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Saturday, November 8, 2025

हरियाणा में युवाओं के लिए सुनहरा अवसर: ग्लोबल सिटी परियोजना से मिलेंगे 5 लाख रोजगार, जानिए पूरी योजना

हरियाणा में युवाओं के लिए सुनहरा अवसर: ग्लोबल सिटी परियोजना से मिलेंगे 5 लाख रोजगार, जानिए पूरी योजना


परिचय: हरियाणा में विकास की नई तस्वीर

हरियाणा राज्य में औद्योगिक और शहरी विकास की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए राज्य सरकार ने ‘ग्लोबल सिटी परियोजना’ की शुरुआत की है। इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य न केवल राज्य को वैश्विक निवेश का हब बनाना है, बल्कि लाखों युवाओं को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराना है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस परियोजना को लेकर विस्तार से जानकारी दी और यह स्पष्ट किया कि इसका लाभ सीधे तौर पर राज्य के युवाओं को मिलेगा। यह योजना हरियाणा के विकास के नक्शे पर एक ऐतिहासिक अध्याय जोड़ने वाली साबित हो सकती है।


ग्लोबल सिटी परियोजना: क्या है यह योजना?

‘ग्लोबल सिटी परियोजना’ हरियाणा के गुरुग्राम जिले में विकसित की जा रही एक मेट्रोपॉलिटन योजना है, जिसे 1 लाख करोड़ रुपये के भारी निवेश के साथ स्थापित किया जा रहा है। इस परियोजना का कुल क्षेत्रफल लगभग 1000 एकड़ है, जिसमें मिश्रित उपयोग वाली भूमि का प्रावधान किया गया है। इसका मतलब है कि इस शहर में आवासीय, वाणिज्यिक, शैक्षणिक, स्वास्थ्य, आतिथ्य (हॉस्पिटैलिटी) और सार्वजनिक उपयोग की तमाम सुविधाएं एक ही स्थान पर होंगी।

यह योजना वैश्विक मानकों के अनुरूप तैयार की जा रही है और इसे “फ्यूचर सिटी” के रूप में डिजाइन किया गया है, जिसमें स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर, पर्यावरण संतुलन और नवाचार को प्रमुखता दी गई है।


रोजगार के 5 लाख अवसर: युवाओं के लिए वरदान

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने घोषणा की कि इस परियोजना के पूरा होते ही करीब 5 लाख रोजगार के अवसर पैदा होंगे। ये रोजगार केवल निर्माण कार्यों तक सीमित नहीं होंगे, बल्कि प्रोजेक्ट की पूर्णता के बाद इसके संचालन, रखरखाव, प्रबंधन, शिक्षा, हॉस्पिटैलिटी, परिवहन, तकनीक, और अन्य क्षेत्रों में भी विशाल अवसर उपलब्ध होंगे।

इससे 16 लाख लोगों को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से लाभ मिलने की उम्मीद है। जो युवा किसी विशेष तकनीकी योग्यता से युक्त हैं, वे इस योजना में प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं।


मुख्यमंत्री का विजन: स्मार्ट, सतत और समावेशी विकास

सीएम सैनी का कहना है कि यह परियोजना राज्य की विकास नीति का हिस्सा है, जो ‘सबका साथ, सबका विकास’ के सिद्धांत पर आधारित है। इसका उद्देश्य न केवल निवेश को आकर्षित करना है, बल्कि आम लोगों, खासकर युवाओं के लिए गुणवत्तापूर्ण जीवन और स्थायी भविष्य सुनिश्चित करना भी है।

उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि इस परियोजना से हरियाणा के विभिन्न जिलों के युवाओं को रोजगार में प्राथमिकता मिले।


इंफ्रास्ट्रक्चर का खाका: पहले चरण में 587 एकड़ और 940 करोड़ रुपये की लागत

ग्लोबल सिटी परियोजना को चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा। पहले चरण में 587 एकड़ भूमि पर विकास कार्य शुरू किया गया है, जिस पर करीब 940 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इस चरण में आवश्यक बुनियादी ढांचे जैसे सड़कें, सीवेज प्रणाली, बिजली, जलापूर्ति, लैंडस्केपिंग और डिजिटल नेटवर्क की नींव रखी जा रही है।

जल आपूर्ति की विशेष योजना:
परियोजना में 35 करोड़ लीटर क्षमता वाला जलाशय भी बनाया जाएगा, जो 18 एकड़ क्षेत्र में फैला होगा। यह जलाशय न केवल शहर की जल आपूर्ति को सुनिश्चित करेगा, बल्कि एक सुंदर झील के रूप में भी कार्य करेगा, जिससे पर्यटन और सामाजिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।


पर्यावरण और आधुनिक जीवनशैली का संतुलन

ग्लोबल सिटी में हरित क्षेत्र और ओपन स्पेस को विशेष महत्व दिया गया है। प्रदूषण रहित परिवेश, साइकिल ट्रैकों, वॉकिंग ट्रेल्स, वर्षा जल संचयन, अपशिष्ट प्रबंधन जैसी योजनाओं को भी विशेष प्राथमिकता दी गई है। यह शहर पर्यावरणीय सुरक्षा और टिकाऊ विकास की दिशा में एक मिसाल बनेगा।


शिक्षा, स्वास्थ्य और अनुसंधान संस्थानों की स्थापना

इस परियोजना के अंतर्गत उच्च स्तरीय शैक्षणिक संस्थानों, हॉस्पिटल्स और अनुसंधान केंद्रों की स्थापना की जाएगी। इससे शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी युवाओं के लिए रोजगार और शोध के अनेक अवसर उत्पन्न होंगे। इसके अलावा हॉस्टल, छात्रावास, टेक्नोलॉजी हब, स्टार्टअप स्पेस और इनोवेशन जोन की योजना भी है।


निवेशकों से संवाद: मुख्यमंत्री की बैठक और अपील

गुरुग्राम स्थित परियोजना स्थल पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने निवेशकों के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने परियोजना की संभावनाओं को बताया और उद्योगपतियों से इसमें भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य सरकार सभी निवेशकों को पारदर्शी व्यवस्था और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।


सरकारी दृष्टिकोण: नौकरियों में स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता

राज्य सरकार ने यह भी आश्वासन दिया है कि इस परियोजना से जो भी रोजगार उत्पन्न होंगे, उनमें हरियाणा के स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए हरियाणा कौशल विकास मिशन के अंतर्गत युवाओं को विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा ताकि वे ग्लोबल सिटी में तकनीकी और व्यावसायिक आवश्यकताओं को पूरा कर सकें।


बदलता हरियाणा: भविष्य की राजधानी की ओर

ग्लोबल सिटी परियोजना हरियाणा को केवल आर्थिक रूप से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से भी सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ी पहल है। यह परियोजना युवाओं के सपनों को पंख देगी, उन्हें उनके ही राज्य में विश्वस्तरीय रोजगार और जीवनशैली प्रदान करेगी।

यह योजना गुरुग्राम को दिल्ली-NCR के भीतर एक “न्यू एज इकोनॉमिक और सोशल हब” के रूप में विकसित करेगी, जिससे राज्य को वैश्विक निवेश के मानचित्र पर प्रमुख स्थान प्राप्त होगा।

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