाल खड़े करती यह घटना
यह घटना न केवल हरियाणा पुलिस की सतर्कता पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी बताती है कि सोशल मीडिया पर फर्जी पहचान बनाना किस हद तक खतरनाक हो सकता है। आंचल का यह रूपांतरण न केवल कानून का उल्लंघन था, बल्कि सामाजिक भरोसे को भी नुकसान पहुंचाने वाला कृत्य था।