हिसार से दुबई जाएगी पहली इंटरनेशल फ्लाइट:सरकार ने प्रयास शुरू किए, 4 जगहों की उड़ान शुरू, मध्य-प्रदेश सरकार भी हुई एक्टिव
हरियाणा के महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डा, हिसार से जल्द ही इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू हो सकती है। हिसार से दुबई के बीच कारगो सेवा के लिए हरियाणा सरकार ने प्रयास तेज कर दिए हैं। नागरिक उड्डयन विभाग की आयुक्त एवं सचिव अमनीत पी कुमार ने मुख्यमंत्री नायब सैनी को इस बारे में अपडेट किया है।
अमनीत पी कुमार ने बताया कि हिसार से दुबई के बीच हरियाणा के एयरपोर्ट से यह पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान होगी। अमनीत ने बताया कि इसके लिए हरियाणा सरकार दिल्ली में केंद्र से बातचीत कर रही है।
बता दें कि, 12 सितंबर को हिसार से जयपुर के लिए हवाई सेवाओं का शुभारंभ मुख्यमंत्री नायब सैनी की ओर से किया गया था। वहीं इसी बीच हरियाणा को देख मध्य-प्रदेश सरकार भी एक्टिव हो गई है। मध्य प्रदेश सरकार के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने हरियाणा से अनुबंध वाली एलायंस एयर कंपनी के चेयरमैन अमित कुमार और सीईओ राजर्षि सेन से दिल्ली में मुलाकात की है।

कारगो जहाज से सब्जियां, फल विदेश जा सकेंगे हिसार से दुबई के बीच कारगो जहाज उड़ने से किसानों को विदेश तक माल सप्लाई करने में आसानी होगी। फर्म बनाकर किसान विदेश तक फल और सब्जियां बेच सकेंगे। देश में अन्य एयरपोर्ट पर कारगो सेवा पहले से ही शुरू हो चुकी है।
यहां से फल और सब्जियां एक्सपोर्ट हो रही हैं। हिसार व इसके आसपास के क्षेत्रों में किसान बागवानी के जरिए फलों व सब्जियों की खेती करते हैं। खराब होने के डर से इनका विदेश में एक्सपोर्ट नहीं हो पाता। हिसार में कारगो क्षमता विकसित होने से कम समय में विदेश में फल और सब्जियां बेची जा सकती हैं।

हिसार एयरपोर्ट पर कम दृश्यता में विमान उड़ सकेंगे हिसार हवाई अड्डे को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सहयोग से आधुनिक तकनीकों और सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। हिसार हवाई अड्डे पर डॉपलर वीओआर प्रणाली की स्थापना की है। इससे हवाई अड्डे पर उड़ानों के संचालन के लिए न्यूनतम दृश्यता 5,000 मीटर से घटकर 2800 मीटर हो गई है।
इससे अब खराब मौसम में भी उड़ानों का संचालन सुगमता से हो सकेगा। साथ ही, इस हवाई अड्डे पर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम भी स्थापित किया जा रहा है। इससे एयरपोर्ट पर रात के समय में भी हवाई जहाज लैंडिंग कर सकेंगे।

औद्योगिक, लॉजिस्टिक और निवेश केंद्र के रूप में विकसित होगा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कह चुके हैं कि हिसार को एक औद्योगिक, लॉजिस्टिक और निवेश केंद्र के रूप में विकसित करने का सरकार का सपना अब साकार हो रहा है। 28 अगस्त 2024 को हिसार को अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का हिस्सा बनाया गया।
20 अगस्त 2025 को इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग कलस्टर, हिसार के लिए स्टेट स्पोर्ट एग्रीमेंट और शेयरहोल्डर एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए गए। इस परियोजना का क्षेत्र 2 हजार 988 एकड़ है, जिसकी अनुमानित लागत 4 हजार 680 करोड़ रुपए है और इससे 1 लाख 25 हजार रोजगार पैदा होंगे।
यह परियोजना, पूर्वी और पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से जुड़कर हरियाणा को उद्योगों का प्रवेश द्वार बनाएगी। इससे हिसार व आसपास उद्योगिक गतिविधियां बढ़ेंगी।




