हरियाणा में बदलेगा मौसम तेज हवाएं और बूंदाबांदी फिर बढ़ेगा तापमान

हरियाणा में मौसम का बदलेगा मिजाज: तेज हवाएं और बूंदाबांदी के साथ फिर बढ़ेगा तापमान
The Airnews | भिवानी | 16 अप्रैल 2025
हरियाणा राज्य में एक बार फिर मौसम में अप्रत्याशित परिवर्तन देखने को मिलेगा। बीते दिनों की ठंडक और हल्की बारिश के बाद अब गर्मी फिर से अपना असर दिखाने वाली है। हालांकि इससे पहले एक बार फिर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसके चलते राज्य में तेज हवाएं और गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी की संभावना जताई जा रही है।
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार, 16 अप्रैल की रात से लेकर 17 अप्रैल की सुबह तक दक्षिण-पश्चिमी व उत्तरी हरियाणा में मौसम में हल्का बदलाव आएगा। उसके बाद अगले तीन दिन यानी 17 से 19 अप्रैल तक मौसम फिर से खुश्क और गर्म रहने वाला है।
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव और संभावित असर
पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) की आंशिक सक्रियता के कारण हरियाणा के कुछ जिलों में हवाएं चलने और बारिश होने की संभावना बन रही है। विशेष रूप से भिवानी, सिरसा, महेन्द्रगढ़, झज्जर, रेवाड़ी, और गुरुग्राम जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है।
डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार, यह बदलाव एक अस्थाई मौसमी घटना है जो विशेष रूप से रात्रि समय में अधिक प्रभावशाली होगी। इस दौरान हवाओं की गति 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है, जिससे दिन के तापमान में मामूली गिरावट देखने को मिलेगी, लेकिन रात में नमी बढ़ेगी।
बूंदाबांदी के बाद फिर से बढ़ेगा तापमान
16 अप्रैल को संभावित हल्की बारिश के बाद मौसम एक बार फिर से खुश्क हो जाएगा। 17 से 19 अप्रैल तक पूरे हरियाणा में तापमान में तेजी से बढ़ोतरी की संभावना है। तेज धूप और पश्चिमी हवाएं फिर से राज्य में गर्मी को तेज करेंगी। यह बदलाव खेती और दैनिक जीवन दोनों पर असर डाल सकता है।
राज्य के किसानों को सलाह दी जा रही है कि वे इस मौसम को ध्यान में रखते हुए अपनी फसल की सुरक्षा की उचित योजना बनाएं, विशेषकर जो गेहूं की कटाई और भंडारण के कार्य में लगे हुए हैं।
बीते दिनों की बारिश का प्रभाव
हाल ही में हुई बारिश का प्रभाव मंगलवार को हरियाणा के वातावरण में देखने को मिला। कुछ जिलों में दिनभर ठंडी हवाएं चलीं, तो कहीं बादल छाए रहे। लेकिन अब यह ठंडक ज्यादा देर टिकने वाली नहीं है।
15 अप्रैल को सिरसा राज्य का सबसे गर्म जिला रहा, जहां अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यह तापमान सामान्य से करीब 2 डिग्री ज्यादा है।
तापमान में 24 घंटे में बड़ा बदलाव
हरियाणा में पिछले 24 घंटे के भीतर अधिकतम तापमान में काफी बदलाव दर्ज किए गए हैं। भिवानी जिले में सबसे अधिक तापमान की बढ़ोतरी दर्ज की गई — 1.9 डिग्री सेल्सियस, जिससे अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री तक पहुंच गया।
दूसरी ओर करनाल में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गई — 0.8 डिग्री सेल्सियस, जिससे वहां का अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री रह गया।
यह अंतर साफ दिखाता है कि हरियाणा में अलग-अलग इलाकों में मौसम के मिजाज में भिन्नता है।
प्रमुख जिलों का तापमान और विश्लेषण
| जिला | अधिकतम तापमान (°C) | तापमान में परिवर्तन |
|---|---|---|
| सिरसा | 39.0 | +0.6 |
| भिवानी | 38.5 | +1.9 |
| रोहतक | 37.2 | +1.0 |
| गुरुग्राम | 36.9 | +0.7 |
| फरीदाबाद | 36.0 | +0.4 |
| करनाल | 34.6 | -0.8 |
| यमुनानगर | 35.0 | +0.3 |
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि पश्चिमी हरियाणा के जिलों में तापमान अपेक्षाकृत अधिक बढ़ रहा है जबकि उत्तर-पूर्वी जिलों में कुछ राहत बनी हुई है।
आने वाले दिनों के लिए अलर्ट और सुझाव
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16 अप्रैल: रात को तेज हवाएं और हल्की बूंदाबांदी की संभावना।
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17-19 अप्रैल: मौसम साफ, खुश्क और गर्म। तापमान में तेजी से वृद्धि।
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किसानों के लिए सुझाव: फसलों को तेज हवाओं से बचाने के उपाय करें, और बारिश की संभावना के अनुसार भंडारण की योजना बनाएं।
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स्कूली बच्चों व बुजुर्गों के लिए सुझाव: सुबह व दोपहर के समय में खुले में अधिक देर तक न रहें, गर्मी के असर से बचें।
जलवायु परिवर्तन का प्रभाव या सामान्य चक्र?
जलवायु विशेषज्ञों के अनुसार, इस प्रकार के परिवर्तन पहले भी मौसम के सामान्य चक्र का हिस्सा रहे हैं। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में यह चक्र अधिक तीव्र हो गया है। अप्रैल महीने में तेज गर्मी के बीच अचानक बारिश और फिर तापमान में वृद्धि एक संकेत हो सकता है कि जलवायु में सूक्ष्म लेकिन महत्वपूर्ण परिवर्तन हो रहे हैं।
हरियाणा जैसे कृषि प्रधान राज्य में ऐसे बदलाव केवल मौसम की रिपोर्ट नहीं बल्कि खेती, पशुपालन और स्वास्थ्य पर भी असर डालते हैं। आने वाले वर्षों में इस प्रकार के अप्रत्याशित बदलावों के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता है।




