हिसार एयरपोर्ट को लेकर कांग्रेस सांसद जयप्रकाश का भाजपा पर तीखा हमला: “इंटरनेशनल नहीं, सिर्फ एयरोड्रम है ये”
The Air News | Hisar — हरियाणा की राजनीति में एक बार फिर एयरपोर्ट का मुद्दा गरमाता दिखाई दे रहा है। इस बार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और हिसार से सांसद जयप्रकाश ने भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के उस बयान का जवाब दिया जिसमें सीएम ने एयरपोर्ट पर निशुल्क यात्रा के वादे की चर्चा की थी। सांसद जयप्रकाश ने दावा किया कि भाजपा सिर्फ जनता को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि हिसार में कोई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट नहीं, बल्कि सिर्फ एक एयरोड्रम है, जिसे भाजपा सरकार झूठे प्रचार के ज़रिए इंटरनेशनल एयरपोर्ट बताकर पेश कर रही है।
जयप्रकाश ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि हिसार में वास्तव में इंटरनेशनल एयरपोर्ट होता, तो वे तत्काल इस्तीफा देने को तैयार हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेता जनता से झूठ बोल रहे हैं और इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आड़ में केवल राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं। उनके अनुसार, जो लाइसेंस जारी किया गया है वह ‘हिसार एयरोड्रम’ के नाम से है, न कि किसी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नाम से।
“बीजेपी के लोग माफी मांगे”
सांसद जयप्रकाश ने कहा कि भाजपा को हिसार की जनता से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि उन्होंने बार-बार इंटरनेशनल एयरपोर्ट का वादा किया था, लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे एकदम अलग है। सांसद के अनुसार, एयरपोर्ट का जो नाम है, वह ‘हिसार एयरोड्रम’ है और भाजपा की ओर से लगाए गए इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बोर्ड जनता को भ्रमित करने के लिए हैं। उन्होंने कहा कि “भाजपा सरकार ने सिर्फ नाम का खेल खेला है, जनता को हवाई सपने दिखाए हैं।”
यूपीए सरकार के कामों का किया जिक्र
जयप्रकाश ने बताया कि 2013 में यूपीए सरकार ने देशभर में 50 हवाई अड्डों को मंजूरी दी थी और हिसार का नाम उसमें शामिल था। उस वक्त सरकार ने 200 एकड़ ज़मीन एयरपोर्ट के लिए निर्धारित की थी। उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा सरकार ने ज़रूरत से ज्यादा ज़मीन ले ली, लेकिन आज तक ढंग का टर्मिनल, रनवे या एयर ट्रैफिक कंट्रोल जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं बनाई गईं। यहां तक कि एयरपोर्ट में लाइट लैंडिंग की सुविधा तक मौजूद नहीं है।
“झूठ की नींव पर बनी भाजपा की नीति”
कांग्रेस सांसद ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा की नीति झूठ की नींव पर टिकी है। “ये लोग बेर को अंगूर बताकर बेच रहे हैं। इनके अंगूर भी खट्टे हैं और बेर भी।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ने सिर्फ वोट बटोरने के लिए एयरपोर्ट का झांसा दिया और अब जब वास्तविकता सामने आई है, तो उन्हें अपने झूठ को छिपाने के लिए नए-नए बहाने बनाने पड़ रहे हैं।
तीन टर्मों तक सिर्फ वादे
जयप्रकाश ने याद दिलाया कि भाजपा सरकार ने लगातार तीन टर्मों तक इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम लेकर जनता से वोट मांगे। उन्होंने कहा कि पहले एयरफील्ड बनाया गया, फिर कहा गया एयरपोर्ट बन गया और अब दोबारा इसे एयरोड्रम घोषित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हिसार में 1990 के दशक में भी फ्लाइट उड़ चुकी हैं जब भजनलाल मुख्यमंत्री थे, और अब भाजपा इसे अपनी उपलब्धि बताकर झूठ फैला रही है।
भ्रष्टाचार का आरोप
सांसद ने हिसार एयरपोर्ट के निर्माण और उससे जुड़ी प्रक्रियाओं में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार होने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि जनता की खून-पसीने की कमाई को बर्बाद किया जा रहा है। उन्होंने विशेष रूप से बीएंडआर विभाग द्वारा किए गए कार्यों की जांच की मांग की और कहा कि बिजली के तारों तक में गड़बड़ियां हैं, जिन्हें बाहर से देखकर कोई अंदाजा नहीं लगा सकता।
HKRN कर्मचारियों की स्थिति
जयप्रकाश ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) के कर्मचारियों को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार इन कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही है, जो पहले से ही आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सरकार न केवल झूठे वादे कर रही है, बल्कि नौजवानों का भविष्य भी अंधकारमय बना रही है।
सरकार की MOUs पर उठाए सवाल
कांग्रेस सांसद ने हरियाणा सरकार द्वारा एयरलाइंस कंपनियों के साथ किए गए MOUs (समझौता ज्ञापन) पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार ने वादा किया था कि खाली सीटों का खर्च हरियाणा सरकार खुद उठाएगी, लेकिन अब जब समय आया है, तो सरकार पीछे हट रही है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार में ईमानदारी है, तो वह अपने किए गए समझौतों को सार्वजनिक करे।
एयरोड्रम का चेयरमैन खुद हूं: जयप्रकाश
जयप्रकाश ने बताया कि वे खुद एयरोड्रम के चेयरमैन हैं और आगामी 17 अप्रैल को वे हिसार का निरीक्षण करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि वास्तव में कोई प्रगति हुई होती, तो वे खुद जनता को जानकारी देते। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट को लेकर भाजपा के सारे दावे खोखले हैं और केवल वोट की राजनीति के लिए किए गए हैं।
लुवास यूनिवर्सिटी को नुकसान
सांसद ने यह भी कहा कि एयरपोर्ट के नाम पर जो ज़मीन ली गई है, वह लुवास यूनिवर्सिटी (LUVAS) की थी। इससे यूनिवर्सिटी के रिसर्च और डेवलपमेंट कार्यों को बड़ा नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने शिक्षा और कृषि क्षेत्र के साथ अन्याय किया है और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है।
चील और सुरक्षा का मुद्दा
जयप्रकाश ने वन्य विभाग द्वारा उड़ानों को लेकर उठाई गई सुरक्षा चिंताओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि चील जैसी पक्षियों की उपस्थिति के चलते सुरक्षा का खतरा है, जिसे सरकार ने पहले ही नज़रअंदाज़ किया। अब उसी खतरे का हवाला देकर उड़ानों को रोकने की साजिश रची जा रही है।