हिसार में अमित शाह की सुरक्षा में गंभीर चूक: डीएसपी और इंस्पेक्टर पर गिरी गाज, नोटिस जारी
The Airnews | Hisar | 17 April 2025
हरियाणा के हिसार जिले में देश के गृह मंत्री अमित शाह की सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। यह चौंकाने वाला घटनाक्रम उस समय प्रकाश में आया जब गृह मंत्री 31 मार्च को महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज, अग्रोहा में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। इस कार्यक्रम में उन्होंने महाराजा अग्रसेन की प्रतिमा का अनावरण किया।
हालांकि कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी थी, लेकिन इसी दौरान दो प्रमुख पुलिस अधिकारियों – एक डीएसपी और एक इंस्पेक्टर – द्वारा अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरतने का मामला उजागर हुआ है। दोनों अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है और मामले की जांच जारी है।
क्या थी सुरक्षा में लापरवाही?
अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, जब गृह मंत्री अमित शाह कार्यक्रम स्थल पर मौजूद थे, तब ये दोनों अधिकारी परिसर में अलग-अलग स्थानों पर ड्यूटी पर तैनात थे। लेकिन निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि वे अपनी निर्धारित ड्यूटी पोस्ट पर नहीं थे। सूत्रों की मानें तो दोनों अधिकारी परिसर में घूमते नजर आए और अपने कर्तव्यों से विमुख पाए गए।
इस प्रकार की वीवीआईपी सुरक्षा में चूक, विशेष रूप से देश के गृह मंत्री जैसे संवेदनशील पद पर बैठे व्यक्ति की सुरक्षा में, एक गंभीर प्रशासनिक विफलता मानी जा रही है।
एसपी का बयान और चुप्पी
जब इस मामले में हिसार पुलिस अधीक्षक (एसपी) शशांक कुमार सावन से बात करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने कोई स्पष्ट टिप्पणी देने से इनकार कर दिया। उन्हें जब मैसेज के माध्यम से इस विषय पर जानकारी देने का अनुरोध किया गया, तो उनका केवल इतना कहना था – “नो कमेंट”।
यह प्रतिक्रिया अपने आप में कई सवाल खड़े करती है कि आखिर पुलिस प्रशासन इस तरह की सुरक्षा चूक पर खुलकर जवाब क्यों नहीं दे रहा?
भीतरखाने मचा हड़कंप: वरिष्ठ अधिकारियों की नजर में आया मामला
अमित शाह के कार्यक्रम के दौरान ही वरिष्ठ अधिकारियों की नजर इस लापरवाही पर पड़ी। उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत डीएसपी और इंस्पेक्टर को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। फिलहाल दोनों अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है और उनकी ओर से जवाब की प्रतीक्षा की जा रही है।
क्या यह पहली बार है? नहीं! हिसार में पहले भी हो चुकी है चूक
यह पहला मौका नहीं है जब हरियाणा के हिसार जिले में वीवीआईपी की सुरक्षा में चूक सामने आई हो। साल 2023 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जब हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में आई थीं, तब भी सुरक्षा में कमी की खबरें सामने आई थीं।
लगातार हो रही ऐसी घटनाएं इस ओर इशारा करती हैं कि हिसार में वीवीआईपी सुरक्षा में संस्थागत खामियां हो सकती हैं, जिन्हें अब तक सुधारा नहीं गया।
क्यों गंभीर है यह मामला?
गृह मंत्री अमित शाह की सुरक्षा में चूक को हल्के में नहीं लिया जा सकता। वे देश की आंतरिक सुरक्षा प्रणाली के प्रमुख हैं। उनकी सुरक्षा में लापरवाही का मतलब न केवल एक व्यक्ति के जीवन को खतरे में डालना है, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से भी समझौता करना है।
इन चूकों का दायरा केवल ड्यूटी छोड़ने तक सीमित नहीं होता, बल्कि इससे पूरी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठते हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और प्रशासन की जवाबदेही
हालांकि इस मामले में अभी तक किसी राजनीतिक दल की ओर से आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन ऐसे मामलों में राजनीतिक तापमान बढ़ना तय माना जा रहा है। खासतौर पर विपक्षी दल इस मुद्दे को केंद्र सरकार और हरियाणा प्रशासन की विफलता के तौर पर उठा सकते हैं।
अब सवाल यह है कि:
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क्या दोनों अधिकारियों पर सिर्फ नोटिस देना पर्याप्त है?
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क्या उच्च स्तर पर भी कोई जवाबदेही तय की जाएगी?
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क्या हरियाणा में वीवीआईपी सुरक्षा की व्यवस्था की पुनः समीक्षा की जाएगी?
आंतरिक जानकारी भी छुपाई जा रही है?
जब इस संबंध में भारती डबास, जो कि प्रशासनिक व्यवस्था से जुड़ी अधिकारी हैं, से पूछा गया तो उन्होंने इस विषय में जानकारी होने से इनकार किया और कहा –
“कुछ बातें इंटरनल होती हैं, जो बाहर साझा नहीं की जानी चाहिए। मुझे कोई जानकारी नहीं है।”
यह जवाब इस ओर संकेत करता है कि संभवतः इस मामले को आंतरिक स्तर पर दबाने या छुपाने की कोशिश की जा रही है।