मासूम शर्मा के बाद अब सिंगर अमित सैनी के गाने पर बैन, ‘एफिडेविट’ पर एक्शन
📍 स्थान: हरियाणा |
हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री में एक और बड़ा झटका लगा है। लोकप्रिय हरियाणवी सिंगर अमित सैनी रोहतकिया के गाने ‘एफिडेविट’ पर प्रशासन ने बैन लगा दिया है। इससे पहले, मशहूर सिंगर मासूम शर्मा के गानों पर भी एक्शन लिया गया था।
हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री पिछले कुछ समय से अपने विवादास्पद गानों और बोल्ड कंटेंट के चलते सुर्खियों में रही है। प्रशासन और कानून व्यवस्था से जुड़े विभागों का कहना है कि ऐसे गाने युवाओं पर गलत प्रभाव डाल सकते हैं, इसलिए कई गानों को बैन किया गया है।
क्यों लगाया गया बैन?
हरियाणा में प्रशासन और समाज ने अमित सैनी के गाने ‘एफिडेविट’ पर आपत्ति जताई और इसे अशोभनीय और भड़काऊ बताया। इस गाने के बोलों को लेकर कई शिकायतें दर्ज की गईं, जिसके बाद यह कदम उठाया गया।
1. गाने की लिरिक्स पर आपत्ति
गाने के बोलों में कुछ ऐसे शब्दों और संदर्भों का इस्तेमाल किया गया था, जिन्हें समाज के एक वर्ग ने आपत्तिजनक माना। खासकर युवा पीढ़ी पर इसके प्रभाव को लेकर चिंता जताई गई।
2. अश्लीलता और हिंसा को बढ़ावा
हरियाणवी गानों में कई बार हिंसा, शराबखोरी और अश्लीलता को महिमामंडित करने के आरोप लगते रहे हैं। इस गाने में भी ऐसे ही संदर्भ होने की वजह से इसे प्रतिबंधित किया गया।
3. सामाजिक प्रभाव और नैतिकता का मुद्दा
हरियाणा सरकार और प्रशासन का कहना है कि ऐसे गानों से समाज में गलत संदेश जाता है और युवा पीढ़ी पर नकारात्मक असर पड़ता है। इसलिए, इस पर सख्त कार्रवाई की गई।
हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री पर बढ़ता शिकंजा
यह पहली बार नहीं है जब हरियाणवी गानों पर इस तरह का प्रतिबंध लगाया गया हो। इससे पहले भी कई लोकप्रिय गानों को विवादों के चलते बैन किया जा चुका है।
मासूम शर्मा के गाने पर एक्शन
कुछ समय पहले मशहूर हरियाणवी गायक मासूम शर्मा के एक गाने को अनुचित शब्दावली के चलते बैन कर दिया गया था।
अन्य गाने जो बैन किए गए
राजू पंजाबी – कुछ गानों में हिंसा और आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल।
सुनीता बेबी – डांस वीडियो और लिरिक्स पर आपत्ति।
दविंदर आहलूवालिया – शराब और गलत संदेश फैलाने वाले गाने।
यह दर्शाता है कि हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री पर प्रशासन की कड़ी नजर बनी हुई है और ऐसे गानों पर फौरन कार्रवाई की जा रही है।
सोशल मीडिया पर क्या कह रहे हैं लोग?
अमित सैनी के ‘एफिडेविट’ गाने के बैन पर सोशल मीडिया पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आई हैं।
कुछ लोगों का कहना है कि यह कलाकारों की स्वतंत्रता पर हमला है और सरकार को म्यूजिक इंडस्ट्री में दखल नहीं देना चाहिए।
वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि ऐसे गानों को बैन करना जरूरी है, ताकि युवा पीढ़ी को सही दिशा में बढ़ाया जा सके।
एक ट्विटर यूजर ने लिखा:
“हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री में बैन लगाने की जगह, कंटेंट को मॉडरेट करना चाहिए। कलाकारों की स्वतंत्रता पर हमला नहीं किया जाना चाहिए।”
वहीं, एक अन्य यूजर ने कहा:
“गानों में हिंसा और गंदे शब्दों को महिमामंडित करने की जरूरत नहीं है। प्रशासन का फैसला सही है।”
क्या कहता है प्रशासन?
हरियाणा सरकार और पुलिस ने साफ कर दिया है कि अब हरियाणवी गानों पर सख्त निगरानी रखी जाएगी। प्रशासन के अनुसार –
“युवाओं पर गानों का गलत प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए।”
“गानों में आपत्तिजनक भाषा और हिंसक कंटेंट बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
“सभी कलाकारों को जिम्मेदारी से गाने बनाने चाहिए।”